शिमला: हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग 24 हजार एनसीसी कैडेट्स को मतदान केंद्रों की सुरक्षा और जागरूकता अभियान चलाने का जिम्मा सौंपने जा रहा है. हिमाचल में इस बार चार लोकसभा सीटों और विधानसभा की 6 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में एनसीसी कैडेट्स की सेवाएं ली जाएंगी, जो शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न करवाने में पुलिस का सहयोग करेंगे. मतदान केंद्रों में एनसीसी कैडेट्स की तैनाती उनकी उपलब्धता के आधार पर की जाएगी.
एक मतदान केंद्र पर 3 एनसीसी कैडेट्स होंगे तैनात: निर्वाचन विभाग ने एक मतदान केंद्र में तीन एनसीसी कैडेट्स को तैनात करने का निर्णय लिया है. इसको लेकर निर्वाचन विभाग और एनसीसी ग्रुप कमांडर कर्नल एएस बैंस के साथ एक बैठक भी हो चुकी है. चुनाव ड्यूटी में उन्हीं कैडेट्स को तैनात किया जाएगा, जिनकी आयु 18 साल हो चुकी है. हालांकि इसके लिए उन्हें अपने अभिभावकों से भी मंजूरी लेनी होगी. फिलहाल, सुरक्षा प्रबंधों के चलते निर्वाचन विभाग ने स्कूल और कॉलेज के कैडेट्स को चुनाव ड्यूटी में तैनात करने का फैसला किया है.
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सेवाओं के बदले में होगा भुगतान: निर्वाचन विभाग इन कैडेट्स को उनकी सेवाओं के बदले में चुनाव में तैनात अन्य कर्मचारियों के बराबर ही भुगतान करेगा. इतना ही नहीं ड्यूटी के दौरान कैडेट्स के भोजन का प्रबंध भी रहेगा. इसके लिए उन्हें 150 रुपये दिए जाएंगे. एनसीसी कैडेट्स की सेवाएं निर्वाचन विभाग एक ही दिन लेगा. सभी कैडेट्स 1 जून को चुनाव ड्यूटी में तैनात होंगे. इनका काम मतदान केंद्रों में लाइनें बनाना और लोगों को जागरूक करना होगा. ये सभी कैडेट्स पुलिस के सहयोगी के तौर पर काम करेंगे. इन्हें मतदान केंद्रों पर वर्दी में तैनात किया जाएगा.
यातायात व्यवस्था भी देखेंगे NCC कैडेट्स: एनसीसी कैडेट्स यातायात व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, वृद्ध व दिव्यांगजन मतदाताओं की सहायता, किसी भी तरह की आपात स्थिति में चिकित्सा सहायता जैसे दायित्वों को देखेंगे. इस काम में वे पुलिस कर्मियों और गृह रक्षकों का सहयोग करेंगे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि हर मतदान केंद्र पर उपलब्धता के आधार पर तीन कैडेट तैनात किए जाएंगे. यह तैनाती पूर्ण रूप से स्वैच्छिक आधार पर होगी. उन्होंने बताया कि कैडेट्स की तैनाती का स्थान उनके संबंधित बीट व जिले के भीतर होगा.
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