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बिहार में मानसून की रफ्तार धीमी, पिछले ढाई महीने में 25 प्रतिशत बारिश कम, देखें लेटेस्ट अपडेट - Rain In Bihar

Monsoon Season In Bihar: बिहार में मानसून कमजोर होने से कई जिलों में हल्की बारिश देखने को मिल रही है. इस साल बिहार में जून से अक्टूबर के बीच 25 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई है. वहीं अधिकांश जगह सामान्य से कम बारिश देखने को मिली है.

Rain In Bihar
बिहार में बारिश (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 30, 2024, 12:33 PM IST

पटना: बिहार में जून से अक्टूबर तक मानसून की अवधि सरकार ने तय की है. उस हिसाब से मानसून को अब तीन महीने हो गए हैं. बिहार के 5 जिलों नवादा, अरवल, औरंगाबाद, गया और शेखपुरा को छोड़कर अधिकांश जगह सामान्य से कम बारिश हुई है. मधुबनी में 52 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है तो वहीं वैशाली में 51 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है. सारण में 50 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है.

अगस्त में कितनी हुई बारिश: मौसम विभाग के अनुसार अभी मानसून की विदाई में लगभग 2 महीने का समय है. बिहार में शुरू में मानसून की सक्रियता रही लेकिन उसके बाद मानसून की लगातार बेरुखी देखने को मिली है. उधर 2023 और 2022 में भी बिहार में सामान्य से कम बारिश रिकार्ड की गई थी. अब एक बार फिर से इस साल भी सामान्य से कम बारिश होने की आशंका है.

17 जिले में सामान्य से कम बारिश: मौसम विभाग के अनुसार अगस्त तक 768.5 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अभी तक 574.8% ही बारिश रिकार्ड की गई है, इस तरह लगभग 25 प्रतिशत बारिश कम हुई है. 17 जिलों में 30 से 52 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है. जिन जिलों में बारिश कम हुई है उसमें मधुबनी में 52 प्रतिशत, वैशाली में 51 प्रतिशत , सारण में 50 प्रतिशत, दरभंगा में 49 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 44 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 43 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43 प्रतिशत हुई है.

राजधानी पटना में हुई कम बारिश: पूर्णिया में 40 प्रतिशत, पटना में 37 प्रतिशत, भभुआ में 36 प्रतिशत , बेगूसराय में 36 प्रतिशत, शिवहर में 35 प्रतिशत, मुंगेर में 35 प्रतिशत, भागलपुर में 33 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 32 प्रतिशत और गोपालगंज में 30 प्रतिशत बारिश हुई है.

इन जिलों में हुई अधिक बारिश: नवादा में 24 प्रतिशत, अरवल में 10 प्रतिशत, शेखपुरा में 10 प्रतिशत, औरंगाबाद में 7 प्रतिशत, गया में 4 प्रतिशत, किशनगंज में सामान्य बारिश दर्ज की गई है. मानसून की सक्रियता यदि समय पर नहीं हुई तो धान और अन्य फसलों के उत्पादन पर भी असर डालेगा.

मौसम विभाग की भविष्यवाणी अब तक नहीं हुई सफल: सामान्य से कम बारिश दर्ज होने के कारण किसानों की इस बार भी कई जिले में मुश्किलें बढ़ी हुई है. ऐसे मौसम विभाग ने शुरुआत में बिहार में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी की थी. मौसम विभाग की भविष्यवाणी अभी तक सफल होती नहीं दिख रही है, ऐसे मानसून का कुछ समय अभी भी बचा हुआ है.

पढ़ें-आज बिहार के 15 जिलों में बरपेगा कहर, मूसलाधार बारिश का अलर्ट.. रहें सावधान - Bihar Rain Alert

पटना: बिहार में जून से अक्टूबर तक मानसून की अवधि सरकार ने तय की है. उस हिसाब से मानसून को अब तीन महीने हो गए हैं. बिहार के 5 जिलों नवादा, अरवल, औरंगाबाद, गया और शेखपुरा को छोड़कर अधिकांश जगह सामान्य से कम बारिश हुई है. मधुबनी में 52 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है तो वहीं वैशाली में 51 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है. सारण में 50 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है.

अगस्त में कितनी हुई बारिश: मौसम विभाग के अनुसार अभी मानसून की विदाई में लगभग 2 महीने का समय है. बिहार में शुरू में मानसून की सक्रियता रही लेकिन उसके बाद मानसून की लगातार बेरुखी देखने को मिली है. उधर 2023 और 2022 में भी बिहार में सामान्य से कम बारिश रिकार्ड की गई थी. अब एक बार फिर से इस साल भी सामान्य से कम बारिश होने की आशंका है.

17 जिले में सामान्य से कम बारिश: मौसम विभाग के अनुसार अगस्त तक 768.5 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अभी तक 574.8% ही बारिश रिकार्ड की गई है, इस तरह लगभग 25 प्रतिशत बारिश कम हुई है. 17 जिलों में 30 से 52 प्रतिशत कम बारिश रिकार्ड की गई है. जिन जिलों में बारिश कम हुई है उसमें मधुबनी में 52 प्रतिशत, वैशाली में 51 प्रतिशत , सारण में 50 प्रतिशत, दरभंगा में 49 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 44 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 43 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43 प्रतिशत हुई है.

राजधानी पटना में हुई कम बारिश: पूर्णिया में 40 प्रतिशत, पटना में 37 प्रतिशत, भभुआ में 36 प्रतिशत , बेगूसराय में 36 प्रतिशत, शिवहर में 35 प्रतिशत, मुंगेर में 35 प्रतिशत, भागलपुर में 33 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 32 प्रतिशत और गोपालगंज में 30 प्रतिशत बारिश हुई है.

इन जिलों में हुई अधिक बारिश: नवादा में 24 प्रतिशत, अरवल में 10 प्रतिशत, शेखपुरा में 10 प्रतिशत, औरंगाबाद में 7 प्रतिशत, गया में 4 प्रतिशत, किशनगंज में सामान्य बारिश दर्ज की गई है. मानसून की सक्रियता यदि समय पर नहीं हुई तो धान और अन्य फसलों के उत्पादन पर भी असर डालेगा.

मौसम विभाग की भविष्यवाणी अब तक नहीं हुई सफल: सामान्य से कम बारिश दर्ज होने के कारण किसानों की इस बार भी कई जिले में मुश्किलें बढ़ी हुई है. ऐसे मौसम विभाग ने शुरुआत में बिहार में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी की थी. मौसम विभाग की भविष्यवाणी अभी तक सफल होती नहीं दिख रही है, ऐसे मानसून का कुछ समय अभी भी बचा हुआ है.

पढ़ें-आज बिहार के 15 जिलों में बरपेगा कहर, मूसलाधार बारिश का अलर्ट.. रहें सावधान - Bihar Rain Alert

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