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तीज पर महिलाओं का घेरा बना पूजा करना शुभ या अशुभ, 16 साल के विशेष योग में इस दिशा में पूजा करें - Hartalika Teej 2024

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 4, 2024, 5:39 PM IST

Updated : Sep 4, 2024, 7:12 PM IST

हिंदू शास्त्रों में हरितालिका तीज का बड़ा महत्व है. इस बार 6 सितंबर यानि शुक्रवार को तीज का त्योहार पड़ रहा है. इस मौके पर शादीशुदा महिलाएं और कुंवारी लड़कियां निर्जला व्रत रखती हैं. शास्त्री शिवधर द्विवेदी से जानिए तीज पूजा करने की विधि, दिशा और शुभ मुहूर्त...

HARTALIKA TEEJ 2024
तीज पर महिलाओं का घेरा बना पूजा करना शुभ या अशुभ (ETV Bharat)

HARTALIKA TEEJ 2024: तीज का त्योहार जिसे हरितालिका तीज के नाम से जाना जाता है. ये ऐसा त्यौहार है, जिसमें महिलाएं सबसे कठिन व्रत में से एक व्रत करती हैं. पूजा-पाठ करती हैं, इस बार तीज का त्योहार 6 सितंबर दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है. बाजार में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. दुकानों पर महिलाएं सामान खरीदने के लिए पहुंच रही हैं.

16 साल बाद हो रहा ऐसा

मनगवां के रहने वाले शास्त्री शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री बताते हैं कि 'इस बार तीज का त्योहार 6 सितंबर को है, लेकिन 16 साल बाद ऐसा योग बन रहा है. जब तीज की तिथि दिन में 12:00 बजे तक ही है, हालांकि ज्योतिष के मुताबिक ये नियम है कि अगर किसी तिथि में सूर्य उदय हो जाता है, तो वो तिथि सूर्यास्त तक मान्य होती है. ऐसा 16 साल बाद हो रहा है. जब दिन में 12:00 तक ही तीज की तिथि है.

पूजा में भूलकर भी न करें ये काम

तीज के त्यौहार में यह नियम होता है कि महिलाएं शिवजी की पूजा करती हैं. इसके लिए जब पूजा होती है, तो अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं चारों ओर घेरा बनाकर बैठ जाती हैं और पूजा करती हैं, लेकिन आचार्य शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री बताते हैं कि 'जब भी तीज की पूजा महिलाएं करें तो कोशिश करें कि घेरा बनाकर के पूजन ना करें. महिलाएं जब पूजन करें तो उनका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए और जो आचार्य पूजा करवा रहे हैं, उनका मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. इस बात का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी जाती है. पूर्व दिशा देव दिशा मानी जाती है. इस तरह से पूजा करने से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. सभी मांगलिक और शुभ कार्य जितने भी होते हैं. वो पूर्व दिशा की ओर ही मुख करके किए जाते हैं.'

यहां पढ़ें...

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12 बजे तक मुहूर्त ऐसे करें पूजा

ज्योतिष आचार्य शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री कहते हैं कि 'इस बार तीज की तिथि जो है, दिन में 12:00 बजे तक पड़ रही है, तो लोग कंफ्यूज ना हों, उनकी जो मुख्य पूजा होती है, फुलेहरा आदि की जो पूजा की जाती है, भगवान शिव की मुख्य पूजा दिन में 12:00 से पहले कर लें. फिर शिवजी को वहां बिठाकर दिनभर भजन कीर्तन करें, रात में भी भजन कीर्तन करें और सुबह विसर्जन करें. इसके अलावा दिन में 12:00 बजे से पहले मुख्य पूजा करने के बाद रात में 4 प्रहर की पूजा फिर से कर सकते हैं. भजन कीर्तन भी कर सकते हैं. जिससे पूरा शुभ फल मिलेगा.

HARTALIKA TEEJ 2024: तीज का त्योहार जिसे हरितालिका तीज के नाम से जाना जाता है. ये ऐसा त्यौहार है, जिसमें महिलाएं सबसे कठिन व्रत में से एक व्रत करती हैं. पूजा-पाठ करती हैं, इस बार तीज का त्योहार 6 सितंबर दिन शुक्रवार को पड़ रहा है. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है. बाजार में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. दुकानों पर महिलाएं सामान खरीदने के लिए पहुंच रही हैं.

16 साल बाद हो रहा ऐसा

मनगवां के रहने वाले शास्त्री शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री बताते हैं कि 'इस बार तीज का त्योहार 6 सितंबर को है, लेकिन 16 साल बाद ऐसा योग बन रहा है. जब तीज की तिथि दिन में 12:00 बजे तक ही है, हालांकि ज्योतिष के मुताबिक ये नियम है कि अगर किसी तिथि में सूर्य उदय हो जाता है, तो वो तिथि सूर्यास्त तक मान्य होती है. ऐसा 16 साल बाद हो रहा है. जब दिन में 12:00 तक ही तीज की तिथि है.

पूजा में भूलकर भी न करें ये काम

तीज के त्यौहार में यह नियम होता है कि महिलाएं शिवजी की पूजा करती हैं. इसके लिए जब पूजा होती है, तो अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं चारों ओर घेरा बनाकर बैठ जाती हैं और पूजा करती हैं, लेकिन आचार्य शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री बताते हैं कि 'जब भी तीज की पूजा महिलाएं करें तो कोशिश करें कि घेरा बनाकर के पूजन ना करें. महिलाएं जब पूजन करें तो उनका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए और जो आचार्य पूजा करवा रहे हैं, उनका मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए. इस बात का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी जाती है. पूर्व दिशा देव दिशा मानी जाती है. इस तरह से पूजा करने से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. सभी मांगलिक और शुभ कार्य जितने भी होते हैं. वो पूर्व दिशा की ओर ही मुख करके किए जाते हैं.'

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12 बजे तक मुहूर्त ऐसे करें पूजा

ज्योतिष आचार्य शिवधर द्विवेदी उर्फ बबलू शास्त्री कहते हैं कि 'इस बार तीज की तिथि जो है, दिन में 12:00 बजे तक पड़ रही है, तो लोग कंफ्यूज ना हों, उनकी जो मुख्य पूजा होती है, फुलेहरा आदि की जो पूजा की जाती है, भगवान शिव की मुख्य पूजा दिन में 12:00 से पहले कर लें. फिर शिवजी को वहां बिठाकर दिनभर भजन कीर्तन करें, रात में भी भजन कीर्तन करें और सुबह विसर्जन करें. इसके अलावा दिन में 12:00 बजे से पहले मुख्य पूजा करने के बाद रात में 4 प्रहर की पूजा फिर से कर सकते हैं. भजन कीर्तन भी कर सकते हैं. जिससे पूरा शुभ फल मिलेगा.

Last Updated : Sep 4, 2024, 7:12 PM IST
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