भरतपुर/डीग: ऑपरेशन एंटी-वायरस के तहत डीग जिले के अलग-अलग थानों की पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई कर कुल 15 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये अपराधी सेक्सटॉर्शन, ओएलएक्स पर वाहन बेचने का झांसा आदि के माध्यम से भोले-भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. साथ ही यूटयूब, साइबर अधिकारी व पुलिस अधिकारी बनकर न्यूड वीडियो को डिलीट करने का झांसा देकर रुपए ऐंठते थे. इनके कब्जे से 11 मोबाइल, 8 फर्जी एटीएम, 8 फर्जी सिम, 12 हजार रुपए व एक कार बरामद की है.
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा ने बताया कि पुलिस कोतवाली डीग पुलिस ने 4 साइबर ठगों सहाब, मकदूस, जाहीद और समयदीनन को गिरफ्तार किया है और एक विधि से संघर्षरत बालक को पुलिस संरक्षण में लिया है. इनके कब्जे से 5 मोबाइल व 4 फर्जी सिम और 1 फर्जी एटीएम जब्त की है. इसके अलावा कोतवाली डीग थाना पुलिस ने सूचना पर गांव भीलमका के जंगल से मुस्तकीम, मुख्तयार, आसीफ, इरफान, दिलशाद, यूसूफ और नासिर को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 6 एंड्रॉयड मोबाइल, 4 फर्जी सिम, कार, 7 फर्जी एटीएम और 12 हजार रुपए जब्त किए हैं.
इसी तरह थाना पहाड़ी पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में 2 साल से फरार तीन साइबर ठगों परवेज आलम, सारूख उर्फ शाहरूख और मुरसलिम उर्फ मुरसलीम को गिरफ्तार किया है. जबकि थाना गोपालगढ पुलिस ने 5 हजार रुपए के इनामी साइबर ठग हसन को गिरफ्तार किया है.
ऐसे-ऐसे करते ठगी: साइबर ठग फर्जी सिम से व्हाट्सऐप आदि के जरिए लोगों से बात करते. व्हाट्सएप पर विडियो कॉल कर उनके अश्लील वीडियो बना लेते और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठते. ओएलएक्स पर वाहन बेचने का झांसा, एलआईसी का लोन देने का झांसा, यूट्यूब अधिकारी बनकर वीडियो को डिलीट करने के लिए रुपयों की डिमांड करते. खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एफआईआर दर्ज करने की धमकी देकर फर्जी खातों में रुपए डलवा कर ऑनलाइन ठगी करते थे.