हैदराबाद : एमए चिदंबरम स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को अपना तीसरा इंडियन प्रीमियर लीग ट्रॉफी जीते हुए लगभग एक सप्ताह हो गया है और उनके हेड कोच चंद्रकांत पंडित का कहना है कि खिलाड़ियों की मानसिकता को एक जैसा बनाना महत्वपूर्ण है.
पंडित ने कहा कि आईपीएल ऐसा टूर्नामेंट है जहां दुनिया भर के खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ एक लक्ष्य को हासिल करने के लिए इकट्ठा होते हैं और इसलिए सभी को एक ही पेज पर लाना बहुत महत्वपूर्ण है. केकेआर, जिसने पूरे सीजन में अपनी तेजतर्रार बल्लेबाजी लाइन-अप पर भरोसा किया, आईपीएल 2024 के फाइनल में पैट कमिंस की अगुवाई वाली सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 8 विकेट से विजयी हुई.
पंडित ने ईटीवी भारत से मुख्य कोच के तौर पर सबसे कठिन काम के बारे में बात करते हुए कहा, 'टी20 फॉर्मेट में हर कोई सीखता है, हमें हर गेंद के बाद सीखने को मिलता है, क्योंकि प्रारूप अलग है और हर किसी की मानसिकता अलग है. घरेलू टीमों की मानसिकता अलग है, लेकिन संस्कृति एक जैसी है, लेकिन यहां खिलाड़ियों की संस्कृति और मानसिकता अलग है, क्योंकि खिलाड़ी विभिन्न संस्कृतियों से यहां आते हैं और भारतीय खिलाड़ी भी विभिन्न राज्यों से आते हैं. उनकी मानसिकता को एक पृष्ठ पर लाना महत्वपूर्ण है'.
खिताबी जीत के बारे में बात करते हुए पंडित ने कहा, 'यह निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण जीत है. आईपीएल एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है और दुनिया भर के खिलाड़ी और कोच इसमें हिस्सा लेते हैं. यह एक बड़ी लीग है क्योंकि इसमें विदेशी खिलाड़ी भी खेलते हैं. यह (आईपीएल खिताब जीतना) एक अलग एहसास है'.
62 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा, 'मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि हर टूर्नामेंट का अपना महत्व होता है, रणजी ट्रॉफी जो एक घरेलू टूर्नामेंट है, वह भी उतना ही प्रतिष्ठित है, क्योंकि यह देश का सर्वश्रेष्ठ (टूर्नामेंट) है. दोनों टूर्नामेंट अलग-अलग हैं, लेकिन मैं कहूंगा कि किसी भी टूर्नामेंट को जीतना प्रतिष्ठित है'.
पंडित ने यह भी उल्लेख किया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि फाइनल एकतरफा मैच होगा और उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था. मुझे उम्मीद नहीं थी लेकिन ऐसा हो सकता है (खेलों में) कि एक टीम जो अंक तालिका में पहले दो स्थानों पर थी, उसने हमसे (क्वालीफायर 1 में) हारने के बाद राजस्थान रॉयल्स को हरा दिया और इसलिए उनका आत्मविश्वास ऊंचा था. मुझे उम्मीद थी कि फाइनल एक करीबी मुकाबला होगा क्योंकि हम भी अच्छा खेल रहे थे, लेकिन यह खेल का एक हिस्सा था। और ये चीजें होती हैं'.
पंडित ने केकेआर के मेंटर गौतम गंभीर की भी जमकर तारीफ की, जिन्होंने टीम को दो आईपीएल खिताब दिलाए हैं और सहायक कोच अभिषेक नायर की भी. उन्होंने कहा, 'घरेलू टीम या फ्रैंचाइजी में अलग-अलग तरह के कोच होते हैं, बॉलिंग कोच, बैटिंग कोच, मेंटर, सभी शामिल होते हैं और यह एक सामूहिक प्रयास है. अभिषेक नायर ने बहुत मेहनत की है. आईपीएल के दौरान ही नहीं,बल्कि वह मुंबई में केकेआर के खिलाड़ियों की अकादमी में होने वाली प्रैक्टिस में शामिल थे. इसलिए स्वाभाविक रूप से, इसका खिलाड़ियों पर असर पड़ता है'.
उन्होंने कहा, 'गौतम गंभीर के पास समृद्ध अनुभव है, उन्होंने भारत के लिए खेला है, दो विश्व कप जीते हैं, आईपीएल जीता है (खिलाड़ी के रूप में), वह टीम में अनुभव लेकर आए और जब उन्होंने अपने अनुभव साझा किए तो यह खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा थी और इससे खिलाड़ियों को फायदा हुआ'.
कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को एकतरफा फाइनल मुकाबले में 8 विकेट से हराया. पूरी दुनिया रमाकांत आचरेकर को महान सचिन तेंदुलकर के कोच के रूप में जानती है, लेकिन उनके अलावा चंदू पंडित, प्रवीण आमरे और विनोद कांबली भी भारत के लिए खेल चुके हैं.
चंद्रकांत पंडित भारत के सबसे सफल घरेलू कोच हैं, जिन्होंने कई बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीते हैं. उन्होंने मुंबई को दो बार, विदर्भ को दो बार और मध्य प्रदेश को मेडन रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने अपनी शानदार उपलब्धियों में एक और उपलब्धि तब जोड़ी जब उन्होंने शाहरुख खान के सह-स्वामित्व वाली केकेआर को अपना तीसरा आईपीएल खिताब जिताया.
चंदू पंडित कहते हैं, 'मुझे सर (दिवंगत रमाकांत आचरेकर) की याद आती है, खासकर खेल देखते समय अगर कोई गलती करता या अनुशासनहीन होता तो सर क्या कहते. मैंने उनसे जो सीखा है, उससे मुझे बहुत फायदा हुआ है. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि सर की कोचिंग शैली में अब गैजेट्स की मदद ली जा रही है. पहले लोग पेन से लिखते थे, लेकिन अब चीजें टाइप की जा रही हैं (कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग करके), और यही अंतर है. जब भी मुझे सर की याद आती है, मैं उनकी बड़ी बेटी से बात करता हूं और अपनी भावनाएं उसे बताता हूं. यह सर का आशीर्वाद है'.
भारत के पूर्व विकेटकीपर और बल्लेबाज पंडित ने कहा, 'जब मैंने कोचिंग शुरू की तो मैं उनका आशीर्वाद लेने गया था, उस समय उन्होंने कहा था कि मेरे बाद तुम यहां रहोगे. यह उनका (मेरे लिए) आशीर्वाद था'.