पटना: राष्ट्रीय स्तर पर क्लाइंबिंग के क्षेत्र में धाक जमाने वाले स्पीड क्लाइंबिंग स्पोर्ट्स प्लेयर मनु जी खूब पसीना बहा रहे हैं. वे फिलहाल दिल्ली में एशिया गेम्स 2026 और लॉस एंजेलिस ओलंपिक 2028 में मेडल जीतने के क्लाइंबिंग की तैयारी में जुटे हुए हैं. वे मूलत: पटना के बिहटा के रहने वाले हैं. मनु जी ने बैंकॉक में हुए एशियन किड्स चैंपियनशिप 2018 में देश के लिए स्पीड क्लाइंबिंग में ब्रॉन्ज मेडल और एशिया यूथ कप 2023 सिंगापुर में चौथा स्थान प्राप्त किया है.
दिल्ली में रहकर कर रहे प्रैक्टिस: ईटीवी भारत से बात करते हुए मनु जी ने बताया कि, ''बिहार में वॉल क्लाइंबिंग के प्रैक्टिस के लिए कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. जिसके कारण वह दिल्ली में रहकर प्रैक्टिस करते हैं. वह बचपन से इस खेल में लगे हुए हैं और इसी खेल में कैरियर बनाना चाहते हैं. क्लाइंबिंग एक महंगा गेम है. क्लाइंबिंग में स्पीड क्लाइंबिंग होता है, लीड एंड बोल्डरिंग क्लाइंबिंग होता है.''
प्रेक्टिस रोप और इक्विपमेंट भी काफी महंगे: उन्होंने बताया कि क्लाइंबिंग प्रैक्टिस के लिए जूता काफी महंगा आता है. जिसकी कीमत करीब 10 हजार रुपये हैं. बड़ी बात यह है कि इतनी कीमत होने के बाद यह 3 महीने भी नहीं चलता है. इसके अलावा प्रेक्टिस रोप और इक्विपमेंट भी काफी महंगे होते हैं.
बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी: बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण यहां के खिलाड़ी दूसरे प्रदेशों के लिए खेल रहे हैं. उन्होंने प्रदेश में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्र संकरण से भी मिला है. उनकी तरफ से आश्वासन मिला है कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद लिए इस पर विचार होगा और काम होगा. अभी आचार संहिता के कारण वह इस खेल में कोई मदद नहीं कर पाएंगे.
पाकिस्तान के खिलाड़ी को मात देकर आये थे सुर्खियों में: चीन में संपन्न हुए एशिया यूथ गेम्स में मनु जी ने पाकिस्तान के खिलाड़ी को हराया था. जिसका वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. मनु जी ने बताया कि 15 मी वॉल क्लाइंबिंग में उनका 5.80 सेकंड में दीवार चढ़ने का रिकॉर्ड है. अब उन्होंने लक्ष्य रखा है 5.50 सेकंड में 15 मी वॉल क्लाइंबिंग का. हालांकि ओलंपिक में अभी भी जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वह 4.90 सेकंड में 15 मी वॉल क्लाइंबिंग का है.
जानिए क्या होता है स्पीड क्लाइंबिंग: क्लाइंबिंग एक आधुनिक खेल है जो पिछले ढाई दशकों में काफी लोकप्रिय हुआ है. इसमें तीन इवेंट होते हैं. स्पीड क्लाइंबिंग, बोल्डरिंग क्लाइंबिंग और लीड क्लाइंबिंग. बोल्डरिंग क्लाइंबिंग में बिना किसी राशियों की सहायता के सीमित समय में 4.5 मीटर ऊंची दीवार पर चढ़ाना होता है. वहीं स्पीड क्लाइंबिंग में क्लाइंबर एक ऊंची दीवार पर चढ़ते हैं.
पुरुष 6 तो महिला 7 सेकेंड में दीवार पर चढ़ना होता है: पुरुषों को 6 सेकंड के भीतर 15 मीटर ऊंची दीवार पर चढ़ाना होता है जबकि महिलाओं को 7 सेकंड से कम समय में दीवार पर चढ़ाना होता है. वही लीड क्लाइंबिंग में रास्ता निर्धारित किया जाता है जिस रास्ते पर चढ़ते हुए 15 मीटर ऊंची दीवार पार करनी होती है. क्लाइंबिंग एक नया गेम है जो पहाड़ी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है.
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