नई दिल्ली : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच आज अंडर-19 विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. 5 बार की विजेता भारतीय टीम ने इस विश्व कप ने सिर्फ विरोधी टीमों को हराया है बल्कि, बड़े अंतर से मात दी हैं. भारत और ऑस्ट्रेलिया जब भी फाइनल में भिड़े हैं ऑस्ट्रेलिया भारत को हरा नहीं पाया है. 2012 और 2018 में भारत और ऑस्ट्रेलिया को दो बार सामना हुआ है लेकिन, भारत ने इसमें जीत हासिल की है.
2012 विश्व कप फाइनल
2012 में भारत ने उन्मुक्त चंद की कप्तानी में खिताब अपने नाम किया था. फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के 225 रनों के दिए गए लक्ष्य को भारत ने 14 गेंद शेष रहते अपने नाम कर लिया था. उन्मुक्त चंद अपनी शतकीय पारी की बदौलत प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे. ऑस्ट्रेलिया के विलियम बोसिस्टो को 276 रनों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के कारण प्लेयर ऑफ द सिरीज चुना गया था.
2018 विश्व कप फाइनल
दूसरी बार भारत ऑस्ट्रेलिया का सामना 2018 के फाइनल में हुआ. वहां भी ऑस्ट्रेलिया को मात खानी पड़ी थी. पृथ्वी शॉ की कप्तानी वाली भारत ने ऑस्ट्रेलिया के दिए गए 216 रनों के लक्ष्य को 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया था इस सीरीज में शुभमन गिल प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए. उन्होंने 371 रन बनाए थे. वहीं, मनजोत कालरा ने उस मुकाबले में नाबाद 101 रन की पारी खेली थी जिसकी वजह से उनको प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था.
अजेय क्रम बरकरार रखने की चुनौती
आज जब दोनों टीमें खेलने उतरेगी तो भारत का इरादा ऑस्ट्रेलिया से फाइनल की जीत को बरकरार रखने का होगा. वहीं, ऑस्ट्रेलिया इस क्रम को तोडना चाहेगी. दोनों ही टीमें इस विश्व कप में अजय रहकर यहां तक पहुंती है, भारत ने अपनी विरोधी टीमों को सभी मैच बड़े अंतर से हराया है. भारत की सीनियर पुरुष टीम ने फाइनल में कभी भी ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला नहीं जीता है.