ETV Bharat / lifestyle

इस नवरात्रि अमीर बनने का सपना हो सकता है पूरा, वास्तु शास्त्र के अनुसार इस पौधे का इस्तेमाल दिलाएगा कष्टों से छुटकारा

Navratri Remedies : अनुकूल भाग्य के लिए व्यक्ति अपामार्ग के पौधे की जड़ से जुड़े उपाय कर सकते हैं.

author img

By ETV Bharat Lifestyle Team

Published : 2 hours ago

Updated : 2 hours ago

NAVRATRI REMEDIES FOR WEALTH AND USE APAMARG CHIRCHITA IN DIWALI ACCORDING VASTU TO SOLVE PROBLEMS
अपामार्ग के पौधे की जड़ से जुड़े उपाय! (ETVBharat Canva)

Navratri Remedies : हिंदू धर्म में पौधे बहुत महत्व रखते हैं. तुलसी, बरगद, पीपल, शमी, गूलर और अपराजिता जैसे पौधे अपने औषधीय और दैवीय गुणों के लिए पूजनीय हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार कई पौधे लोगों के लिए सौभाग्य लाते हैं! लाख प्रयास करने के बावजूद, हर किसी को अनुकूल भाग्य नहीं मिलता है. इस समस्या के लिए व्यक्ति अपामार्ग के पौधे की जड़ से जुड़े उपायों पर विचार कर सकते हैं.

अपामार्ग या चिरचिटा का पौधा, जो विभिन्न वातावरणों में अपने लचीलेपन के लिए जाना जाता है और नमी से भरपूर होता है. वास्तु सिद्धांतों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अपामार्ग व्यक्ति के भाग्य को बेहतर बनाता है. वास्तु शास्त्र में अपामार्ग के पौधे से लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ तरीके बताए गए हैं.

सुख-समृद्धि आती है : माना जाता है कि सफेद अपामार्ग के पौधे को जलाकर उसकी राख को गाय के घी में मिलाकर सेवन करने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है. वास्तु सिद्धांतों के अनुसार घर में सफेद अपामार्ग लगाना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि घर में सही जगह पर इसे लगाने से सुख-समृद्धि आती है.

वाणी में सुधार : वास्तु शास्त्र के अनुसार लाल अपामार्ग की शाखा को काटने से व्यक्ति की वाणी में सुधार होता है और शब्दों को वास्तविकता में प्रकट करने की क्षमता मिलती है. अगहन मास (नवंबर-दिसंबर) की पूर्णिमा के दिन पंचोपचार के अनुसार सुबह का अनुष्ठान करने, मंत्रों के साथ अपामार्ग की जड़ को अभिमंत्रित करने और इसे अपने हाथ में बांधने से बड़ी चुनौतियों से मुक्ति मिलती है.

कार्यों में सफलता : घर में किसी को आंखों की समस्या या टूटे हुए विवाह प्रस्तावों को ठीक करने के लिए अपामार्ग का उपयोग किया जा सकता है. अपामार्ग की जड़ को पंचोपचार से पोंछकर एक वर्ष तक दाहिनी भुजा पर धारण करने से व्यक्ति के कार्यों में सफलता मिलती है.

धन की प्राप्ति : अपामार्ग के पौधे की जड़ को नवरात्रि, दिवाली या अन्य शुभ अवसरों पर घर की तिजोरी में रखने से अन्न और आर्थिक समृद्धि आती है. रवि-पुष्य नक्षत्र में अपामार्ग के पौधे की पूजा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और गुप्त धन की प्राप्ति होती है.

संतान प्राप्ति: किसी ज्योतिषी या वास्तु शास्त्री के मार्गदर्शन में अपामार्ग की जड़ को पानी में घिसने से वशीकरण शक्ति मिलती है. जड़ को गोरोचन के साथ पीसकर तिलक के रूप में लगाया जाता है. रवि-पुष्य योग में मजबूत धागे से गर्भवती महिला की कमर पर पौधे की जड़ बांधने से शांति और संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है.

डिस्क्लेमर- यहां आपको दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए है. यह खबर लोक मान्यताओं के आधार पर के लिए लिखी गई है.

ये भी पढ़ें-

Navratri Remedies : हिंदू धर्म में पौधे बहुत महत्व रखते हैं. तुलसी, बरगद, पीपल, शमी, गूलर और अपराजिता जैसे पौधे अपने औषधीय और दैवीय गुणों के लिए पूजनीय हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार कई पौधे लोगों के लिए सौभाग्य लाते हैं! लाख प्रयास करने के बावजूद, हर किसी को अनुकूल भाग्य नहीं मिलता है. इस समस्या के लिए व्यक्ति अपामार्ग के पौधे की जड़ से जुड़े उपायों पर विचार कर सकते हैं.

अपामार्ग या चिरचिटा का पौधा, जो विभिन्न वातावरणों में अपने लचीलेपन के लिए जाना जाता है और नमी से भरपूर होता है. वास्तु सिद्धांतों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अपामार्ग व्यक्ति के भाग्य को बेहतर बनाता है. वास्तु शास्त्र में अपामार्ग के पौधे से लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ तरीके बताए गए हैं.

सुख-समृद्धि आती है : माना जाता है कि सफेद अपामार्ग के पौधे को जलाकर उसकी राख को गाय के घी में मिलाकर सेवन करने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है. वास्तु सिद्धांतों के अनुसार घर में सफेद अपामार्ग लगाना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि घर में सही जगह पर इसे लगाने से सुख-समृद्धि आती है.

वाणी में सुधार : वास्तु शास्त्र के अनुसार लाल अपामार्ग की शाखा को काटने से व्यक्ति की वाणी में सुधार होता है और शब्दों को वास्तविकता में प्रकट करने की क्षमता मिलती है. अगहन मास (नवंबर-दिसंबर) की पूर्णिमा के दिन पंचोपचार के अनुसार सुबह का अनुष्ठान करने, मंत्रों के साथ अपामार्ग की जड़ को अभिमंत्रित करने और इसे अपने हाथ में बांधने से बड़ी चुनौतियों से मुक्ति मिलती है.

कार्यों में सफलता : घर में किसी को आंखों की समस्या या टूटे हुए विवाह प्रस्तावों को ठीक करने के लिए अपामार्ग का उपयोग किया जा सकता है. अपामार्ग की जड़ को पंचोपचार से पोंछकर एक वर्ष तक दाहिनी भुजा पर धारण करने से व्यक्ति के कार्यों में सफलता मिलती है.

धन की प्राप्ति : अपामार्ग के पौधे की जड़ को नवरात्रि, दिवाली या अन्य शुभ अवसरों पर घर की तिजोरी में रखने से अन्न और आर्थिक समृद्धि आती है. रवि-पुष्य नक्षत्र में अपामार्ग के पौधे की पूजा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और गुप्त धन की प्राप्ति होती है.

संतान प्राप्ति: किसी ज्योतिषी या वास्तु शास्त्री के मार्गदर्शन में अपामार्ग की जड़ को पानी में घिसने से वशीकरण शक्ति मिलती है. जड़ को गोरोचन के साथ पीसकर तिलक के रूप में लगाया जाता है. रवि-पुष्य योग में मजबूत धागे से गर्भवती महिला की कमर पर पौधे की जड़ बांधने से शांति और संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है.

डिस्क्लेमर- यहां आपको दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए है. यह खबर लोक मान्यताओं के आधार पर के लिए लिखी गई है.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : 2 hours ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.