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साल 2024 में नाग पंचमी पर कई साल बाद बन रहा है ये खास योग, इस विधि से करें पूजा तो मिलेगा लाभ ही लाभ - Nag Panchami 2024

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 23, 2024, 5:21 PM IST

Updated : Jun 23, 2024, 6:19 PM IST

हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व होता है. मान्यता के अनुसार इस दिन नाग देवता की पूजा करने से व्यक्ति को कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. साल 2024 में कई साल बाद नाग पंचमी पर खास योग बन रहा है. आइए ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानते हैं कि किस विधि से पूजा करने से लाभ मिल सकता है.

Nag Panchami 2024
साल 2024 में नाग पंचमी पर बन रहा है ये खास योग (ETV Bharat)

Nag Panchami 2024: हर वर्ष नाग पंचमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन भगवान शंकर और नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है. नाग पंचमी नाग देवता को समर्पित पूजा होती है. इस बार जो नाग पंचमी पड़ रही है वह बहुत ही विशेष नाग पंचमी है. इस नाग पंचमी पर कई ऐसे योग बन रहे हैं और ऐसा नक्षत्र इस बार के नाग पंचमी में मिल रहा है जिसका काफी महत्व बताया जा रहा है.

6 साल बाद बन रहा ऐसा योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "इस बार की नाग पंचमी का त्योहार सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि शुक्रवार के दिन 09 अगस्त को पड़ रही है. इस दिन हस्त नक्षत्र है, अमृत सिद्धि योग और सिद्धि योग है. 6 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब इस तरह की विशेष योग वाली नाग पंचमी पड़ रही है. इस नाग पंचमी में जो भी व्यक्ति विधि विधान से पूजा करेंगे उन्हें लाभ ही लाभ होगा.

इस विधि से करें पूजा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "नागपंचमी के दिन शास्त्रों में उल्लेख है कि प्रातः कालीन स्नान करके एक ग्लास में दूध ले लें, एक ग्लास में जल ले लें और किसी भी शिवालय में जाकर के पहले शंकर जी को जल से स्नान कराएं फिर दूध से स्नान कराने के बाद फिर जल से स्नान कराएं और उसके बाद एक दोना या कटोरी में दूध भरकर सर्प के लिए वहां पर रख दें."

करें ये उपाय तो मिलेगा लाभ ही लाभ

ज्योतिष आचार्य आगे कहते हैं कि "शास्त्रों में ये भी उल्लेख है कि शिवजी को स्नान कराने के बाद आटे या बेसन का या चांदी और तांबे में से किसी का नाग नागिन का जोड़ा बनाकर शिवजी के ऊपर चढ़ाते हैं तो लाभ ही लाभ होगा. नाग पंचमी के दिन विधिवत शिवजी की पूजा करने के बाद फूल, बेलपत्र जरूर चढ़ाएं, वहां ओम नमः शिवाय का जाप करें तो उससे आपको मिलने वाले लाभ कई गुने हो जाते हैं."

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नागपंचमी पूजन का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि "नागपंचमी के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजे से लेकर के 10 बजे दिन तक है. नागपंचमी के दिन एक मध्यान्ह पूजन भी होती है जिसका शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक है. इस मुहूर्त में शिवजी और नाग की विशेष पूजा होती है. दूध, गंगाजल और जल से स्नान कराके फूल बेलपत्र चढ़ाने और वहां पर विशेष रूप से नाग चढ़ाने पर लाभ ही लाभ होता है."

Nag Panchami 2024: हर वर्ष नाग पंचमी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन भगवान शंकर और नाग देवता की विशेष पूजा की जाती है. नाग पंचमी नाग देवता को समर्पित पूजा होती है. इस बार जो नाग पंचमी पड़ रही है वह बहुत ही विशेष नाग पंचमी है. इस नाग पंचमी पर कई ऐसे योग बन रहे हैं और ऐसा नक्षत्र इस बार के नाग पंचमी में मिल रहा है जिसका काफी महत्व बताया जा रहा है.

6 साल बाद बन रहा ऐसा योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "इस बार की नाग पंचमी का त्योहार सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि शुक्रवार के दिन 09 अगस्त को पड़ रही है. इस दिन हस्त नक्षत्र है, अमृत सिद्धि योग और सिद्धि योग है. 6 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब इस तरह की विशेष योग वाली नाग पंचमी पड़ रही है. इस नाग पंचमी में जो भी व्यक्ति विधि विधान से पूजा करेंगे उन्हें लाभ ही लाभ होगा.

इस विधि से करें पूजा

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "नागपंचमी के दिन शास्त्रों में उल्लेख है कि प्रातः कालीन स्नान करके एक ग्लास में दूध ले लें, एक ग्लास में जल ले लें और किसी भी शिवालय में जाकर के पहले शंकर जी को जल से स्नान कराएं फिर दूध से स्नान कराने के बाद फिर जल से स्नान कराएं और उसके बाद एक दोना या कटोरी में दूध भरकर सर्प के लिए वहां पर रख दें."

करें ये उपाय तो मिलेगा लाभ ही लाभ

ज्योतिष आचार्य आगे कहते हैं कि "शास्त्रों में ये भी उल्लेख है कि शिवजी को स्नान कराने के बाद आटे या बेसन का या चांदी और तांबे में से किसी का नाग नागिन का जोड़ा बनाकर शिवजी के ऊपर चढ़ाते हैं तो लाभ ही लाभ होगा. नाग पंचमी के दिन विधिवत शिवजी की पूजा करने के बाद फूल, बेलपत्र जरूर चढ़ाएं, वहां ओम नमः शिवाय का जाप करें तो उससे आपको मिलने वाले लाभ कई गुने हो जाते हैं."

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नागपंचमी पूजन का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि "नागपंचमी के दिन पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजे से लेकर के 10 बजे दिन तक है. नागपंचमी के दिन एक मध्यान्ह पूजन भी होती है जिसका शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक है. इस मुहूर्त में शिवजी और नाग की विशेष पूजा होती है. दूध, गंगाजल और जल से स्नान कराके फूल बेलपत्र चढ़ाने और वहां पर विशेष रूप से नाग चढ़ाने पर लाभ ही लाभ होता है."

Last Updated : Jun 23, 2024, 6:19 PM IST
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