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24 घंटे में वज्रपात से 10 लोगों की मौत, सीएम नीतीश ने जताया शोक, चार लाख अनुग्रह राशि देने के निर्देश - Death due to lightning in Bihar

CM Nitish expressed condolences बिहार में मॉनसून सक्रिय होने के कारण लगातार बारिश हो रही है, जिससे आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी हो रही हैं. पिछले 24 घंटे में वज्रपात से 10 लोगों की मौत हो गयी. जबकि, एक जुलाई से अबतक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन सभी परिजनों को मुआवजा देने का निर्देश दिया है. पढ़ें, विस्तार से.

नीतीश कुमार.
नीतीश कुमार. (फाइल फोटो) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 7, 2024, 10:08 PM IST

Updated : Jul 7, 2024, 10:48 PM IST

पटना: बिहार में पिछले 24 घंटे में वज्रपात से नौ जिलों में 10 लोगों की मौत हो गई है. नालन्दा में 02, वैशाली में 01, भागलपुर में 01, सहरसा में 01, रोहतास में 01, सारण में 01, जमुई में 01, भोजपुर में 01 एवं गोपालगंज में 01 व्यक्ति की मौत हुई है. वज्रपात से मौत की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं.

मुख्यमंत्री ने संवेदना प्रकट कीः वज्रपात से हुई मौत को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

जुलाई में अबतक 30 लोगों की मौतः इससे पहले 6 जुलाई को जहानाबाद में 03, मधेपुरा में 02, पूर्वी चम्पारण में 01, रोहतास में 01, सारण में 01 एवं सुपौल में 01 व्यक्ति की मौत हुई थी. 3 जुलाई को भागलपुर में एक, पूर्वी चंपारण में एक, दरभंगा में एक और नवादा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. 1 जुलाई को औरंगाबाद में 02, बक्सर में 01, भोजपुर में 01, रोहतास में 01, भागलपुर में 01 और दरभंगा में 01 व्यक्ति की मौत हुई थी. एक सप्ताह में 30 लोगों की मौत वज्रपात से हो चुकी है.

बिजली गिरने पर इन बातों का रखें ध्यान:

  1. अगर बादल गरज रहे हों, तो ये इस बात का संकेत है कि बिजली गिर सकती है.
  2. पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर आदि से दूर हट जाएं.
  3. नीचे दुबक कर पैरों के बल बैठ जाएं. यानी अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर उकड़ू होकर बैठ जाएं.
  4. एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें.
  5. छतरी या मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें.
  6. छतरी या सरिया जैसी कोई चीज हैं तो अपने से दूर रखें.
  7. पुआल आदि के ढेर से दूर रहें, उसमें आग लग सकती है
  8. अगर किसी पर बिजली गिर जाए, तो तुरंत डॉक्टर की मदद मांगे.
  9. किसी पर बिजली गिरी है तो उनकी नब्ज जांचे और अगर आप प्रथम उपचार देना जानते हैं तो दें.

क्या होती है आकाशीय बिजलीः कड़क के साथ आसमान से गिरने वाली बिजली को तड़ित कहते हैं. अंग्रेजी में इसे लाइटनिंग कहते हैं. आकाश में बादलों के बीच तब टक्कर होती है, यानि घर्षण होने से अचानक इलेक्ट्रोस्टैटिक चार्ज निकलती है, ये तेजी से आसमान से जमीन की तरफ आता है. इस दौरान हमें तेज़ कड़क आवाज़ सुनाई देती है और बिजली की स्पार्किंग की तरह प्रकाश दिखाई देता है. इसी पूरी प्रक्रिया को आकाशीय बिजली कहते हैं.

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मुख्यमंत्री ने संवेदना प्रकट कीः वज्रपात से हुई मौत को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

जुलाई में अबतक 30 लोगों की मौतः इससे पहले 6 जुलाई को जहानाबाद में 03, मधेपुरा में 02, पूर्वी चम्पारण में 01, रोहतास में 01, सारण में 01 एवं सुपौल में 01 व्यक्ति की मौत हुई थी. 3 जुलाई को भागलपुर में एक, पूर्वी चंपारण में एक, दरभंगा में एक और नवादा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. 1 जुलाई को औरंगाबाद में 02, बक्सर में 01, भोजपुर में 01, रोहतास में 01, भागलपुर में 01 और दरभंगा में 01 व्यक्ति की मौत हुई थी. एक सप्ताह में 30 लोगों की मौत वज्रपात से हो चुकी है.

बिजली गिरने पर इन बातों का रखें ध्यान:

  1. अगर बादल गरज रहे हों, तो ये इस बात का संकेत है कि बिजली गिर सकती है.
  2. पानी, बिजली के तारों, खंभों, हरे पेड़ों और मोबाइल टॉवर आदि से दूर हट जाएं.
  3. नीचे दुबक कर पैरों के बल बैठ जाएं. यानी अपनी दोनों एड़ियों को जोड़कर उकड़ू होकर बैठ जाएं.
  4. एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें.
  5. छतरी या मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें.
  6. छतरी या सरिया जैसी कोई चीज हैं तो अपने से दूर रखें.
  7. पुआल आदि के ढेर से दूर रहें, उसमें आग लग सकती है
  8. अगर किसी पर बिजली गिर जाए, तो तुरंत डॉक्टर की मदद मांगे.
  9. किसी पर बिजली गिरी है तो उनकी नब्ज जांचे और अगर आप प्रथम उपचार देना जानते हैं तो दें.

क्या होती है आकाशीय बिजलीः कड़क के साथ आसमान से गिरने वाली बिजली को तड़ित कहते हैं. अंग्रेजी में इसे लाइटनिंग कहते हैं. आकाश में बादलों के बीच तब टक्कर होती है, यानि घर्षण होने से अचानक इलेक्ट्रोस्टैटिक चार्ज निकलती है, ये तेजी से आसमान से जमीन की तरफ आता है. इस दौरान हमें तेज़ कड़क आवाज़ सुनाई देती है और बिजली की स्पार्किंग की तरह प्रकाश दिखाई देता है. इसी पूरी प्रक्रिया को आकाशीय बिजली कहते हैं.

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Last Updated : Jul 7, 2024, 10:48 PM IST
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