लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले में ऐसी बेइज्जती पहले कभी नहीं हुई जैसी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में कर दी है. अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के ग्रेटर नोएडा के स्टेडियम में खेले जा रहे अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट मुकाबले में दूसरे दिन तक एक भी गेंद नहीं फेंकी गई है. 2 दिन का समय बीत गया है.
Day 2 of the #AFGvNZ Test has been called off with no play taking place. pic.twitter.com/iglUQ8o0WD
— ICC (@ICC) September 10, 2024
नोएडा स्टेडियम से परेशान हुआ अफगानिस्तान
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सहयोग से अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में इस मुकाबले का आयोजन किया जा रहा है मगर पानी सूखने के खराब इंतजाम के इलाहाबाद दर्शकों और मीडिया के लिए बदतर इंतजामों से परेशान अफगानिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस स्टेडियम में दोबारा मैच न खेलने का फैसला कर लिया है. दूसरी उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने इस टेस्ट मैच में आयोजन को लेकर किसी भी भूमिका के होने से इनकार किया.
Day 2 Abandoned! 😕
— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) September 10, 2024
Day 2 of the one-off #AFGvNZ Test has officially been called off. Despite multiple efforts to dry the surface, the outfield remained unfit for play.#AfghanAtalan | #AFGvNZ | #GloriousNationVictoriousTeam pic.twitter.com/IB1GpKOZhw
स्टेडियम में सुविधाओं का अभाव
शहीद विजय सिंह पथिक क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच एकमात्र टेस्ट मैच के सोमवार को पहले दिन के बाद आज दूसरे दिन का खेल भी अव्यवस्थाओं से 'क्लीन बोल्ड' हो गया. घटिया जल निकासी, गीले मैदान और दयनीय सुविधाओं के चलते सोमवार को टेस्ट का पहला दिन बिना गेंद फेंके समाप्त हुआ है. वहीं, दूसरे दिन का खेल भी बिना टॉस हुए रद्द हो गया जबकि मैदान पर बारिश भी नहीं हो रही है.
मैदान को सुखा नहीं पाया स्टाफ
इससे पहले बूंदाबांदी के बाद सोमवार और मंदलवार पूरे दिन बारिश नहीं हुई, फिर भी अनुभवहीन कर्मचारी मैदान सुखाने में नाकाम रहे. हाल यह था कि अफगानिस्तान के अभ्यास सत्र के लिए मैदान सुखाने के लिए टेबल फैन का इस्तेमाल किया गया.
Greater Noida scenes #AFGvNZ
— Sreshth Shah (@sreshthx) September 10, 2024
📷 AFP/Getty pic.twitter.com/dlaptruZJC
सुविधाओं की कमी से अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट समेत खिलाड़ी भी नाखुश दिखे. कप्तान टिम साउदी, ऑलराउंडर मिचेल सेंटनर और रचिन रविंद्र सहित न्यूजीलैंड के कई खिलाड़ी भी मैदान का जायजा लेने आए लेकिन मिड-ऑन और मिड विकेट चिंता का विषय बना रहा. जबकि 30 गज के घेरे के अंदर भी कई गीले क्षेत्र थे.
सुविधाओं की कमी मैदान के बाहर तक थी जिससे संचालन पर असर पड़ा. मीडिया के लिए उचित स्टैंड और फैंस के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी. इसके अलावा 'एक्रिडिटिड' मीडिया को पानी की कमी, बिजली की आपूर्ति और महिला शौचालय तक की कमी का सामना करना पड़ा.
हम यहां कभी वापस नहीं आएंगे : एसीबी
एसीबी के एक अधिकारी ने कहा, 'बहुत गड़बड़ी है, हम यहां कभी वापस नहीं आएंगे'. दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने इस मुकाबले उत्तर प्रदेश की हो रही बदनामी को लेकर कुछ भी अधिकृत तौर पर नहीं बोला है. दूसरी ओर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी मोहम्मद फहीम ने बताया कि इससे उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का कोई लेना-देना नहीं है. अफगानिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इसका मेजबान है.
Afghanistan team unhappy with facilities in Greater Noida’s stadium, say ‘we will never come here again’.
— Nawaz 🇵🇰 (@Rnawaz31888) September 10, 2024
There are no basic facilities. There is complete mismanagement at the venue. Even the players are not happy with good, training facilities and everything. #AFGvsNZ #WTC25 pic.twitter.com/UsJGbYmfPw