जयपुर. सफाई कर्मचारियों की 24 हजार 797 पदों पर होने वाली भर्ती पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. अब इस भर्ती की विज्ञप्ति नए सिरे से 2012 में हुए भर्ती नियमों में संशोधन करते हुए जारी की जाएगी. जिसमें परंपरागत सफाई का कार्य करने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों को प्राथमिकता देने का रास्ता भी निकाला जाएगा.
वाल्मीकि समाज के 12 दिन तक चली हड़ताल के बाद रविवार को यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा की आवास पर देर रात तक चली बैठक में विभिन्न मांगों पर सहमति बनी. इसके बाद संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ से जुड़े कर्मचारी सोमवार से काम पर लौटेंगे. हालांकि हड़ताल खत्म करने की औपचारिक घोषणा सोमवार को हेरिटेज निगम मुख्यालय पर होने वाली सफाई कर्मचारियों की मीटिंग के दौरान होगी.
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संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर 12 दिन से चल रही हड़ताल को लेकर रविवार को यूडीएच मंत्री झाबर सिंह जी खर्रा और विधायक कालीचरण सराफ की मध्यस्थता के बाद खत्म की गई. यूनियन के साथ हुई वार्ता में यूनियन की ओर से दिए गए मांग पत्र पर सहमती बनी है. हालांकि आज यानी 5 अगस्त को हेरिटेज निगम मुख्यालय में यूनियन में जयपुर शहर सहित सम्पूर्ण राजस्थान के कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारी संगठनों की मीटिंग रखी है, जिसमें यूडीएच मंत्री झाबर सिंह जी खर्रा, विधायक कालीचरण सराफ, गोपाल जी शर्मा, बालमुकुन्द आचार्य भी शामिल होंगे और कर्मचारियों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे. जिसके बाद हड़ताल खत्म होने की औपचारिक घोषणा की जाएगी.
इन मांगों पर बनी सहमति :
- सफाई कर्मचारियों की भर्ती में परंपरागत सफाई का कार्य करने वाले कर्मचारियों को मिलेगी प्राथमिकता.
- 2012 भर्ती नियमों में संशोधन कर दोबारा जारी की जाएगी भर्ती विज्ञप्ति.
- जिन अभ्यर्थियों का कोर्ट में केस विचाराधीन हैं, उन्हें दी जाएगी प्राथमिकता.