नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा में IT फर्म के तीन कर्मचारियों की डूबने से हुई मौत के मामले में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सॉफ्टवेयर कंपनी के मालिकों और प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. आरोप है कि सोमवार को तीनों मेंटेनेंस वर्कर Coforge कैंपस के सीवेज वाटर प्लांट में डूब कर मर गए थे. Coforge को पहले NIIT के नाम से भी जाना जाता था. यह फर्म ग्रेटर नोएडा के टेकजोन इलाके में स्थित है.
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान मोहित, 22, हरगोविंद, 26, और अंकित कुमार, 21 के रूप में हुई है. इस मामले में मोहित के भाई राहुल सिंह ने सोमवार को पुलिस से संपर्क कर शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद स्थानीय Ecotech 1 थाने में धारा 304A (लापरवाही जो गैर इरादतन हत्या के बराबर नहीं है) के तहत केस दर्ज किया गया था.
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सुरक्षा उपकरण होते तो बच सकती थी जानः अपनी शिकायत में राहुल सिंह ने आरोप लगाया कि कंपनी के पास एसटीपी कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल पर पर्याप्त सुरक्षा उपकरण नहीं थे. तीनों को सुरक्षा उपकरणों की कमी के बावजूद एसटीपी भेजा गया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई. यह कंपनी के मालिकों, अधिकारियों और प्रबंधन की लापरवाही को दर्शाता है. वे इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. अगर सुरक्षा उपकरण होते, तो तीनों जिंदा होते.
वहीं, ग्रेटर नोएडा के अतिरिक्त डीसीपी अशोक कुमार का इस मामले में कहना है कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है. दोषी पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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