नई दिल्ली : पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने फैसला किया है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए आसिफ अली जरदारी उनके उम्मीदवार होंगे. अखबार डॉन ने बिलावल के हवाले से कहा, 'देश में फैल रही असंतोष की आग पर काबू पाने के लिए हमने फैसला किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में जरदारी हमारे उम्मीदवार होंगे.' भुट्टो ने थट्टा इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'वह केंद्र और प्रांतों को बचाएंगे.'
उन्होंने कहा कि जब उनके पिता आसिफ अली जरदारी पद संभालेंगे तो वह इस आग को बुझा देंगे. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि बिलावल ने अपनी पार्टी को उन लोगों के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया है, जिन्होंने उसके लिए वोट मांगे हैं और बदले में कोई मंत्रालय नहीं मांगेंगे.
वहीं दूसरी तरफ जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने चुनाव में धांधली के संबंध में एक वरिष्ठ नौकरशाह के आरोपों के बाद पाकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त और प्रधान न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग की है. रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त लियाकत अली चट्ठा ने शनिवार को आरोप लगाया था कि शहर में जो उम्मीदवार चुनाव हार रहे थे, उन्हें जिताया गया. उन्होंने दावा किया कि रावलपिंडी के 13 उम्मीदवारों को गलत तरीके से विजेता घोषित किया गया.
उनकी टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पीटीआई ने आठ फरवरी के चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया है. चट्ठा ने कहा, 'मैं इन सभी गलत काम की जिम्मेदारी ले रहा हूं और आपको बता रहा हूं कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त और प्रधान न्यायाधीश भी इसमें पूरी तरह से शामिल हैं.' चुनाव परिणामों में हेरफेर के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करने के बाद चट्ठा ने पद से इस्तीफा दे दिया.
खान की अगुवाई वाली पीटीआई के एक प्रवक्ता ने मांग की कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा और प्रधान न्यायाधीश काजी फैज इसा रावलपिंडी के आयुक्त चट्ठा के खुलासे के बाद अपने पदों से इस्तीफा दें. प्रवक्ता ने कहा कि चट्ठा ने स्वीकार किया है कि 70,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत को फर्जी मोहरें लगाकर हार में बदल दिया गया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चट्ठा की गवाही पीटीआई के उस रुख का समर्थन करती है कि लोगों ने बड़ी संख्या में पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को वोट दिया था.
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