कोडरमा: कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के 1600 मेगावाट एक्सटेंशन को लेकर भूमि पूजन किया गया. अगले 4 साल में कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में 800-800 मेगावाट की दो यूनिट लगायी जाएगी. फिलहाल कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के दो यूनिट से 500-500 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता है. विस्तार के बाद कोडरमा थर्मल पावर प्लांट की कैपेसिटी 1600 मेगावाट बिजली उत्पादन की हो जाएगी. बताया जा रहा है कि संचालित प्लांट के अंदर 800-800 मेगावाट की दो यूनिट लगाई जाएगी, जिसपर तकरीबन 15000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
बता दें विस्तारीकरण का काम पूरा होने के बाद यह डीवीसी का सबसे ज्यादा कोल बेस्ड बिजली उत्पादित करने वाला पावर प्लांट होगा. प्लांट एक्सटेंशन को लेकर भूमि पूजन किया गया, जिसमें मौके पर डीवीसी के चैयरमैन एस सुरेश कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे और भूमि पूजन को लेकर आयोजित धार्मिक अनुष्ठान में भी शामिल हुए. मौके पर कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के विस्थापित 10 पंचायतों के प्रतिनिधि और स्थानीय लोगों को भी कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला.
भूमि पूजन के मौके पर जहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्लांट के विस्तारीकरण को लेकर खुशी जताई, वहीं विस्थापितों की मांगों से प्लांट प्रबंधन और डीवीसी अध्यक्ष को अवगत कराया. अगले 4 सालों में प्लांट के एक्सटेंशन का काम पूरा हो जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी भेल कंपनी को दी गई है. डीवीसी अध्यक्ष एस सुरेश कुमार ने कहा कि विस्तारीकरण के बाद जहां यह देश का सबसे बड़ा पावर प्लांट होगा, वही समय से काम पूरा हो जाए इसके लिए भेल कंपनी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया है.
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