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NCR का फेफड़ा बनेगा Rapid Rail Corridor, साहिबाबाद से शताब्दी नगर तक लगाए जा रहे 2.5 लाख पौधे - Rapid Rail Corridor

Rapid Rail Corridor: आरआरटीएस कॉरिडोर को ईको फ्रेंडली बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके मद्देनजर साहिबाबाद से शताब्दी नगर तक 2.5 लाख पौधे लगाए जा रहे हैं.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 28, 2024, 5:21 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आरआरटीएस कॉरिडोर को ईको फ्रेंडली बनाने के लिए एनसीआरटीसी साहिबाबाद से शताब्दी नगर मेरठ तक ढ़ाई लाख से ज्यादा पौधे लगा रहा है. ये पौधे कॉरिडोर के नीचे सड़क के बीच के मीडियन, स्टेशन और डिपो आदि में लगाए जा रहे हैं. इनमें से आधे पौधे आरआरटीएस कॉरिडॉर के साहिबाबाद से शताब्दी नगर (मेरठ) तक के कुल 48 किमी के कॉरिडोर में वायडक्ट के नीचे बने मीडियन में लगाए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: रैपिड रेल में सफर करने वाले यात्रियों से NCRTC लेगा फीडबैक,15 जून तक चलेगा सर्वे

पौधरोपण का कार्य 95 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. वहीं बाकी के आधे पौधों को आरआरटीएस डिपो, दुहाई में लगाया गया है.दुहाई से शताब्दी नगर तक वायडक्ट के नीचे मीडियन में लगाए जाने वाले पौधों में बोगनवेलिया, टिकोमा, प्लुमेरिया अल्बा, अल्लामांडा, मानसोआ, चमेली और मधुमालती शामिल हैं. ये पौधे खूबसूरत फूलों के लिए पहचाने जाते हैं. ये पौधे आरआरटीसी कॉरिडोर के साथ-साथ इस पूरे क्षेत्र को हरा-भरा बनाएंगे. इन पौधों पर लगने वाले रंग-बिरंगे फूलों से यह पूरा क्षेत्र खूबसूरत और मनमोहक बन जाएगा.

NCR का फेफड़ा बनेगा Rapid Rail Corridor
NCR का फेफड़ा बनेगा Rapid Rail Corridor (Etv Bharat)

दूसरी ओर आरआरटीएस डिपो, दुहाई में लगाए गए लगभग 70-75 प्रकार के पौधों में फ़िकस कॉम्पेक्टा, जुनिपरस चिनेंसिस, फ़िकस पांडा बॉल, त्रिकोणीय पाम, सिल्वर युक्का, प्लुमेरिया (चम्पा), केंटिया पाम, टर्मिनेलिया मैटेलिका, गोल्डन बैम्बू , ड्रिकेनिया विक्टोरिया, स्पाइडर लिली, लैंटाना डिप्रेसा, नीम, गुलमोहर, अल्तमश, कचनार, अशोक, कदम, शीशम, सिल्वर ओक, टीक, कनेर, टिकोमा और बोगविलिया समेत अन्य पौधों एवं वृक्षों की प्रजातियाँ शामिल हैं.

इन पौधों की देखभाल और पानी देने के लिए भी निर्धारित टीमें लगाई गई हैं. इन पौधों को समय-समय पर पानी दिया जा रहा है और उनकी देखभाल की जा रही है. कॉरिडोर के नीचे इन पौधों के लगाए जाने से यहां आकर्षक हरियाली नजर आ रही है जो पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने में सहयोग दे रही है.

ये भी पढ़ें: NCRTC किसानों को सिखाएगा पॉलीहाउस और ड्रिप सिंचाई खेती, नमो भारत कॉरिडोर के आसपास वाले किसानों को मिलेगा फायदा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: आरआरटीएस कॉरिडोर को ईको फ्रेंडली बनाने के लिए एनसीआरटीसी साहिबाबाद से शताब्दी नगर मेरठ तक ढ़ाई लाख से ज्यादा पौधे लगा रहा है. ये पौधे कॉरिडोर के नीचे सड़क के बीच के मीडियन, स्टेशन और डिपो आदि में लगाए जा रहे हैं. इनमें से आधे पौधे आरआरटीएस कॉरिडॉर के साहिबाबाद से शताब्दी नगर (मेरठ) तक के कुल 48 किमी के कॉरिडोर में वायडक्ट के नीचे बने मीडियन में लगाए जा रहे हैं.

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पौधरोपण का कार्य 95 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. वहीं बाकी के आधे पौधों को आरआरटीएस डिपो, दुहाई में लगाया गया है.दुहाई से शताब्दी नगर तक वायडक्ट के नीचे मीडियन में लगाए जाने वाले पौधों में बोगनवेलिया, टिकोमा, प्लुमेरिया अल्बा, अल्लामांडा, मानसोआ, चमेली और मधुमालती शामिल हैं. ये पौधे खूबसूरत फूलों के लिए पहचाने जाते हैं. ये पौधे आरआरटीसी कॉरिडोर के साथ-साथ इस पूरे क्षेत्र को हरा-भरा बनाएंगे. इन पौधों पर लगने वाले रंग-बिरंगे फूलों से यह पूरा क्षेत्र खूबसूरत और मनमोहक बन जाएगा.

NCR का फेफड़ा बनेगा Rapid Rail Corridor
NCR का फेफड़ा बनेगा Rapid Rail Corridor (Etv Bharat)

दूसरी ओर आरआरटीएस डिपो, दुहाई में लगाए गए लगभग 70-75 प्रकार के पौधों में फ़िकस कॉम्पेक्टा, जुनिपरस चिनेंसिस, फ़िकस पांडा बॉल, त्रिकोणीय पाम, सिल्वर युक्का, प्लुमेरिया (चम्पा), केंटिया पाम, टर्मिनेलिया मैटेलिका, गोल्डन बैम्बू , ड्रिकेनिया विक्टोरिया, स्पाइडर लिली, लैंटाना डिप्रेसा, नीम, गुलमोहर, अल्तमश, कचनार, अशोक, कदम, शीशम, सिल्वर ओक, टीक, कनेर, टिकोमा और बोगविलिया समेत अन्य पौधों एवं वृक्षों की प्रजातियाँ शामिल हैं.

इन पौधों की देखभाल और पानी देने के लिए भी निर्धारित टीमें लगाई गई हैं. इन पौधों को समय-समय पर पानी दिया जा रहा है और उनकी देखभाल की जा रही है. कॉरिडोर के नीचे इन पौधों के लगाए जाने से यहां आकर्षक हरियाली नजर आ रही है जो पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने में सहयोग दे रही है.

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