हजारीबाग: प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती. कड़ी मेहनत और लगन से की गई हर एक कोशिश का परिणाम भी दिखता है. ऐसा ही इन दिनों हजारीबाग के संत कोलंबस कॉलेज मैदान में नजर आ रहा है. जहां मूक-बधिर खिलाड़ियों के खेल को देखकर हर व्यक्ति उनके जज्बे को सलाम कर रहा है. हजारीबाग में झारखंड डेफ क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से क्रिकेट टी 20 टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है.
कई जिलों के मूक-बधिर खिलाड़ियों ने क्रिकेट टूर्नामेंट में लिया है भागः इस क्रिकेट टूर्नामेंट में बोकारो, जमशेदपुर, हजारीबाग और रांची से मूक-बधिर खिलाड़ी पहुंचे हैं. लेकिन उनके खेल को देखकर कोई विश्वास ही नहीं कर सकता कि वे दिव्यांग हैं. कड़ी मेहनत और प्रयास से आज उनका खेल राज्य के कोने-कोने तक फैल रहा है .आयोजक भी कहते हैं कि इस तरह का आयोजन करना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन दिव्यांगों को उचित मंच देना भी समाज का दायित्व है. इस कारण इस तरह का टूर्नामेंट का आयोजन समय-समय पर कराया जाता है. इन्हीं में से कोई ऐसा खिलाड़ी निकलता है जो पूरे विश्व में अपने देश का परचम फैलाता है.
दिव्यांग खिलाड़ियों का प्रदर्शन देख दर्शक रह गए हैरानः इस क्रिकेट टूर्नामेंट को देखने के लिए दर्शकों की भी भीड़ पहुंच रही है. दर्शकों ने दिव्यांग खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखकर दांतों तले अंगुलियां दबा ली. कई दर्शक अचरज में पड़ गए. दर्शकों में एक फिजिकल टीचर भी पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि ओलंपिक में भी दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराया है. हजारीबाग में जिस तरह से आयोजन हो रहा है और खिलाड़ी खेल रहे हैं यह काबिले तारीफ है. यह उनके हुनर को दर्शाता है. ऐसे खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना समाज का दायित्व है. जब खिलाड़ी दिव्यांग हो जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है.
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