ETV Bharat / state

हिमाचल में इस साल फायर सीजन में जंगलों में आग लगने के अब तक 2168 मामले, इतने करोड़ का हुआ नुकसान - forest fire - FOREST FIRE

forest survey of india: फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश भर में इस फायर सीजन में 20 जून तक कुल 2168 मामले सामने आए हैं, जिसमें 8 करोड़ 25 लाख 12 हजार 530 रुपये का वन संपदा को नुकसान हुआ है. यदि बात नाहन वन सर्कल की करें तो पूरे जिले में इस फायर सीजन में 255 मामले सामने आए हैं, जिसमें करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक इस बार सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला फॉरेस्ट सर्कल को हुआ है.

FOREST FIRE
जंगलों में आग लगने के अब तक 2168 मामले आए सामने (ईटीवी भारत)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 23, 2024, 4:24 PM IST

Updated : Jun 23, 2024, 7:30 PM IST

सिरमौर: इस बार प्रचंड गर्मी के बीच जिला सिरमौर के जंगलों में भी आग की घटनाएं पहले के मुकाबले कहीं अधिक देखने को मिली. जंगलों में आग की घटनाओं से वन संपदा को जमकर नुकसान पहुंचा है. जंगलों में लगी आग के कारण सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला में देखने को मिला है. जंगलों में आग लगने की घटनाओं के मामले में जहां जिला सिरमौर चौथे स्थान पर है, तो वहीं सबसे अधिक आग की घटनाएं धर्मशाला में सामने आई हैं.

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश भर में इस फायर सीजन में 20 जून तक कुल 2168 मामले सामने आए हैं, जिसमें 8 करोड़ 25 लाख 12 हजार 530 रुपये की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. यदि बात नाहन वन सर्कल की करें तो पूरे जिले में इस फायर सीजन में 255 मामले सामने आए हैं, जिसमें करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

धर्मशाला फॉरेस्ट सर्कल में हुआ सबसे अधिक नुकसान

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक इस बार सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला फॉरेस्ट सर्कल को हुआ है. यहां के जंगलों में आग लगने की कुल 504 घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, मंडी में 352, हमीरपुर में 258, नाहन में 255, सोलन में 195, बिलासपुर में 185, शिमला में 176, चंबा में 152, रामपुर में 51, डब्ल्यूएल साउथ में 18 और जीएचएनपी कुल्लू में 15 और कुल्लू में 7 मामले सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में इन सभी 2168 मामलों में 4668.375 हैक्टेयर प्लांटेशन बर्न एरिया, 18749.97 नेचुरल बर्न एरिया, 1582.06 हैक्टेयर अन्य बर्न एरिया शामिल है. इन घटनाओं में कुल 25000.405 हैक्टेयर एरिया जंगलों की आग से प्रभावित हुआ है.

सिरमौर में 35 लाख रुपये का नुकसान

वन वृत नाहन के अरण्यपाल वसंत किरण बाबू ने बताया कि इस फायर सीजन में न केवल जिला बल्कि पूरे प्रदेश में वन संपदा को बड़ा नुकसान हुआ है. पूरे प्रदेश में जहां 2168 आग लगने के मामले सामने आए, तो वहीं जिला सिरमौर में इस फायर सीजन में अब तक 255 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में 2876 हैक्टेयर वन भूमि इस वर्ष आग की चपेट में आई है, लेकिन प्लांटेड नर्सरी में अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है, जबकि प्राकृतिक जंगलों में अधिक नुकसान देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में चीड़ के वृक्ष अधिक हैं, जो आग से जल्दी से प्रभावित हो जाते हैं. यही वजह है कि जिला के राजगढ़ में काफी आग के मामले सामने आए हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा के घर के बाहर चला प्रशासन का पीला पंजा

सिरमौर: इस बार प्रचंड गर्मी के बीच जिला सिरमौर के जंगलों में भी आग की घटनाएं पहले के मुकाबले कहीं अधिक देखने को मिली. जंगलों में आग की घटनाओं से वन संपदा को जमकर नुकसान पहुंचा है. जंगलों में लगी आग के कारण सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला में देखने को मिला है. जंगलों में आग लगने की घटनाओं के मामले में जहां जिला सिरमौर चौथे स्थान पर है, तो वहीं सबसे अधिक आग की घटनाएं धर्मशाला में सामने आई हैं.

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश भर में इस फायर सीजन में 20 जून तक कुल 2168 मामले सामने आए हैं, जिसमें 8 करोड़ 25 लाख 12 हजार 530 रुपये की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. यदि बात नाहन वन सर्कल की करें तो पूरे जिले में इस फायर सीजन में 255 मामले सामने आए हैं, जिसमें करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

धर्मशाला फॉरेस्ट सर्कल में हुआ सबसे अधिक नुकसान

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक इस बार सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला फॉरेस्ट सर्कल को हुआ है. यहां के जंगलों में आग लगने की कुल 504 घटनाएं सामने आई हैं. वहीं, मंडी में 352, हमीरपुर में 258, नाहन में 255, सोलन में 195, बिलासपुर में 185, शिमला में 176, चंबा में 152, रामपुर में 51, डब्ल्यूएल साउथ में 18 और जीएचएनपी कुल्लू में 15 और कुल्लू में 7 मामले सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में इन सभी 2168 मामलों में 4668.375 हैक्टेयर प्लांटेशन बर्न एरिया, 18749.97 नेचुरल बर्न एरिया, 1582.06 हैक्टेयर अन्य बर्न एरिया शामिल है. इन घटनाओं में कुल 25000.405 हैक्टेयर एरिया जंगलों की आग से प्रभावित हुआ है.

सिरमौर में 35 लाख रुपये का नुकसान

वन वृत नाहन के अरण्यपाल वसंत किरण बाबू ने बताया कि इस फायर सीजन में न केवल जिला बल्कि पूरे प्रदेश में वन संपदा को बड़ा नुकसान हुआ है. पूरे प्रदेश में जहां 2168 आग लगने के मामले सामने आए, तो वहीं जिला सिरमौर में इस फायर सीजन में अब तक 255 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें करीब 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में 2876 हैक्टेयर वन भूमि इस वर्ष आग की चपेट में आई है, लेकिन प्लांटेड नर्सरी में अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ है, जबकि प्राकृतिक जंगलों में अधिक नुकसान देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में चीड़ के वृक्ष अधिक हैं, जो आग से जल्दी से प्रभावित हो जाते हैं. यही वजह है कि जिला के राजगढ़ में काफी आग के मामले सामने आए हैं.

ये भी पढ़ें: भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा के घर के बाहर चला प्रशासन का पीला पंजा

Last Updated : Jun 23, 2024, 7:30 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.