हैदराबादः शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा होती है. इस साल 6 अक्टबर, दिन रविवार, चतुर्थी तिथि पर कूष्मांडा की पूजा होगी. मान्यता है कि मां कूष्मांडा ने अपनी हंसी से ब्रह्मांड का सृजन किया है. माता के इस स्वरूप में उन्हें आठ भुजाओं के साथ, शेर की सवारी करते हुए देखा जा सकता है. उन्हें खुशी व शक्ति की देवी के रूप में जाना जाता है. माता का प्रिय रंग नारंगी है, जो आशावाद, खुशी और सकारात्मकता का प्रतीक है. इस दिन माता के भक्त पीले कपड़े पहना पसंद करते हैं. मान्यता है कि मालपुआ और कुम्हड़े का भोग मां पसंद करती हैं. मान्यता है कि नियमपूर्वक मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है. माता की कृपा से मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है.
ऐसे करें मां का पूजन
- घर के साफ-सफाई के बाद स्नान कर साफ-सुथरा कपड़ा पहनें.
- घर के पूजा स्थल या मंदिर में चौकी पर मां कूष्मांडा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें.
- मां की पूजा का संकल्प लें.
- मां कूष्मांडा को रोली-कुमकुम लगाएं और नैवेद्य अर्पित करें.
- धूप-दीपक जलाएं और मां की आरती उतारें.
- आरती के बाद परिवार व आसपास में सबों के बीच प्रसाद वितरित कर स्वयं ग्रहण करें.
नवरात्रि कैलेंडर 2024 | |||
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तारीख | दिन | त्योहार | तिथि |
3 अक्टूबर 2024 | गुरुवार | घटस्थापना | प्रतिपदा |
4 अक्टूबर 2024 | शुक्रवार | मां ब्रह्मचारिणी पूजा | द्वितीया |
5 अक्टूबर 2024 | शनिवार | मां चंद्रघंटा पूजा | तृतीया |
6 अक्टूबर 2024 | रविवार | मां कुष्मांडा पूजा | चतुर्थी |
7 अक्टूबर 2024 | सोमवार | मां स्कंदमाता पूजा | महा पंचमी |
8 अक्टूबर 2024 | मंगलवार | मां कात्यायिनी पूजा | महाषष्ठी |
9 अक्टूबर 2024 | बुधवार | मां कालरात्रि पूजा | महा सप्तमी |
10 अक्टूबर 2024 | गुरुवार | मां महागौरी पूजा | महाअष्टमी |
11 अक्टूबर 2024 | शुक्रवार | मां सिद्धिदात्री पूजा | महानवमी |
12 अक्टूबर 2024 | शनिवार | विजय दशमी | दशमी |