जोधपुर. शहर के एक निजी स्कूल के कक्षा 5वीं के एक छात्र ने महज 33.60 सेकंड में और वो भी आंखों पर पट्टी बांधकर शतरंज की बिसात बिछाने का काम किया. इसके साथ ही छात्र ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने का दावा भी पेश कर दिया है. शनिवार को स्कूल के सभागार में प्राचार्य बीएस यादव सहित अन्य अतिथियों की मौजूदगी में छात्र प्रयश ने वर्तमान में 45.72 सेकंड में शतरंज की बिसात बिछाने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. ऐसे में अब इस दावे की रिकॉर्डिंग गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को भेजी जाएगी. प्राचार्य यादव ने बताया कि प्रयश ने अपने प्रयास से यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती है.
33 सेकंड में बिछाई शतरंज की बिसात : प्रयश की मां निकिता नाहटा ने बताया कि प्रयश चेस और क्रिकेट का शौकीन है. हमारे परिवार में सभी लोग चेस खेलते हैं. मैंने उसे बताया कि आंखों पर पट्टी बांधकर चेस को जमाने का भी रिकार्ड है. ऐसे में उसने ठान लिया था कि वो वर्तमान रिकॉर्ड को तोड़ेगा. इसके लिए उसने महीनों अभ्यास किया. साथ ही शनिवार को उसने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के आधिकारिक प्रतिनिधियों के सामने महज 33.60 सेकंड में यह कारनामा कर दिखाया. वहीं, आधिकारिक रूप से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में 45.72 सेकंड का रिकार्ड मलेशिया की 10 वर्षीय छात्रा पुलिथामारल राज शेखर के नाम हैं.
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क्यूब्स कला में भी महारत : छात्र प्रयश क्रिकेट, शतजरंज के साथ-साथ क्यूब्स का प्रेमी हैं. वो रिकॉर्ड समय में विभिन्न रूबिक क्यूब को हल कर सकता है और सैकड़ों रूबिक क्यूब्स का उपयोग करके चेहरों और मानचित्रों के मोजेक बना सकता है. प्रयश ने पूर्व में 600 रूबिक क्यूब्स का उपयोग कर चित्र बनाया है.