ETV Bharat / state

17 मकानों में आग लगने से 100 से अधिक लोग हुए बेघर, तन पर कपड़ों के अलावा कुछ नहीं बचा पाए ग्रामीण - TANDI VILLAGE FIRE

तांदी गांव में 17 घर जलने से 100 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं. पीड़ित परिवार सर्द रातों में ठिठुरने के लिए मजूबर हैं...

तांदी गांव में 100 से अधिक लोग हुए बेघर
तांदी गांव में 100 से अधिक लोग हुए बेघर (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 2, 2025, 6:19 PM IST

कुल्लू: साल 2025 का पहला दिन कुल्लू जिला के तांदी गांव के लोगों को कभी ना भुलाने वाला जख्म दे गया. हिमाचल में नए साल पर जहां पर्यटक जश्न मनाने पहुंचे थे. वहीं, तांदी गांव के 100 से अधिक लोग नए साल के पहले दिन बेघर हो गए.

ग्रामीण सर्द रातों में ठिठुरने को मजबूर

तांदी गांव में एक गौशाला में लगी आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि एक के बाद एक 17 घरों और 6 गौशालाओं को अपनी चपेट में ले लिया. जिला प्रशासन ने आग लगने से 10 करोड़ रुपये का नुकसान आंका है. ऐसे में बेघर हुए ग्रामीण सर्द रातों में ठिठुरने के लिए मजबूर हैं. आग इतनी तेजी से फैली की ग्रामीण अपने तन के कपड़ों के अलावा कुछ भी नहीं बचा पाए.

आग लगने के दौरान मौके पर मौजूद लोग
आग लगने के दौरान मौके पर मौजूद लोग (ETV Bharat)

काष्ठकुणी शैली के थे मकान

सर्दियों में गांव में घास का भंडारण व काष्ठकुणी शैली में बने लकड़ी के घर होने के कारण आग तेजी से फैलती चली गई. वहीं, तेज हवाओं ने आग में घी डालने का काम किया. नए साल के पहले ही दिन तांदी गांव के 100 से अधिक लोगों की खुशियां राख हो गईं. घरों में रखा सारा सामान जल गया. अब सर्द रातें कैसे कटेंगी लोगों को यह चिंता सता रही है. लोगों की आंखों के सामने उनके आशियाने जल गए.

तांदी गांव में मौके पहुंचे विधायक सुरेंद्र सौरी
तांदी गांव में मौके पहुंचे विधायक सुरेंद्र सौरी (ETV Bharat)

9 किलोमीटर दूर से लाना पड़ा पानी

बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया "दमकल विभाग की टीम गांव में आग को बुझाने पहुंची थी और पहली बार में जब दमकल की गाड़ियों में लाया हुआ सारा पानी खत्म हो गया तो दमकल की गाड़ियों को 9 किलोमीटर दूर जिभी से पानी भरकर लाना पड़ा जिस कारण समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सका. तांदी गांव में पानी का ऐसा कोई स्त्रोत नहीं था जहां से दमलक विभाग की टीम को आग बुझाने के लिए पानी मिल पाता."

तांदी गांव में आग लगने के बाद मंजर
तांदी गांव में आग लगने के बाद मंजर (ETV Bharat)

साल 2015 में जले थे 40 घर

कुल्लू जिला के गांवों में आग लगने की ये कोई पहली घटना नहीं है. 15 नवंबर 2015 को बंजार के कोटला गांव में 40 घरों के करीब 410 लोग आग लगने के कारण बेघर हो गए थे. अब फिर से तांदी गांव में आग लगने से मिले जख्म जीवन भर नहीं भर पाएंगे. 1 जनवरी की रात को गांव के लोग आग लगने के बाद अपने जले हुए घरों को निहारते रहे.

बंजार के एसडीएम पंकज शर्मा ने बताया "प्रभावितों को राहत राशि दे दी गई है और बर्तन तिरपाल सहित अन्य सामान भी दिया गया है. नुकसान की पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है और रिपोर्ट को प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा ताकि नियमों के अनुसार सभी प्रभावित लोगों को राहत मिल सके."

ये भी पढ़ें: कुल्लू में 17 घर जलकर हुए राख, गौशाला में लगी आग ने लिया विकराल रूप, 10 करोड़ रुपये का नुकसान

कुल्लू: साल 2025 का पहला दिन कुल्लू जिला के तांदी गांव के लोगों को कभी ना भुलाने वाला जख्म दे गया. हिमाचल में नए साल पर जहां पर्यटक जश्न मनाने पहुंचे थे. वहीं, तांदी गांव के 100 से अधिक लोग नए साल के पहले दिन बेघर हो गए.

ग्रामीण सर्द रातों में ठिठुरने को मजबूर

तांदी गांव में एक गौशाला में लगी आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि एक के बाद एक 17 घरों और 6 गौशालाओं को अपनी चपेट में ले लिया. जिला प्रशासन ने आग लगने से 10 करोड़ रुपये का नुकसान आंका है. ऐसे में बेघर हुए ग्रामीण सर्द रातों में ठिठुरने के लिए मजबूर हैं. आग इतनी तेजी से फैली की ग्रामीण अपने तन के कपड़ों के अलावा कुछ भी नहीं बचा पाए.

आग लगने के दौरान मौके पर मौजूद लोग
आग लगने के दौरान मौके पर मौजूद लोग (ETV Bharat)

काष्ठकुणी शैली के थे मकान

सर्दियों में गांव में घास का भंडारण व काष्ठकुणी शैली में बने लकड़ी के घर होने के कारण आग तेजी से फैलती चली गई. वहीं, तेज हवाओं ने आग में घी डालने का काम किया. नए साल के पहले ही दिन तांदी गांव के 100 से अधिक लोगों की खुशियां राख हो गईं. घरों में रखा सारा सामान जल गया. अब सर्द रातें कैसे कटेंगी लोगों को यह चिंता सता रही है. लोगों की आंखों के सामने उनके आशियाने जल गए.

तांदी गांव में मौके पहुंचे विधायक सुरेंद्र सौरी
तांदी गांव में मौके पहुंचे विधायक सुरेंद्र सौरी (ETV Bharat)

9 किलोमीटर दूर से लाना पड़ा पानी

बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने बताया "दमकल विभाग की टीम गांव में आग को बुझाने पहुंची थी और पहली बार में जब दमकल की गाड़ियों में लाया हुआ सारा पानी खत्म हो गया तो दमकल की गाड़ियों को 9 किलोमीटर दूर जिभी से पानी भरकर लाना पड़ा जिस कारण समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सका. तांदी गांव में पानी का ऐसा कोई स्त्रोत नहीं था जहां से दमलक विभाग की टीम को आग बुझाने के लिए पानी मिल पाता."

तांदी गांव में आग लगने के बाद मंजर
तांदी गांव में आग लगने के बाद मंजर (ETV Bharat)

साल 2015 में जले थे 40 घर

कुल्लू जिला के गांवों में आग लगने की ये कोई पहली घटना नहीं है. 15 नवंबर 2015 को बंजार के कोटला गांव में 40 घरों के करीब 410 लोग आग लगने के कारण बेघर हो गए थे. अब फिर से तांदी गांव में आग लगने से मिले जख्म जीवन भर नहीं भर पाएंगे. 1 जनवरी की रात को गांव के लोग आग लगने के बाद अपने जले हुए घरों को निहारते रहे.

बंजार के एसडीएम पंकज शर्मा ने बताया "प्रभावितों को राहत राशि दे दी गई है और बर्तन तिरपाल सहित अन्य सामान भी दिया गया है. नुकसान की पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है और रिपोर्ट को प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा ताकि नियमों के अनुसार सभी प्रभावित लोगों को राहत मिल सके."

ये भी पढ़ें: कुल्लू में 17 घर जलकर हुए राख, गौशाला में लगी आग ने लिया विकराल रूप, 10 करोड़ रुपये का नुकसान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.