नई दिल्ली: शाहदरा के गीता कॉलोनी की झुग्गी फायरिंग और हत्या के प्रयास के मामले में सफलता मिली है. पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए ज्वाइंट टीम बनाई गईं थीं. शाहदरा स्पेशल स्टॉफ और गीता कॉलोनी थाने की पुलिस ने अब इस मामले में समीर शेख गिरोह के दो बदमाशों को धरदबोचा है. दोनों आरोपियों ने 11 सितंबर की दोपहर धीरज कुमार (25) के ऊपर उस वक्त फायरिंग कर दी थी जब वो अपने छोटे भाई के साथ घर के पास श्मशान घाट के बाहर बैठा था. आरोपियों की पहचान पंकज रावत उर्फ चिकना (25) और रोशन (23) के रूप में की गई. दोनों मंडावली इलाके के रहने वाले हैं. कुख्यात अपराधी पंकज रावत के खिलाफ पहले से 43 मामले दर्ज हैं.
शाहदरा डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, 11 सितंबर को नीरज कुमार की ओर से शिकायत दर्ज करवायी गई थी कि घटना वाले दिन दोपहर करीब 3:15 बजे उस पर गांधी नगर पुस्ता की ओर से मोटरसाइकिल पर आए दो लड़कों ने हमला कर दिया था. गोली चलाने के बाद वह झुग्गियों की ओर भाग गया, लेकिन पीछा कर उसे फिर से गोली मारी गई. इस घटना को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावर शकरपुर की ओर भाग गए थे. इसमें गीता कॉलोनी थाने में बीएनएस की धारा 109(1)/3(5) और आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.
आरोपियों की पहचान करने में सहायता के लिए स्थानीय खुफिया जानकारी भी जुटाई गई. गुप्त सूचना और लगातार प्रयासों के आधार पर दो आरोपी पंकज रावत उर्फ चिकना, निवासी गली नंबर 6, वेस्ट विनोद नगर (दिल्ली), रोशन, निवासी मंडावली शंकर पब्लिक स्कूल के पास, की पहचान की गई और लगातार छापेमारी के बाद दोनों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
आरोपी पंकज और रोशन ने कबूला अपना जुर्मः आरोपियों ने निरंतर पूछताछ के दौरान, आरोपी पंकज और रोशन ने कबूल किया कि जब वे समीर शेख उर्फ सोनू बंगाली के साथ जेल में बंद थे, तो पीड़ित धीरज भी उस जेल में ही बंद था. जेल में रहने के दौरान धीरज ने उनको नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था. इसके बाद उनकी उससे गहरी दुश्मनी हो गई. जेल से बाहर आने के बाद वो उससे अपना बदला लेना चाहते थे, इसके चलते ही धीरज पर हमला किया.
गिरोह अपने संबंधित इंस्टाग्राम आईडी के जरिये आरोपियों के संपर्क में थाः समीर शेख के गिरोह से ताल्लुक रखने वाले इस गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया कि हाल की चोरी के मामले में समीर शेख को अच्छी खासी रकम मिली थी. इस चोरी के बाद पुलिस को सूचना मिलने की वजह से समीर शेख उर्फ सोनू और अन्य को भागना पड़ा था. समीर शेख उर्फ सोनू को पूरा विश्वास था कि यह जानकारी धीरज ने दी थी. इसके चलते भी समीर शेख उर्फ सोनू ने धीरज को खत्म करने के लिए पंकज रावत उर्फ चिकना और रोशन के साथ मिलकर इस आपराधिक साजिश को रचा था. समीर शेख की अगुवाई वाला यह गिरोह अपने संबंधित इंस्टाग्राम आईडी के जरिये आरोपियों के संपर्क में था. मुख्य साजिशकर्ता समीर शेख उर्फ सोनू बंगाली ही दोनों को गाइड करने का काम कर रहा था, जोकि अभी भी फरार है. इस मामले में उसे पकड़ने के लिए जानकारी जुटाई जा रही है.
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