दौसा: जिले की मंडवार थाना पुलिस ने बुधवार को एक साइबर फ्रॉड मामले में कार्रवाई करते हुए 3 ठगों को गिरफ्तार किया है. वहीं एक नाबालिग ठग को निरुद्ध किया है. पुलिस के अनुसार साइबर फ्रॉड का मास्टरमाइंड नाबालिग युवक है. जिले के मंडावर थाना प्रभारी चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि मंगलवार को दोपहर करीब 3 बजे दौसा साइबर सेल से साइबर ठगों के नंबरों की लोकेशन मंडावर में होने की जानकारी मिली.
इस दौरान सूचना मिलने पर एएसआई रमेशचंद को जाब्ते के साथ ठगों की लोकेशन पता करने के लिए भेजा. ऐसे में थाना क्षेत्र के टहलड़ी तलाई के पास 4 युवक एक मकान के पास बैठकर अपने-अपने मोबाइल से अलग-अलग लोगों को मैसेज कर खाते में रुपए क्रेडिट होने का फर्जी मैसेज भेजकर साइबर फ्रॉड का काम कर रहे थे.
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जांच करने पर मिले फर्जी मैसेज: इस दौरान चारों ठगों को घेरा देकर दबोच लिया. साथ ही मोबाइल चेक करने पर उसमें लोगों को रुपे क्रेडिट होने का फर्जी मैसेज और लोगों से रुपए ऐंठने की जानकारी मिली. जिसपर चारों को थाने लाया गया. थाना प्रभारी ने बताया की ठगों में एक नाबालिग शामिल है, जो इस मामले का मास्टरमाइंड है, जिसे निरुद्ध किया गया है. वहीं आरोपी सीताराम मीना (30) पुत्र बनवारी लाल मीना, जलपेंद्र मीना (20) पुत्र यादराम मीना निवासी मिर्जापुर रैणी और विजय कुमार (25) पुत्र विश्राम मीना निवासी बैरेर राजगढ़ को गिरफ्तार किया गया है.
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10वीं और 12वीं तक पढ़े, 4 करोड़ की कर चुके ठगी: दरअसल, मामले का मास्टरमाइंड नाबालिग युवक और अन्य तीनों आरोपी 10वीं और 12वीं तक ही पढ़े हैं. लेकिन इनके कारनामे सुनकर हर कोई चौंक जाता है. पुलिस के अनुसार चारों ठगों ने अब तक देश के कई हिस्सों में साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. जिसमें आरोपी लोगों को अब तक 4 करोड़ रुपए की चपत लगा चुके हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तारी आरोपियों के खिलाफ कई जगह साइबर ठगी की ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज है. ऐसे में आरोपियों से पूछताछ कर अन्य वारदातों के बारे में जानकारी ली जा रही है.