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चोटिल हाथ से हिम्मत के साथ लड़ी भारत की बेटी, आंखों से छलकते आंसूओं के बीच विरोधी ने 8-10 से दी मात - Paris Olympics 2024

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By ETV Bharat Sports Team

Published : Aug 5, 2024, 8:47 PM IST

Updated : Aug 5, 2024, 10:58 PM IST

Paris Olympics 2024: भारत की बेटी और पहलवान निशा दहिया के साथ मैट पर बहुत दुखद हादसा हुआ, लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत और साहस का परिचय दिया. उन्हें क्वार्टर फाइनल मैच में 8-2 की मैच जिताऊ लीड हासिल करने के बाद अंतिम 47 सेकेंड में हाथ चोटिल होने के चलते हार का सामना करना पड़ा, पढ़िए पूरी खबर..

Paris Olympics 2024
निशा दहिया (AP PHOTOS)

नई दिल्ली: भारतीय महिला पहलवान निशा दहिया ने पेरिस ओलंपिक 2024 में धमाकेदार प्रदर्शन किया. लेकिन वो सोमवार को चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं के 68 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मैच में उत्तर कोरिया की पाक सोल गम के खिलाफ चोटिल होने के चलते हार गईं.

चोटिल हार थे साथ जज्बे से लड़ीं निशा दहिया
निशा दहिया कुश्ती स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मैच में डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की पाक सोल गम के खिलाफ खेल रही थीं. इस मुकाबले में निशा 8-2 से आगे चल रही थीं, जब मुकाबले में केवल 47 सेकंड बचे थे, तभी उनके दाहिने हाथ में चोट लग गई और वो मैच पूरे मैच में चोटिल हाथ के साथ लड़ती हुई नजर आईं. वो अपने चोटिल हाथ के साथ लड़ नहीं पाईं और इसका फायदा विरोधी ने उठाया और मैच के बाकी बचे 47 सेकंड में दर्द से गुजर रहीं भारत की बेटी को बेहरमी के साथ 8 अंक हासिल कर 8-10 से पस्त कर दिया.

दर्द में फुट-फुट कर रोईं निशा
निशा दहिया को इस मैच के दौरान बाकी के 47 सेकंड में दर्द के चलते रोते हुए देखा गया. इसके साथ ही वो जब मैच हार गईं तब भी वो फूट-फूट कर रोती हुई नजर आईं. क्योंकि निशा को पता था कि वो भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गई हैं. इस दौरान उन्हें उपचार भी दिया गया लेकिन उन्हें इससे कोई फायदा नहीं मिला. इससे पहले उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में यूक्रेन की टेटियाना सोवा पर 6-4 से जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी.

सोशल मीडिया पर फैंस ने दिए रिएक्शन
सभी खेल प्रेमी भारतीय मुक्केबाज के प्रयासों और बहादुरी की सराहना कर रहे हैं, जिन्होंने मुकाबले के आधे समय तक तीव्र दर्द में रहने के बावजूद मुकाबला जारी रखा. 33 सेकंड शेष रहने पर भारतीय पहलवान ने असुविधा के कारण फिर से चिकित्सा सहायता मांगी, लेकिन उपचार प्राप्त करने के बाद प्रतियोगिता जारी रखी. कंधे में दर्द के बावजूद, वह दृढ़ रही, लेकिन पूरी तरह से भाग नहीं ले पाई. उसके कोरियाई प्रतिद्वंद्वी पाक ने इसका फायदा उठाया, सात अंक बनाए और 10-8 से जीत हासिल की. ​​यदि पाक फाइनल में पहुंचती है, तो निशा अभी भी रेपेचेज राउंड में प्रतिस्पर्धा कर सकती है. इससे पहले, निशा ने अपना पहला मुकाबला 6-4 से जीता था.

शोसल मीडिया पर फैंस ने लिखा. क्या लड़ाकू है निशा दहिया. इस तरह से ओलंपिक से बाहर होना दिल दहला देने वाला है. अंतिम सीटी तक हार नहीं मानी, तुम एक चैंपियन हो निशा. इस तरह की तमाम प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर निशा के लिए आईं.

ये खबर भी पढ़ें : ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूके नरुका और माहेश्वरी, चीन के हाथों 1 अंक से मिली हार

नई दिल्ली: भारतीय महिला पहलवान निशा दहिया ने पेरिस ओलंपिक 2024 में धमाकेदार प्रदर्शन किया. लेकिन वो सोमवार को चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं के 68 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मैच में उत्तर कोरिया की पाक सोल गम के खिलाफ चोटिल होने के चलते हार गईं.

चोटिल हार थे साथ जज्बे से लड़ीं निशा दहिया
निशा दहिया कुश्ती स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मैच में डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की पाक सोल गम के खिलाफ खेल रही थीं. इस मुकाबले में निशा 8-2 से आगे चल रही थीं, जब मुकाबले में केवल 47 सेकंड बचे थे, तभी उनके दाहिने हाथ में चोट लग गई और वो मैच पूरे मैच में चोटिल हाथ के साथ लड़ती हुई नजर आईं. वो अपने चोटिल हाथ के साथ लड़ नहीं पाईं और इसका फायदा विरोधी ने उठाया और मैच के बाकी बचे 47 सेकंड में दर्द से गुजर रहीं भारत की बेटी को बेहरमी के साथ 8 अंक हासिल कर 8-10 से पस्त कर दिया.

दर्द में फुट-फुट कर रोईं निशा
निशा दहिया को इस मैच के दौरान बाकी के 47 सेकंड में दर्द के चलते रोते हुए देखा गया. इसके साथ ही वो जब मैच हार गईं तब भी वो फूट-फूट कर रोती हुई नजर आईं. क्योंकि निशा को पता था कि वो भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गई हैं. इस दौरान उन्हें उपचार भी दिया गया लेकिन उन्हें इससे कोई फायदा नहीं मिला. इससे पहले उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में यूक्रेन की टेटियाना सोवा पर 6-4 से जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी.

सोशल मीडिया पर फैंस ने दिए रिएक्शन
सभी खेल प्रेमी भारतीय मुक्केबाज के प्रयासों और बहादुरी की सराहना कर रहे हैं, जिन्होंने मुकाबले के आधे समय तक तीव्र दर्द में रहने के बावजूद मुकाबला जारी रखा. 33 सेकंड शेष रहने पर भारतीय पहलवान ने असुविधा के कारण फिर से चिकित्सा सहायता मांगी, लेकिन उपचार प्राप्त करने के बाद प्रतियोगिता जारी रखी. कंधे में दर्द के बावजूद, वह दृढ़ रही, लेकिन पूरी तरह से भाग नहीं ले पाई. उसके कोरियाई प्रतिद्वंद्वी पाक ने इसका फायदा उठाया, सात अंक बनाए और 10-8 से जीत हासिल की. ​​यदि पाक फाइनल में पहुंचती है, तो निशा अभी भी रेपेचेज राउंड में प्रतिस्पर्धा कर सकती है. इससे पहले, निशा ने अपना पहला मुकाबला 6-4 से जीता था.

शोसल मीडिया पर फैंस ने लिखा. क्या लड़ाकू है निशा दहिया. इस तरह से ओलंपिक से बाहर होना दिल दहला देने वाला है. अंतिम सीटी तक हार नहीं मानी, तुम एक चैंपियन हो निशा. इस तरह की तमाम प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर निशा के लिए आईं.

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Last Updated : Aug 5, 2024, 10:58 PM IST
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