चित्तौड़गढ़: निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र के चार्लिया ब्राह्मण गांव में शनिवार सुबह अचानक नदी का बहाव तेज होने से तीन बच्चे फंस गए. इनमें से एक बच्चे ने तैरकर अपनी जान बचा ली, लेकिन दो बच्चे पानी के तेज वेग के साथ बह गए. सिविल डिफेंस की टीम ने रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन 6 घंटे बाद भी सिविल डिफेंस की टीम को सफलता हाथ नहीं लगी.
यह घटना कोटडी कला पंचायत के चर्लिया ब्राह्मण गांव की है. ग्रामीण मनोहर धाकड़ के अनुसार शनिवार सुबह करीब 10 बजे मोटरसाइकिलों से 11 बच्चे नदी में नहाने के लिए आए थे. नहाने के दरमियान तीन बच्चे नदी के बीच चले गए. जबकि 8 अन्य किनारे पर ही नहाने लगे. इस बीच अचानक नदी का बहाव तेज हो गया. एक बच्चे ने जैसे-तैसे कर अपने आप को बाहर निकाल लिया, लेकिन उसके दो साथी अंकित और चिंटू नदी के बीच तेज बहाव में फंस गए. नदी के तेज बहाव को देखते हुए किनारों पर खड़े लोग भी पानी में उतरने की हिम्मत नहीं कर पाए.
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इसलिए लग रहा समय: घटना की सूचना पर निंबाहेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची. सिविल डिफेंस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन हाथ में लिया, लेकिन करीब 4 बजे तक दोनों ही बच्चों का कोई पता नहीं लग पाया. मौके पर निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद कृपलानी, एसडीएम विकास पंचोली, पूर्व विधायक अशोक नवलखा और विकास अधिकारी विशाल सिपा भी पहुंचे. आपको बता दें कि पिछल रात को नदी के ऊपर पड़ने वाले मध्य प्रदेश के दारू गांव में मूसलाधार बारिश हुई थी. जिससे आज सुबह चार्लिया ब्राह्मण गांव में नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. एसडीएम पंचोली के अनुसार सिविल डिफेंस टीम उनकी खोज में लगी है. नदी संपूर्ण वेग पर आई हुई है. इस कारण डिफेंस टीम को उन्हें संभालने में समय लग रहा है.