Buddha Purnima 2024। वैशाख का महीना चल रहा है और 23 मई को वैशाख महीने की पूर्णमासी का दिन है. उसी दिन बुद्ध पूर्णिमा भी है. इस बार की जो बुद्ध पूर्णिमा है. वो बहुत खास है, ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष चीज अगर दान की जाए तो उस घर में ज्ञान की वर्षा होती है, लाभ ही लाभ होता है. शांति बनी रहती है, कुल मिलाकर बुद्ध पूर्णिमा के दिन ऐसा करने से बहुत सारे फायदे जातकों को मिलते हैं.
बुद्ध पूर्णिमा कब ?
इस बार बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को पड़ रही है. उसी दिन वैशाख महीने की पूर्णिमा भी है, काफी शुभ दिन है वैसे भी माना जाता है कि वैशाख महीने में दान का बहुत महत्व होता है. लोग तरह-तरह के दान भी करते हैं और उसी दिन बुद्ध पूर्णिमा है, तो यह दिन और विशेष हो गया. ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की बुद्ध पूर्णिमा 23 मई गुरुवार के दिन है. उस दिन भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव हुआ था.
बुध पूर्णिमा को करें ये काम
बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव मनाते हैं. भजन कीर्तन करते हैं, भगवान बुद्ध या किसी देवता के पास जाकर जल, दूध, गंगाजल, शहद, शक्कर से स्नान कराते हैं, तो उस घर में बुद्धि ज्ञान मिलता है, अच्छे संस्कार मिलते हैं. उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है. पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.
बुद्ध पूर्णिमा के दिन करें इन चीजों का दान
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं की विशेष कर बुद्ध पूर्णिमा के दिन जो शक्कर और जल का दान करते हैं या धार्मिक पुस्तकों का दान करते हैं, तो उस घर में सरस्वती जी का वास होता है. उस घर में सरस्वती जी प्रसन्न होती हैं. बुद्धि की वर्षा करती हैं, जो छोटे-छोटे बच्चे पढ़ते हैं, बुद्ध पूर्णिमा के दिन दोपहर में 12:00 बजे तक व्रत करें, व्रत करने के बाद सूर्य भगवान को या विष्णु भगवान को या लक्ष्मी जी के पास जाकर आरती करें पूजन करें, तो सरस्वती जी बहुत प्रसन्न होती है. तीव्र बुद्धि होती है किसी भी प्रतियोगिता में वो छात्र जब बैठते हैं, तो उन्हें सफलता मिलती है, तो बुद्ध पूर्णिमा के दिन पूजा करने से उन्हें सफलता अवश्य प्राप्त होती है.
तीर्थ और स्नान का महत्व
ज्योतिष आचार्य कहते हैं की बुद्ध पूर्णिमा के दिन बहुत से लोग तीर्थ में जाते हैं स्नान करते हैं, नदियां तालाब में स्नान करने के बाद घट का दान या जल का दान या बहुत से लोग जल में नीबू मिलाकर शक्कर का घोल बनाकर सभी व्यक्तियों को पिलाते हैं. इससे भी सरस्वती जी प्रसन्न होती हैं और बुद्धि दाता सरस्वती जी उनको वरदान देती हैं. जैसी कामना करोगे उसी तरह से तुम्हारे घर में बुद्धि की वर्षा होगी और उत्तम संस्कार मिलेगा.