हजारीबाग: बच्चे सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि खेलकूद से भी नवाब बन सकते हैं और नाम कमा सकते हैं. यही वजह है कि हाल के दिनों में स्कूली बच्चों में खेलों के प्रति काफी रुझान देखा जा रहा है. बच्चे खेलों के जरिए अपना करियर बनाने को आतुर हैं. हजारीबाग के लुपुंग निवासी 13 वर्षीय नील कुमार पांडेय का चयन 10 मीटर नेशनल शूटिंग ट्रायल के लिए हुआ है.
नील कुमार पांडेय भोपाल में आयोजित 67वें राष्ट्रीय खेल में यह सफलता हासिल की है. अगर नील कुमार पांडेय राष्ट्रीय ट्रायल में सफल होते हैं, तो वे देश के लिए निशानेबाजी करते नजर आएंगे. नील कुमार पांडेय झारखंड के सबसे कम उम्र के निशानेबाज हैं. जिनका चयन नेशनल ट्रायल के लिए हुआ है. उन्होंने बेहतरीन अंक लाकर यह सफलता हासिल की है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए नील कुमार पांडेय कहते हैं कि सुबह स्कूल में पढ़ाई और पूरी ताकत से अभ्यास करने के बाद ही यह सफलता मिली है. वे ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं. यही वजह है कि उन्होंने बहुत छोटी उम्र से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी है. 2022 में नील ने पहली बार राइफल उठाई और अथक प्रयास के बाद यह सफलता हासिल की.
उनके पिता सुधीर कुमार पांडेय कहते हैं कि बच्चों की जिस भी क्षेत्र में रुचि हो, उन्हें उसमें मदद करनी चाहिए. आज के समय में खेल के जरिए भी करियर बनाया जा सकता है और देशभर में नाम रोशन किया जा सकता है. यही वजह है कि आज अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला अच्छे स्कूलों में कराने के साथ-साथ वहां की खेल गतिविधियों में भी काफी रुचि ले रहे हैं.
उनका कहना है कि खेलों में संभावनाएं इतनी बढ़ गई हैं कि भविष्य में न सिर्फ अच्छे कॉलेज में दाखिला मिल सकता है बल्कि नौकरी मिलना भी आसान हो गया है. सुधीर कुमार पांडेय भोजपुरी गायक हैं. काफी मेहनत से वह अपने बच्चों को वह सारी सुविधाएं देने की कोशिश कर रहे हैं जिससे वह सफल खिलाड़ी बन सकें.
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