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राजनीति में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट पर पहला एक्शन, जानिए चुनाव पर क्या होगा असर - Retired Wrestler Vinesh Phogat

Vinesh Phogat : पेरिस ओलंपिक में अयोग्य होने के बाद महिला पहलवान विनेश फोगाट कुश्ती से संन्यास लेकर राजनीति में आ गई. लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. क्योंकि, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी प्राधिकरण ने उन्हें नोटिस भेजकर 14 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा है. पढ़ें पूरी खबर...

Vinesh Phogat
विनेश फोगाट (ANI PHOTO)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Sep 26, 2024, 12:58 PM IST

नई दिल्ली : महिला पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक खेलों में पदक जीतने से चूक गईं क्योंकि फाइनल की सुबह उन्हें वजन वर्ग से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया. जिसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी. इसके बाद घर वापस लौटने पर उनका भव्य स्वागत हुआ.

लेकिन देश वापस लौटने के एक हफ्ते बाद विनेश ने राजनीति में आने का फैसला किया और अपने साथी बजरंग पुनिया के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट से मैदान में उतारा है और वह फिलहाल पूरी तरह से चुनाव में व्यस्त हैं.

राजनीति में आने से पहले विनेश ने महिला एथलीटों के यौन उत्पीड़न के मुद्दे पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी किया था, जहां उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब उन्होंने राजनीति में आने के बाद पहली बार नोटिस मिला है जिसमें उन्हें 14 दिनों में इसका जवाब देना होगा.

क्योंकि, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी प्राधिकरण (NADA) ने पहलवान विनेश फोगाट को उनके ठिकाने की जानकारी न देने के लिए नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि एक डोप नियंत्रण अधिकारी को 9 सितंबर को हरियाणा के सोनीपत में विनेश के आवास पर भेजा गया था, जिस समय उन्हें अपने नियत समय पर वहां रहने के लिए कहा गया था और वह मौजूद नहीं रही.

लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने वाली विनेश फोगाट अपने आवास पर मौजूद नहीं थीं. जिसके चलते नाडा ने कहा कि यह उनके ठिकाने के बारे में जानकारी की कमी का मामला है. जिस पर विनेश को 14 दिन के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है.

इलेक्शन पर क्या होगा असर
विनेश फोगाट फिलहाल हरियाणा में अपने चुनाव में व्यस्त हैं लेकिन माना जा रहा है कि इस नोटिस का उनके इलेक्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि हरियाणा में 5 अक्टूबर को इलेक्शन हैं और सिर्फ 9 दिन बाकी है. ऐसे में वह इलेक्शन से निपटकर भी इसका जवाब आसानी से दे सकती है. इलेक्शन पूरा होने के बाद भी उनके पास 5 दिन बाकी होंगे.

रिटायरमेंट के बाद भी विनेश फोगाट का एंटी डोपिंग टेस्ट क्यों?
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि विश्व डोपिंग रोधी प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, सक्रिय एथलीट पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और इसलिए उन्हें आवश्यकता पड़ने पर परीक्षण के लिए बुलाया जा सकता है. उन्हें उपलब्ध होने के लिए महीने में कुछ दिनों के लिए एक विशिष्ट समय और स्थान दिया जाना चाहिए.

पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली विनेश मार्च 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और उन्हें इस साल जनवरी में नाडा द्वारा सूची में शामिल किए जाने की सूचना भी दी गई थी.

विशेष रूप से, एक साल में अगल कोई भी एथलीट तीन बार डोपिंग परीक्षण में शामिल होने के लिए विफल रहता है तो उसे नियम का उल्लंघन माना जाता है और उसको भी उसी तरह की सजा दी जाएगी जैसे डोपिंग में शामिल होने वाले एथलीट को दी जाती है. हालांकि, विनेश फोगाट के मामले में NADA ने अपने नोटिस में कहा है कि 12 महीनों में यह उनकी पहली विफलता है.

यह भी पढ़ें : बुरी फंसी विनेश फोगाट, ठिकाना न बताने पर मिला नोटिस, 14 दिनों में मांगा जवाब

नई दिल्ली : महिला पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक खेलों में पदक जीतने से चूक गईं क्योंकि फाइनल की सुबह उन्हें वजन वर्ग से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया. जिसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी. इसके बाद घर वापस लौटने पर उनका भव्य स्वागत हुआ.

लेकिन देश वापस लौटने के एक हफ्ते बाद विनेश ने राजनीति में आने का फैसला किया और अपने साथी बजरंग पुनिया के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट से मैदान में उतारा है और वह फिलहाल पूरी तरह से चुनाव में व्यस्त हैं.

राजनीति में आने से पहले विनेश ने महिला एथलीटों के यौन उत्पीड़न के मुद्दे पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी किया था, जहां उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब उन्होंने राजनीति में आने के बाद पहली बार नोटिस मिला है जिसमें उन्हें 14 दिनों में इसका जवाब देना होगा.

क्योंकि, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी प्राधिकरण (NADA) ने पहलवान विनेश फोगाट को उनके ठिकाने की जानकारी न देने के लिए नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि एक डोप नियंत्रण अधिकारी को 9 सितंबर को हरियाणा के सोनीपत में विनेश के आवास पर भेजा गया था, जिस समय उन्हें अपने नियत समय पर वहां रहने के लिए कहा गया था और वह मौजूद नहीं रही.

लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने वाली विनेश फोगाट अपने आवास पर मौजूद नहीं थीं. जिसके चलते नाडा ने कहा कि यह उनके ठिकाने के बारे में जानकारी की कमी का मामला है. जिस पर विनेश को 14 दिन के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा गया है.

इलेक्शन पर क्या होगा असर
विनेश फोगाट फिलहाल हरियाणा में अपने चुनाव में व्यस्त हैं लेकिन माना जा रहा है कि इस नोटिस का उनके इलेक्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि हरियाणा में 5 अक्टूबर को इलेक्शन हैं और सिर्फ 9 दिन बाकी है. ऐसे में वह इलेक्शन से निपटकर भी इसका जवाब आसानी से दे सकती है. इलेक्शन पूरा होने के बाद भी उनके पास 5 दिन बाकी होंगे.

रिटायरमेंट के बाद भी विनेश फोगाट का एंटी डोपिंग टेस्ट क्यों?
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि विश्व डोपिंग रोधी प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, सक्रिय एथलीट पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और इसलिए उन्हें आवश्यकता पड़ने पर परीक्षण के लिए बुलाया जा सकता है. उन्हें उपलब्ध होने के लिए महीने में कुछ दिनों के लिए एक विशिष्ट समय और स्थान दिया जाना चाहिए.

पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली विनेश मार्च 2022 से पंजीकृत परीक्षण पूल का हिस्सा हैं और उन्हें इस साल जनवरी में नाडा द्वारा सूची में शामिल किए जाने की सूचना भी दी गई थी.

विशेष रूप से, एक साल में अगल कोई भी एथलीट तीन बार डोपिंग परीक्षण में शामिल होने के लिए विफल रहता है तो उसे नियम का उल्लंघन माना जाता है और उसको भी उसी तरह की सजा दी जाएगी जैसे डोपिंग में शामिल होने वाले एथलीट को दी जाती है. हालांकि, विनेश फोगाट के मामले में NADA ने अपने नोटिस में कहा है कि 12 महीनों में यह उनकी पहली विफलता है.

यह भी पढ़ें : बुरी फंसी विनेश फोगाट, ठिकाना न बताने पर मिला नोटिस, 14 दिनों में मांगा जवाब
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