नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की तथाकथित 'शिक्षा क्रांति' की पोल खोलकर रख दी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार लोगों को सिर्फ धोखा देती है, झूठ बोलकर शासन करती है और भ्रष्टाचार करती है. अब पापों का घड़ा भर चुका है और अब सत्ता से इनकी विदाई तय हो चुकी है.
बवाना विधानसभा क्षेत्र के दरियापुर कला गांव में SOSE स्कूल बिल्डिंग के बाहर दिल्ली सरकार की शिक्षा क्रांति के 'पोल खोल अभियान' के अंतर्गत प्रदर्शन स्थल लोगों को संबोधित करते हुए विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह सरकार बड़े जोर-जोर से घोषणाएं करती है, नए-नए स्कूल खोलने के लिए बिल्डिंग बनवाती है और फिर निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार करके इन बिल्डिंगों को लावारिस हालत में छोड़ देती है. धीरे-धीरे इमारतें खंडहरों में तब्दील हो जाती है. आप सरकार का एकमात्र लक्ष्य 'निर्माण से पैसे कमाना'.
दिल्ली में 3 लाख बच्चे हुए फेल: नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि आम आदमीं पार्टी के शासन काल मे शिक्षा का व्यवसायीकरण हो रहा है. सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के गिरते स्तर के कारण लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाख़िला दिलवाने के लिए मजबूर हो रहे है. आप सरकार की शिक्षा क्रांति सिर्फ एक ढकोसला है. इनकी शिक्षा क्रांति का यह हाल है कि सरकारी स्कूलों में दो साल में 3 लाख बच्चे फेल कर दिए गए.
नेता विपक्ष ने कहा कि दिल्ली सरकार के राज्य में कुल 1034 स्कूल हैं, जिनका सालाना बजट 16,575 करोड़ रुपए है और जिनमें 16.49 लाख बच्चे पढ़ते हैं. सरकार इन छात्रों पर 65,000 प्रति छात्र के हिसाब से सालाना खर्च करती है, लेकिन उन स्कूलों में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर पाती है. इन स्कूलों में वर्तमान में वाइस प्रिंसिपल के स्वीकृत 1670 पदों में से 1094 पद खाली पड़े हैं.
29 राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालयों को किया बंद: विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि भाजपा के शासनकाल में हर जिले में खोले गए 29 राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालयों को सरकार ने बंद करने का आदेश दे दिया है. इन विद्यालयों में छठी से लेकर दसवीं तक की कक्षाओं को पहले ही बंद किया जा चुका है. 11वीं कक्षा इसी 24-25 शैक्षणिक वर्ष में और 12वीं कक्षा 2025 में बंद कर दी जाएगी. गुप्ता ने राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के इस कदम से इन स्कूलों में मेरिट के आधार पर भर्ती किए गए हजारो मेधावी का भविष्य चौपट किया गया है.
बिल्डिंग खंडहर होकर भूत बंगला में तब्दील: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदर्शन स्थल वाले दरियापुर कलां गांव में 2013 में इस परिसर में लड़कियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक स्कूल बिल्डिंग बनाई गई जिसमें न तो कोई एडमिशन हुआ और न ही कोई पढ़ाई हुई. यह बिल्डिंग अब खंडहर होकर भूत बंगला बन चुकी है. फिर 5 साल बाद 2018 में इसी परिसर में स्कूल के नाम पर एक दूसरी बिल्डिंग बनाई गई, जिसमें कन्या विद्यालय खोला गया और जिसका उद्धघाटन स्थानीय विधायक द्वारा किया गया. कुछ समय तक यह विद्यालय चलता रहा, लेकिन सरकार के हाथ खींचने के बाद यह भी इतिहास के पन्नों में समा गया.
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