नई दिल्ली : कोलकाता के एक जूनियर डॉक्टर के साथ क्रूरता के बाद न्याय की मांग को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए. क्रिकेटर से राजनेता बने हरभजन सिंह ने भी इस पर अपनी गहरी पीड़ा और तीव्र आक्रोश साझा किया. आम आदमी पार्टी के सांसद ने अपने एक्स हैंडल पर 31 वर्षीय कोलकाता बलात्कार और हत्या पीड़िता के लिए न्याय में देरी पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक खुला दो-पृष्ठ का पत्र साझा किया.
With deep anguish over delay in justice to the Kolkata rape and murder victim, the incident which had shaken the conscience of all of us, I have penned a heartfelt plea to the Hon'ble Chief Minister of West Bengal , Ms. @MamataOfficial Ji and Hon'ble @BengalGovernor urging them… pic.twitter.com/XU9SuYFhbY
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) August 18, 2024
हरभजन ने न्याय और आत्मनिरीक्षण का आह्वान से करते हुए, और पश्चिम बंगाल सरकार, सीबीआई, गवर्नर और भारत के नागरिकों को संबोधित करते हुए तेजी से और निर्णायक रूप से कार्रवाई करने का आग्रह किया. उन्होंने अपने पत्र में अकल्पनीय कृत्य के बारे में भी लिखा, जिसने हम सभी की अंतरात्मा को झकझोर दिया.
हरभजन ने इस घटना को न केवल एक व्यक्ति के खिलाफ जघन्य अपराध बल्कि हमारे समाज की हर महिला की गरिमा और सुरक्षा पर गंभीर हमला बताते हुए सिंह ने समाज में गहरी जड़ें जमाए बैठी बुराइयों और संबंधित अधिकारियों द्वारा व्यवस्थागत बदलाव और कार्रवाई की आवश्यकता की ओर इशारा किया.
सिंह ने लिखा, 'यह तथ्य कि चिकित्सा संस्थान के परिसर में इस तरह का अत्याचार हो सकता है, जो चिकित्सा और जीवन बचाने के लिए समर्पित स्थान है. यह चौंकाने वाला और अस्वीकार्य दोनों है. राज्यसभा सांसद ने सवाल उठाया, चिकित्सा समुदाय पहले से ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम कर रहा है. ऐसी घटनाओं के साथ, हम उनसे समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं, जब उनकी खुद की सुरक्षा इतनी गंभीर रूप से खतरे में है?
बता दें, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या कर दी गई. इस घटना ने महिलाओं की सुरक्षा और अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
हरभजन ने एक्स पर लिखा, महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता. इस जघन्य अपराध के अपराधियों को कानून के पूर्ण भार का सामना करना चाहिए, और सजा अनुकरणीय होनी चाहिए. तभी हम अपनी व्यवस्था में विश्वास बहाल कर पाएंगे.