नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 के शुरू होने में अब मात्र 18 दिन शेष हैं. 26 जुलाई से खेलों के महाकुंभ का आगाज हो जाएगा. भारत को उम्मीद है कि पेरिस में इस बार खिलाड़ी अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करेंगे. टोक्यो ओलंपिक की पदक विजेता स्टार बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन से भी 140 करोड़ देशवासियों को पदक की उम्मीद है. आज हम इस खबर में लवलीना के अब तक के सफर और उनके करियर की उपलब्धियों के बारे में बताने वाले है.
जन्म
भारत की स्टार बॉक्सर लवलीना असम से ताल्लुक रखती हैं. उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1997 को गोलाघाट ज़िले के एक सुदूर गांव बरोमुखिया में एक गरीब परीवार में हुआ था. लेकिन उनके पिता ने लवलीना और उनकी दोनों बहनों का बड़े सपनों को पूरा करने के लिए भरपूर समर्थन किया. तीनों बहनों ने मॉय थाई (किक-बॉक्सिंग का एक रूप) से अपने खेल करियर की शुरुआत की. फिर कोच के कहने पर लवलीना से बॉक्सिंग करनी शुरू की इसमें अपनी पहचान बनाई.
कैसा रहा है अब तक का सफर
लवलीना ने 2012 से अपने बॉक्सिंग करियर की शुरुआत की और 16 साल की उम्र में जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती. इसके बाद उन्होंने इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल जीता. 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में वह पदक जीतने से चूक गई. लेकिन 2018 में विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया. फिर अगले ही साल 2019 विश्व चैंपियनशिप में भी लवलीना ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसके बाद उन्होंने 2020 एशिया और ओशिनिया बॉक्सिंग ओलंपिक क्वालीफायर में कांस्य पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई किया.
𝐊𝐧𝐨𝐰 𝐘𝐨𝐮𝐫 𝐀𝐭𝐡𝐥𝐞𝐭𝐞 (𝐊𝐘𝐀) 𝐒𝐞𝐫𝐢𝐞𝐬 𝟕: 𝐋𝐨𝐯𝐥𝐢𝐧𝐚 𝐁𝐨𝐫𝐠𝐨𝐡𝐚𝐢𝐧
— India_AllSports (@India_AllSports) July 7, 2024
➡️ Age: 26 yrs
➡️ Going to be her 2nd Olympics
➡️ Won Bronze medal at Tokyo Olympics
➡️ 3-time World Championships medalist | Reigning World Champion
➡️ Won Silver at 2022 Asian… pic.twitter.com/1QWB9fDONJ
ओलंपिक में प्रदर्शन
लवलीना ने टोक्यो में पहली बार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और शानदार खेल का प्रदर्शन कर कांस्य पदक पर अपना कब्जा जमाया. लवलीना ने क्वार्टर-फाइनल में चेन निएन-चिन को 4-1 से हराकर ओलंपिक में अपना पहला पदक पक्का किया. हालांकि, सेमीफाइनल में वह विश्व नंबर 1 बुसेनाज सुरमेनेली से हार गई. इस पदक के साथ ही लवलीना महान बॉक्सर एमसी मैरी कॉम और विजेंदर सिंह के साथ ओलंपिक मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं. बता दें कि, टोक्यों ओलंपिक में भारत ने 1 गोल्ड मेडल सहित कुल 7 पदकों पर कब्जा जमाया था.
पुरस्कार
टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को मुक्केबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 2020 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया. फिर 2021 में उन्हें भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2021 में ही लवलीना को असम सरकार ने असम के दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार असम सौरव प्रदान किया गया.
पेरिस ओलंपिक में पदक की उम्मीद
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन से गोल्ड मेडल की उम्मीद है. भारत ने ओलंपिक के इतिहास में अभी तक मुक्वबाजी में कुल 3 कांस्य पदक जीते हैं. भारत को लवलीना से मुक्केबाजी में पहले गोल्ड मेडल की आस है.