सीतामढ़ी : बिहार की सीतामढ़ी पुलिस, नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थपित संगठन बचपन बचाओ आंदोलन, जिला प्रशासन सीतामढ़ी और 20 वीं वाहिनी एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में 13 बाल बंधुआ मजदूर को मुक्त कराया गया है. यह कार्रवाई जिला के अपर पुलिस अधीक्षक सह नोडल विशेष किशोर पुलिस ईकाई मनोज राम एवं अनुमंडल पदाधिकारी संजीव कुमार के निर्देशनश में सीतामढ़ी के बैरगनिया थाना क्षेत्र में की गई.
सीतामढ़ी में बाल मजदूर मुक्त : बैरगनिया प्रखंड के कई ईंट भट्टा उद्योग और दुकानों में नाबालिग बच्चों से बाल बंधुआ मजदूरी कराए जाने की शिकायत मिल रही थी. बचपन बचाओ आंदोलन की पहल पर सीतामढ़ी एसपी मनोज कुमार तिवारी के निर्देश पर सघन रेस्क्यू अभियान चलाया गया. जिसमें 13 बाल बंधुआ मजदूर को मुक्त कराया गया है. साथ ही मजदूरी करवाने वाले नियोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है.
कार्रवाई पर एसपी का बयान : मामले को लेकर एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि, ''जिला भर में विशेष किशोर पुलिस ईकाई के नोडल मनोज राम के नेतृत्व में टीम द्वारा निगरानी की जा रही है. जहां भी बाल श्रम की सूचना मिलेगी त्वरित कार्रवाई की जाएगी.''
'सम्मिलित प्रयास से मिली सफलता' : बचपन बचाओ आंदोलन के केन्द्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने सीतामढ़ी पुलिस, प्रशासन, एसएसबी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सम्मिलित प्रयास से बड़ी कारवाई बच्चों से मजदूरी लेने वालों के विरुद्ध की गई है. निश्चित रूप से इससे बच्चों से श्रम करवाने पर अंकुश लगेगा. बच्चों से मजदूरी करवाना नियोजक की दया नहीं सस्ती श्रम और शोषण की देन है.
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