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गणेश चतुर्थी में 22 साल बाद ब्रह्म योग, जानिए शुभ मुहूर्त, स्थापना विधि, गजानन का प्रिय भोग - Ganesh Chaturthi 2024

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 6, 2024, 6:47 PM IST

हरतालिका तीज के दूसरे दिन यानि 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी है. इस विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. देश भर में गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. गणपति महाराज के आगमन को लेकर घरों से लेकर पंडालों में साज-सज्जा हो गई है. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से जानिए गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और स्थापना विधि.

GANESH CHATURTHI 2024
गणेश चतुर्थी में 22 साल बाद ब्रह्म योग (ETV Bharat)

Ganesh Chaturthi 2024: देशभर में शुक्रवार को हरतालिका तीज मनाई जा रही है. 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी होती है. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना की जाती है. गणेश चतुर्थी को लोग बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं. लंबोदर महाराज को बड़े धूमधाम के साथ अपने घर लाते हैं और उनकी स्थापना करते हैं. पूजा करते हैं, और उनका प्रिय भोग लगाते हैं. गणेशजी की स्थापना से पहले बाजार में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग अपने परिवार के साथ गणपति की मूर्ति खरीदने बाजार में पहुंच रहे हैं.

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त स्थापना विधि (ETV Bharat)

गणेश चतुर्थी, स्थापना का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की 'गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. गणेश चतुर्थी 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार को है. उस दिन चतुर्थी की उदया तिथि है, उदया तिथि 3:14 बजे दिन तक है. यानी प्रातः कालीन जो तिथि होती है, वो पूर्ण रूप से मानी जाती है, इसलिए उस दिन गणेश चतुर्थी है. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी का जन्म उत्सव हुआ था.'

बन रहा विशेष योग

ज्योतिष आचार्य बताते हैं की 'गणेश चतुर्थी के दिन इस बार विशेष योग भी बन रहा है. इस दिन गणेश जन्मोत्सव के साथ में विशेष योग है. इस बार गणेश चतुर्थी के दिन ब्रह्म योग पड़ रहा है. जो बहुत ही विशेष और शुभ योग है. इस योग में गणेश जी की स्थापना करना पूजा पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन ब्रह्म योग होने के कारण गणेश चतुर्थी का व्रत करना भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है.'

22 साल बाद बन रहा ऐसा योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं की गणेश चतुर्थी में इस बार 22 साल बाद ऐसा योग मिल रहा है. जो व्यक्ति इस योग में सायं कालीन समय 6 से 9 के बीच में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं, तो उन्हें गणेश भगवान का आशीर्वाद मिलता है. घर में बड़ी शांति रहती है. उस घर में सुख समृद्धि होती है, आयु बढ़ता है, धन बढ़ता है, लोग खुशहाल रहते हैं.

ऐसी गणेश प्रतिमा करें स्थापित

गणेश चतुर्थी के दिन गणेश प्रतिमा स्थापित करने के लिए शुभ मुहूर्त सायं कालीन 6:00 बजे से लेकर के 9:00 बजे के बीच में है. ये विशेष मुहूर्त है. इस मुहूर्त में एक लकड़ी का पटा ले लें, उसके ऊपर पीला या लाल वस्त्र रख लें. मूर्ति कम से कम 1 फुट से लेकर के जितनी बड़ी हो सके. उतनी बड़ी मूर्ति ला करके, वहां स्थापित करें. अगर मूर्ति में गणेशजी की सूंड दाहिने तरफ मुड़ी हुई, हो तो ऐसी मूर्ति बहुत शुभ मानी गई है. ऐसी मूर्ति लाकर वहां पर स्थापित करें, वहां पर बढ़िया सजाकर रखें.

यहां पढ़ें...

कोलकाता के कलाकार मुरैना में बना रहे हैं गणेश प्रतिमा, ऑर्डर के लिए लगी लोगों की लाइनें

बप्पा के रूप निराले, बाइक के साथ आए गणेश जी, हेलमेट लगाने और वृक्षारोपण का दिया संदेश

स्थापना के दिन लगाएं विशेष भोग

भगवान गणेशजी की स्थापना के बाद ध्यान रखें कि लड्डू और केला का भोग स्थापना के दिन अवश्य लगाएं, जो लड्डू और केला का भोग लगाकर स्थापना के दिन गणेश प्रतिमा स्थापित करते हैं, तो गणेश जी की बड़ी कृपा बरसती है, उनकी दृष्टि भक्तों पर बनी रहती है, सुख समृद्धि बनती है.

Ganesh Chaturthi 2024: देशभर में शुक्रवार को हरतालिका तीज मनाई जा रही है. 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी होती है. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना की जाती है. गणेश चतुर्थी को लोग बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं. लंबोदर महाराज को बड़े धूमधाम के साथ अपने घर लाते हैं और उनकी स्थापना करते हैं. पूजा करते हैं, और उनका प्रिय भोग लगाते हैं. गणेशजी की स्थापना से पहले बाजार में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग अपने परिवार के साथ गणपति की मूर्ति खरीदने बाजार में पहुंच रहे हैं.

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त स्थापना विधि (ETV Bharat)

गणेश चतुर्थी, स्थापना का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की 'गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. गणेश चतुर्थी 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार को है. उस दिन चतुर्थी की उदया तिथि है, उदया तिथि 3:14 बजे दिन तक है. यानी प्रातः कालीन जो तिथि होती है, वो पूर्ण रूप से मानी जाती है, इसलिए उस दिन गणेश चतुर्थी है. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी का जन्म उत्सव हुआ था.'

बन रहा विशेष योग

ज्योतिष आचार्य बताते हैं की 'गणेश चतुर्थी के दिन इस बार विशेष योग भी बन रहा है. इस दिन गणेश जन्मोत्सव के साथ में विशेष योग है. इस बार गणेश चतुर्थी के दिन ब्रह्म योग पड़ रहा है. जो बहुत ही विशेष और शुभ योग है. इस योग में गणेश जी की स्थापना करना पूजा पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन ब्रह्म योग होने के कारण गणेश चतुर्थी का व्रत करना भी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है.'

22 साल बाद बन रहा ऐसा योग

ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं की गणेश चतुर्थी में इस बार 22 साल बाद ऐसा योग मिल रहा है. जो व्यक्ति इस योग में सायं कालीन समय 6 से 9 के बीच में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं, तो उन्हें गणेश भगवान का आशीर्वाद मिलता है. घर में बड़ी शांति रहती है. उस घर में सुख समृद्धि होती है, आयु बढ़ता है, धन बढ़ता है, लोग खुशहाल रहते हैं.

ऐसी गणेश प्रतिमा करें स्थापित

गणेश चतुर्थी के दिन गणेश प्रतिमा स्थापित करने के लिए शुभ मुहूर्त सायं कालीन 6:00 बजे से लेकर के 9:00 बजे के बीच में है. ये विशेष मुहूर्त है. इस मुहूर्त में एक लकड़ी का पटा ले लें, उसके ऊपर पीला या लाल वस्त्र रख लें. मूर्ति कम से कम 1 फुट से लेकर के जितनी बड़ी हो सके. उतनी बड़ी मूर्ति ला करके, वहां स्थापित करें. अगर मूर्ति में गणेशजी की सूंड दाहिने तरफ मुड़ी हुई, हो तो ऐसी मूर्ति बहुत शुभ मानी गई है. ऐसी मूर्ति लाकर वहां पर स्थापित करें, वहां पर बढ़िया सजाकर रखें.

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स्थापना के दिन लगाएं विशेष भोग

भगवान गणेशजी की स्थापना के बाद ध्यान रखें कि लड्डू और केला का भोग स्थापना के दिन अवश्य लगाएं, जो लड्डू और केला का भोग लगाकर स्थापना के दिन गणेश प्रतिमा स्थापित करते हैं, तो गणेश जी की बड़ी कृपा बरसती है, उनकी दृष्टि भक्तों पर बनी रहती है, सुख समृद्धि बनती है.

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