टोरंटो : 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सोमवार को फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया. उनका हिकारू नाकामुरा के साथ अंतिम दौर का खेल ड्रॉ पर समाप्त हुआ. गुकेश ने 9/14 अंक हासिल कर यह उपलब्धि हासिल की है. इसके साथ ही गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं.
इस जीत के साथ गुकेश विश्व शतरंज चैंपियनशिप मुकाबले में मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देंगे. वह अब विश्वनाथन आनंद के बाद क्लासिकल विश्व चैम्पियनशिप खिताब के लिए लड़ने वाले दूसरे भारतीय हैं. आनंद ने 2000 और 2013 के बीच पांच बार खिताब जीता था उसके बाद वह मैग्नस कार्लसन से हार गए थे, जिन्होंने वर्तमान में कैंडिडेट्स 2024 में भाग लेने से इनकार कर दिया है.
विश्व चैम्पियनशिप मैच में 14 खेल होते हैं. जो खिलाड़ी 7.5 अंक या अधिक स्कोर करता है वह मैच जीत जाता है, और आगे कोई खेल नहीं खेला जाता है. यदि 14 गेम के बाद स्कोर बराबर होता है, तो इस जीत का फैसला टाईब्रेक से किया जाता.
विश्वनाथ आनंद ने भी गुकेश को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि 'सबसे कम उम्र के चैलेंजर बनने के लिए गुकेश को बधाई. आपने जो किया है उस पर शतरंज परिवार को बहुत गर्व है. आपने जिस तरह से खेला और कठिन परिस्थितियों को संभाला, उस पर मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत गर्व है. इस पल का आनंद लें.