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सदियों बाद बेजाड़ संयोग, साल 2024 के दोनों सूर्य ग्रहण होंगे माद्य, ज्योतिष बोले क्यों देखें सूरज - what is madhya surya grahan 8 tips

Surya Grahan 2024 Sutak Kaal: इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को पड़ रहा है. बता दें ऐसा पहली बार होगा जब साल के दोनों सूर्य ग्रहण माद्य सूर्य ग्रहण कहलाएगा. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानिए क्या है माद्य सूर्य ग्रहण और क्या रखनी होगी सावधानी...

Surya Grahan 2024 Sutak Kaal
साल का दूसरा सूर्यग्रहण होगा माद्य (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 14, 2024, 9:49 PM IST

Updated : Jun 15, 2024, 11:18 AM IST

Jyotish Tips On Surya Grahan 2024: जब कोई ग्रहण पड़ता है, तो उसे लेकर लोग काफी सजग रहते हैं. वे यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह ग्रहण कब पड़ेगा. सूतक काल कब से लग जाएगा. किस तरह की सावधानी बरतनी होगी. ये ग्रहण किन राशियों के लिए खतरनाक होगा. किन्हें संभल कर रहना होगा. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण किस महीने में पड़ रहा है और आखिर ये सूर्य ग्रहण क्यों विशेष है. जानिये ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.

साल का दूसरा सूर्यग्रहण ?

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आखिर कब पड़ रहा है. इसे लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 8 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण था. जो भारत में दिखाई नहीं दिया था और इसीलिए सूतक काल भी इसका मान्य नहीं था. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अब अक्टूबर महीने में पड़ रहा है. 2 अक्टूबर 2024 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा. ये सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए भारत में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.

5 साल बाद हो रहा ऐसा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि साल का जो पहला सूर्य ग्रहण पड़ा था, वो भी भारत में दिखाई नहीं दिया था, इसलिए उसका सूतक काल नहीं माना गया था. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जो की 2 अक्टूबर को पड़ रहा है. यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका भी सूतक काल मान्य नहीं होगा, लेकिन जहां-जहां ये सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. वहां सूतक काल माना जाएगा. जब सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देता है, उसे माद्य सूर्य ग्रहण कहा जाता है. भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा. इसलिए माद्य सूर्यग्रहण कहेंगे. साल में लगातार ये दूसरा सूर्य ग्रहण ऐसा होगा. जो माद्य सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. लगभग 5 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब साल के दोनों सूर्य ग्रहण लगातार माद्य सूर्य ग्रहण पड़ रहे हैं.

कहां-कहां दिखेगा सूर्यग्रहण ?

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में तो दिखाई नहीं देगा, लेकिन जो 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, ये अन्य कई देशों में दिखाई देगा. यहां इसका सूतक काल भी माना जाएगा. ये सूर्य ग्रहण दक्षिण व उत्तरी अमेरिका पेसिफिक क्षेत्र अटलांटिक भाग, आर्कटिक क्षेत्र, अंटार्कटिका समेत कई देशों में दिखाई देगा. इस ग्रहण का संबंध भारत से कुछ भी नहीं है. जब ये भारत में दिखाई नहीं देगा, तो भारत में यह मान्य भी नहीं होगा.

इन्हें बरतनी होगी सावधानी

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जो की 2 अक्टूबर को पड़ने जा रहा है. यह भारत में तो दिखाई नहीं देगा,. इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा, लेकिन जिन देशों में दिखाई देगा वहां सूतक काल मान्य होगा. उन्हें सावधान रहना होगा. जहां ग्रहण दिखेगा वहां ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है. जब सूतक काल लग जाता है, उस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. मंदिरों में पूजा पाठ नहीं होती है. जो खाना बचा होता है, उसमें तुलसी डालकर ढक कर रख दिया जाता है.

यहां पढ़ें...

साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा देखने लायक, जानें कब-कहां- दिखेगा, सूतक काल से ये देश होंगे प्रभावित

सूर्य ग्रहण के दिन घर के मध्य में रख दें तुलसी का पौधा, घर में हमेशा रहेगा खुशियां का वास

सूर्य ग्रहण पर क्या करें और क्या ना करें?

गर्भवती महिलाएं बाहर नहीं निकलती हैं. धर्म कर्म के काम बंद हो जाते हैं. कोई भी शुभ कार्य नहीं होते हैं. कई लोग गंगा जी में जाकर माला जपते हैं. इसे भी बहुत शुभ माना गया है. साथ ही जैसे ही सूर्य ग्रहण खत्म होता है. सूतक काल खत्म होता है. उसके तुरंत बाद कई लोग गंगा जी में स्नान करते हैं. कई लोग घरों पर ही स्नान करते हैं. कई लोग घरों में तालाबों में नदियों में स्नान करते हैं. कुछ लोग घरों में ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान करते हैं और फिर इसके बाद घर की साफ सफाई करते हैं. पूजा पाठ करते हैं. मंदिरों के कपाट खोलते हैं.

Jyotish Tips On Surya Grahan 2024: जब कोई ग्रहण पड़ता है, तो उसे लेकर लोग काफी सजग रहते हैं. वे यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह ग्रहण कब पड़ेगा. सूतक काल कब से लग जाएगा. किस तरह की सावधानी बरतनी होगी. ये ग्रहण किन राशियों के लिए खतरनाक होगा. किन्हें संभल कर रहना होगा. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण किस महीने में पड़ रहा है और आखिर ये सूर्य ग्रहण क्यों विशेष है. जानिये ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.

साल का दूसरा सूर्यग्रहण ?

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आखिर कब पड़ रहा है. इसे लेकर ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि 8 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण था. जो भारत में दिखाई नहीं दिया था और इसीलिए सूतक काल भी इसका मान्य नहीं था. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण अब अक्टूबर महीने में पड़ रहा है. 2 अक्टूबर 2024 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा. ये सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए भारत में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.

5 साल बाद हो रहा ऐसा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि साल का जो पहला सूर्य ग्रहण पड़ा था, वो भी भारत में दिखाई नहीं दिया था, इसलिए उसका सूतक काल नहीं माना गया था. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जो की 2 अक्टूबर को पड़ रहा है. यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका भी सूतक काल मान्य नहीं होगा, लेकिन जहां-जहां ये सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. वहां सूतक काल माना जाएगा. जब सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देता है, उसे माद्य सूर्य ग्रहण कहा जाता है. भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा. इसलिए माद्य सूर्यग्रहण कहेंगे. साल में लगातार ये दूसरा सूर्य ग्रहण ऐसा होगा. जो माद्य सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. लगभग 5 साल बाद ऐसा हो रहा है, जब साल के दोनों सूर्य ग्रहण लगातार माद्य सूर्य ग्रहण पड़ रहे हैं.

कहां-कहां दिखेगा सूर्यग्रहण ?

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में तो दिखाई नहीं देगा, लेकिन जो 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, ये अन्य कई देशों में दिखाई देगा. यहां इसका सूतक काल भी माना जाएगा. ये सूर्य ग्रहण दक्षिण व उत्तरी अमेरिका पेसिफिक क्षेत्र अटलांटिक भाग, आर्कटिक क्षेत्र, अंटार्कटिका समेत कई देशों में दिखाई देगा. इस ग्रहण का संबंध भारत से कुछ भी नहीं है. जब ये भारत में दिखाई नहीं देगा, तो भारत में यह मान्य भी नहीं होगा.

इन्हें बरतनी होगी सावधानी

साल का दूसरा सूर्य ग्रहण जो की 2 अक्टूबर को पड़ने जा रहा है. यह भारत में तो दिखाई नहीं देगा,. इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा, लेकिन जिन देशों में दिखाई देगा वहां सूतक काल मान्य होगा. उन्हें सावधान रहना होगा. जहां ग्रहण दिखेगा वहां ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है. जब सूतक काल लग जाता है, उस दौरान मंदिरों के कपाट बंद हो जाते हैं. मंदिरों में पूजा पाठ नहीं होती है. जो खाना बचा होता है, उसमें तुलसी डालकर ढक कर रख दिया जाता है.

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सूर्य ग्रहण पर क्या करें और क्या ना करें?

गर्भवती महिलाएं बाहर नहीं निकलती हैं. धर्म कर्म के काम बंद हो जाते हैं. कोई भी शुभ कार्य नहीं होते हैं. कई लोग गंगा जी में जाकर माला जपते हैं. इसे भी बहुत शुभ माना गया है. साथ ही जैसे ही सूर्य ग्रहण खत्म होता है. सूतक काल खत्म होता है. उसके तुरंत बाद कई लोग गंगा जी में स्नान करते हैं. कई लोग घरों पर ही स्नान करते हैं. कई लोग घरों में तालाबों में नदियों में स्नान करते हैं. कुछ लोग घरों में ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान करते हैं और फिर इसके बाद घर की साफ सफाई करते हैं. पूजा पाठ करते हैं. मंदिरों के कपाट खोलते हैं.

Last Updated : Jun 15, 2024, 11:18 AM IST
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