बेंगलुरु: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के मैनेजर स्वामीनाथन शंका के साथ धोखेधड़ी का मामला सामने आया हैं. कैप्टन कूल के मैनेजर के साथ तिरुपति मंदिर के विशेष दर्शन के नाम पर ठगी हुई है. बता दें कि आरोपियों ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पीए के नाम पर ठगी की है. धोनी के मैनेजर स्वामीनाथन शंकर ने इसकी शिकायत एचएसआर लेआउट पुलिस स्टेशन में की है. अब एफआईआर के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई की है.
पुलिस शिकायत के अनुसार, 'पिछले साल अक्टूबर में स्वामीनाथन शंकर को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया था, जिसने खुद को 'वित्त मंत्री के करीबी सहायक नकुल' के रूप में पेश किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि जज का बेटा संदीप धोनी से मिलना चाहता था. इसके मुताबिक, 29 अक्टूबर को संदीप और सलमान ने आईटीसी बंगाल होटल में धोनी और उनसे मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के दौरान संदीप ने कहा कि जब भी तुम चाहो, वह तिरूपति के भगवान वेंकटेश्वर के विशेष दर्शन की व्यवस्था कर देंगा. उसके बाद 30 नवंबर को जब मैं दुबई में था तो संदीप ने मुझे फोन किया और बताया कि 12 लोगों को तिरुपति दर्शन के लिए विशेष दर्शन पास दिया जाएगा. इसलिए मैंने कुडलुगेट में एक स्कूल चलाने वाले मित्र विनीत चन्द्रशेखर को फोन किया और उन्होंने तिरुपति दर्शन के बारे में बताया था. तभी एक अन्य व्यक्ति नागेश्वर राव ने फोन किया और पूछा कि क्या आप साईं क्रिएशन को पैसे दान करना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि विशेष दर्शन कक्ष आदि के खर्च के लिए तीन लाख रुपये दो.
इसी तरह विनीथ चन्द्रशेखर ने गूगल पे पर 3 लाख रुपये का भुगतान किया है. इसके साथ ही बाकी पैसे समेत कुल 6.33 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. लेकिन पैसे चुकाने के बाद भी तिरूपति के दर्शन नहीं हुए. इस ठगी के मामले के बाद अब शिकायत में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गई है. स्वामीनाथन शंकर की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर एचएसआर लेआउट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.