ETV Bharat / state

यूपी में कोहरे का कहर; सड़कों पर नाची मौत, 24 घंटे में 20 लोगों ने गंवाई जान - ROAD ACCIDENTS IN UP

Road Accidents In Uttar Pradesh; उत्तर प्रदेश में कोहरे के बीच यात्रा करना इस समय जानलेवा साबित हो रहा है. आइए जानते हैं क्या है असली वजह?

उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे.
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 7:43 PM IST

Updated : Dec 6, 2024, 9:49 PM IST

लखनऊ (डेस्क): उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कई परिवारों के लिए काला दिन साबित हुआ, जो पूरी जिंदगी नहीं भूल पाएंगे. प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलसुबह से शुरू हुआ सड़क हादसों का सिलसिला देर रात जारी रहा. सड़कें खून से लाल होती गईं और पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियां दौड़ती रही हैं. इनमें से कई लोग वो भी हादसे के शिकार हुए हैं, जो वैवाहिक कार्यक्रम से लौट रहे थे. हालांकि हर साल सर्दियों में जब कोहरा बढ़ने लगता है तो सड़क हादसों का सिलसिला जारी हो जाता है. इस सीजन में अभी तक पिछले 24 घंटे में सड़क हादसे में सबसे अधिक 24 लोगों की जानें गई हैं. इन हादसों में करीब 20 लोग घायल भी हुए हैं. इसके पहले गुरुवार को अलग-अलग सड़क हादसों में 8 लोगों की मौत हो गई थी. अब देखना होगा कि सरकार और शासन-प्रशासन इन हादसों से सबक लेकर कोई पुख्ता इंतजाम करती है या सिलसिला जारी रहेगा.

पीलीभीत में 6 लोगों की मौत
पीलीभीत बेटी के वलीमे से उत्तराखंड अपने घर लौट रहे परिवार की कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 4 लोग घायल हुए हैं. हादसा इतना भयंकर था कि कार के परखच्चे उड़ गए थे. योगी आदित्यनाथ ने भी इस सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

चित्रकूट में ट्रक-बोलेरो की टक्कर में 6 लोगों की मौत
चित्रकूट के रैपुरा इलाके में एनएच-35 पर शुक्रवार सुबह भीषण हादसा हुआ. ट्रक और बोलेरो की आमने-सामने टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक मध्यप्रदेश के छतरपुर के गुलगंज निवासी जमुना अहिरवार के परिवार में किसी सदस्य की मौत हो गई थी. जमुना अपनी पत्नी-बच्चों और रिश्तेदारों समेत कुल 11 लोगों के साथ प्रयागराज अस्थियां विसर्जित करने गए थे. चालक को अचानक झपकी आ गई और बोलेरो दूसरी तरफ से आ रहे ट्रक से जा भिड़ी.

कन्नौज में हादसे के बाद बस.
कन्नौज में हादसे के बाद बस. (Photo Credit; ETV Bharat)

कन्नौज में स्लीपर बस और टैंकर की टक्कर में 8 की मौत, 19 घायल
कन्नौज जिले में शुक्रवार दोपहर को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक प्राइवेट स्लीपर बस रॉन्ग साइड आ रहे टैंकर से टकरा गई. हादसे में बस के 8 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 19 लोग घायल हुए हैं. यह हादसा दिन में हुआ है. जिसमें कोहरे का नहीं ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है. हादसे के समय बस में 40 सवारियां मौजूद थीं. पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया.

लखनऊ में तीन दोस्तों की मौत
राजधानी लखनऊ के माल थाना अंतर्गत शादी समारोह से लौट रहे बाइक सवार 3 दोस्तों को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी. हादसे में तीनों की मौत हो गई. हादसे के बाद आरोपी ट्रक चालक मौके से भाग निकला. कटौना निवासी सानू (30) गांव के ही राजू (35) और धर्मेंद्र (22) के साथ दिलावर नगर गढ़िया खेड़ा बरात में बाइक से गए थे. देर रात लौटते समय नवी पना रोड पेट्रोल टंकी के सामने ट्रक ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दी. में बाइक ट्रक में फंस गई और तीनों युवक काफी दूर तक घिसटते चले गए.

हापुड़ में कंटेनर चालक की मौत
बरेली के चुरई दलपतपुर गांव के निवासी नईम (30) पुत्र निजामुद्दीन की हापुड़ के पिलखुआ इलाके में एक भीषण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. हादसा भोर सुबह करीब 3 बजे हुआ, जब नईम बरेली से माल लेकर दिल्ली जा रहे थे. पिलखुआ के पास उनका कंटेनर एक अज्ञात वाहन से टकरा गया. टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही नईम की मौत हो गई. जबकि हेल्पर गंभीर रूप से घायल हो गया.

सपा मुखिया ने सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सप्रेस पर पोस्ट किया है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए जानलेवा बस एक्सीडेंट में आठ व्यक्तियों की मृत्यु और 40 से अधिक यात्रियों के घायल होने का समाचार बेहद दुःखद है. अभी चंद दिनों पहले ही ‘सड़क सुरक्षा’ के मुद्दे को गंभीर मानते हुए अपने अनुभव के आधार पर ये कहा था कि अच्छे रखरखाव के अभाव में यात्रा गतिमान और सुरक्षित नहीं हो सकती है. भाजपा सरकार पिछली सरकार में बनी सड़कों के प्रति बैर भाव रखती है, उनकी जानबूझकर उपेक्षा करती है, जिसका ख़ामियाज़ा आम जनता को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है. भाजपा सरकार में अधिकांश दुर्घटनाओं की जड़ में पीडब्ल्यूडी, पुलिस, ट्रैफ़िक पुलिस, आरटीओ का नीचे से लेकर ऊपर तक का भ्रष्टाचार और छुट्टा पशुओं की समस्या है. जब समस्या सामने है तो सरकार समाधान के रास्ते क्यों नहीं ढूंढती? इस तरह के हादसे टाले जा सकते हैं.

इसे भी पढ़ें-यूपी में अलग-अलग हादसों में 8 की मौत, फतेहपुर में LLB के 2 छात्रों, ललितपुर में बच्चे और किशोरी की गई जान

लखनऊ (डेस्क): उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कई परिवारों के लिए काला दिन साबित हुआ, जो पूरी जिंदगी नहीं भूल पाएंगे. प्रदेश के विभिन्न जिलों में अलसुबह से शुरू हुआ सड़क हादसों का सिलसिला देर रात जारी रहा. सड़कें खून से लाल होती गईं और पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियां दौड़ती रही हैं. इनमें से कई लोग वो भी हादसे के शिकार हुए हैं, जो वैवाहिक कार्यक्रम से लौट रहे थे. हालांकि हर साल सर्दियों में जब कोहरा बढ़ने लगता है तो सड़क हादसों का सिलसिला जारी हो जाता है. इस सीजन में अभी तक पिछले 24 घंटे में सड़क हादसे में सबसे अधिक 24 लोगों की जानें गई हैं. इन हादसों में करीब 20 लोग घायल भी हुए हैं. इसके पहले गुरुवार को अलग-अलग सड़क हादसों में 8 लोगों की मौत हो गई थी. अब देखना होगा कि सरकार और शासन-प्रशासन इन हादसों से सबक लेकर कोई पुख्ता इंतजाम करती है या सिलसिला जारी रहेगा.

पीलीभीत में 6 लोगों की मौत
पीलीभीत बेटी के वलीमे से उत्तराखंड अपने घर लौट रहे परिवार की कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 4 लोग घायल हुए हैं. हादसा इतना भयंकर था कि कार के परखच्चे उड़ गए थे. योगी आदित्यनाथ ने भी इस सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.

चित्रकूट में ट्रक-बोलेरो की टक्कर में 6 लोगों की मौत
चित्रकूट के रैपुरा इलाके में एनएच-35 पर शुक्रवार सुबह भीषण हादसा हुआ. ट्रक और बोलेरो की आमने-सामने टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई और 5 लोग घायल हुए हैं. पुलिस के मुताबिक मध्यप्रदेश के छतरपुर के गुलगंज निवासी जमुना अहिरवार के परिवार में किसी सदस्य की मौत हो गई थी. जमुना अपनी पत्नी-बच्चों और रिश्तेदारों समेत कुल 11 लोगों के साथ प्रयागराज अस्थियां विसर्जित करने गए थे. चालक को अचानक झपकी आ गई और बोलेरो दूसरी तरफ से आ रहे ट्रक से जा भिड़ी.

कन्नौज में हादसे के बाद बस.
कन्नौज में हादसे के बाद बस. (Photo Credit; ETV Bharat)

कन्नौज में स्लीपर बस और टैंकर की टक्कर में 8 की मौत, 19 घायल
कन्नौज जिले में शुक्रवार दोपहर को लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक प्राइवेट स्लीपर बस रॉन्ग साइड आ रहे टैंकर से टकरा गई. हादसे में बस के 8 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 19 लोग घायल हुए हैं. यह हादसा दिन में हुआ है. जिसमें कोहरे का नहीं ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है. हादसे के समय बस में 40 सवारियां मौजूद थीं. पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया.

लखनऊ में तीन दोस्तों की मौत
राजधानी लखनऊ के माल थाना अंतर्गत शादी समारोह से लौट रहे बाइक सवार 3 दोस्तों को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी. हादसे में तीनों की मौत हो गई. हादसे के बाद आरोपी ट्रक चालक मौके से भाग निकला. कटौना निवासी सानू (30) गांव के ही राजू (35) और धर्मेंद्र (22) के साथ दिलावर नगर गढ़िया खेड़ा बरात में बाइक से गए थे. देर रात लौटते समय नवी पना रोड पेट्रोल टंकी के सामने ट्रक ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दी. में बाइक ट्रक में फंस गई और तीनों युवक काफी दूर तक घिसटते चले गए.

हापुड़ में कंटेनर चालक की मौत
बरेली के चुरई दलपतपुर गांव के निवासी नईम (30) पुत्र निजामुद्दीन की हापुड़ के पिलखुआ इलाके में एक भीषण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. हादसा भोर सुबह करीब 3 बजे हुआ, जब नईम बरेली से माल लेकर दिल्ली जा रहे थे. पिलखुआ के पास उनका कंटेनर एक अज्ञात वाहन से टकरा गया. टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही नईम की मौत हो गई. जबकि हेल्पर गंभीर रूप से घायल हो गया.

सपा मुखिया ने सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सप्रेस पर पोस्ट किया है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए जानलेवा बस एक्सीडेंट में आठ व्यक्तियों की मृत्यु और 40 से अधिक यात्रियों के घायल होने का समाचार बेहद दुःखद है. अभी चंद दिनों पहले ही ‘सड़क सुरक्षा’ के मुद्दे को गंभीर मानते हुए अपने अनुभव के आधार पर ये कहा था कि अच्छे रखरखाव के अभाव में यात्रा गतिमान और सुरक्षित नहीं हो सकती है. भाजपा सरकार पिछली सरकार में बनी सड़कों के प्रति बैर भाव रखती है, उनकी जानबूझकर उपेक्षा करती है, जिसका ख़ामियाज़ा आम जनता को अपनी जान देकर चुकाना पड़ता है. भाजपा सरकार में अधिकांश दुर्घटनाओं की जड़ में पीडब्ल्यूडी, पुलिस, ट्रैफ़िक पुलिस, आरटीओ का नीचे से लेकर ऊपर तक का भ्रष्टाचार और छुट्टा पशुओं की समस्या है. जब समस्या सामने है तो सरकार समाधान के रास्ते क्यों नहीं ढूंढती? इस तरह के हादसे टाले जा सकते हैं.

इसे भी पढ़ें-यूपी में अलग-अलग हादसों में 8 की मौत, फतेहपुर में LLB के 2 छात्रों, ललितपुर में बच्चे और किशोरी की गई जान

Last Updated : Dec 6, 2024, 9:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.