नई दिल्ली : भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 22 नवंबर, 2024 से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के लिए उनके अनुपलब्ध होने की खबरों का खंडन किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर सभी अफवाहों का खंडन कर दिया है.
शमी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, 'इस तरह की बेबुनियाद अफवाहें क्यों? मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं और ठीक होने की पूरी कोशिश कर रहा हूं. न तो बीसीसीआई और न ही मैंने उल्लेख किया है कि मैं बॉर्डर गावस्कर सीरीज से बाहर हूं. मैं जनता से अनुरोध करता हूं कि वे अनधिकृत स्रोतों से ऐसी खबरों पर ध्यान न दें. कृपया रुकें और ऐसी झूठी और फर्जी खबरें न फैलाएं, खासकर मेरे बयान के बिना'.
शमी ने आखिरी बार 2023 वनडे विश्व कप फाइनल में भारत के लिए खेला था. वो इस समय चोट से उबर रहे थे, लेकिन उनकी वापसी पर हालिया अपडेट बहुत चिंताजनक है. उनकी वापसी पर खबरें आईं थी कि वो फिट नहीं है और उनके पैर में सूजन है, जिसके चलते उनकी वापसी में काफी समय लग सकता है. अब शमी ने खुद पोस्ट कर दूध का दूध पानी का पानी कर दिया है.
Why these type of baseless rumors? I'm working hard and trying my level best to recover. Neither the BCCI nor me have mentioned that I am out of the Border Gavaskar series. I request the public to stop paying attention to such news from unofficial sources. Please stop and don’t… pic.twitter.com/0OgL1K2iKS
— 𝕸𝖔𝖍𝖆𝖒𝖒𝖆𝖉 𝖘𝖍𝖆𝖒𝖎 (@MdShami11) October 2, 2024
टाइम्स ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट में लिखा है कि शमी को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में पुनर्वास के दौरान 'घुटने में सूजन' हो गई है. संभावना है कि वह अगले छह से आठ सप्ताह तक बाहर रह सकते हैं. शमी की चोट 22 नवंबर को पर्थ में शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत के लिए चिंता का सबब है.
फरवरी में अकिलीज टेंडन सर्जरी के बाद से वह एनसीए के पुनर्वास कार्यक्रम के तहत हैं. उन्होंने नेट्स में गेंदबाजी फिर से शुरू कर दी थी और अपनी चोट के बारे में अपडेट देने के लिए लगातार अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो पोस्ट कर रहे थे. 34 वर्षीय शमी को 11 अक्टूबर से शुरू होने वाले प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए बंगाल रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल होने की उम्मीद थी.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'शमी ने गेंदबाजी फिर से शुरू कर दी थी और वह जल्द ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने की राह पर दिख रहे थे. लेकिन हाल ही में घुटने की चोट फिर से उभर आई है. बीसीसीआई की मेडिकल टीम चोट का आकलन कर रही है, लेकिन इसमें काफी समय लग सकता है.
बता दें कि, ऑस्ट्रेलिया में 2015 के वनडे विश्व कप के दौरान शमी को घुटने में गंभीर चोट लगी थी. बीसीसीआई की मेडिकल टीम के मौजूदा प्रमुख नितिन पटेल ने उनकी देखभाल की थी. सूत्र ने बताया, 'एनसीए की मेडिकल टीम के लिए यह झटका है. वे एक साल से अधिक समय से उन पर काम कर रहे हैं. उनके पास सबसे बेहतरीन कार्यभार प्रबंधन प्रणाली है. मेडिकल टीम उन्हें जल्द ही मैदान पर वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है.
हालांकि, यह देखा गया है कि भारत का टीम प्रबंधन लगातार यह सुनिश्चित करता है कि गेंदबाजों, खासकर तेज गेंदबाजों को उचित आराम मिले ताकि वे अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों, जैसे जसप्रीत बुमराह और शमी के कार्यभार को संभाल सकें. उनसे ऑस्ट्रेलिया में आक्रमण की अगुआई करने की उम्मीद थी, लेकिन हाल के दिनों में, न तो बुमराह और न ही शमी ने लगातार पांच टेस्ट मैच खेले हैं.