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'मोदी का डर खत्म...56 इंच ..भगवान से सीधा संबंध..सब इतिहास बन गया', बोले राहुल - rahul gandhi targets pm modi - RAHUL GANDHI TARGETS PM MODI

Rahul Gandhi says Modi fear gone after polls : कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. वर्जीनिया में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि चुनावों के बाद मोदी का डर खत्म हो गया है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 10, 2024, 7:15 AM IST

Updated : Sep 10, 2024, 7:31 PM IST

वर्जीनिया: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीयों से मिल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों को संबोधित किया. इस बीच राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया.

राहुल गांधी ने कहा, 'चुनावों के बाद कुछ बदल गया है. कुछ लोगों ने कहा 'डर नहीं लगता अब, डर निकल गया अब'. मेरे लिए यह दिलचस्प है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने इतना डर ​​फैलाया और छोटे व्यवसायों पर एजेंसियों का दबाव, सब कुछ सेकंड में गायब हो गया. उन्हें यह डर फैलाने में सालों लग गए और कुछ सेकंड में गायब हो गया. संसद में, मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि मोदी का विचार, 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब अब खत्म हो गया है, यह सब अब इतिहास है.'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान टेक्सास में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में सभी के लिए सम्मान और विनम्रता भरना है. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी कहा कि आम चुनाव के नतीजों ने लोगों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ताधारी प्रतिष्ठान के प्रति 'डर' को खत्म कर दिया है.

गांधी ने कथित तौर पर इस कार्यक्रम में कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी राजनीतिक व्यवस्थाओं और सभी दलों में प्रेम, सम्मान और विनम्रता की कमी है. सभी मनुष्यों के प्रति प्रेम, जरूरी नहीं कि केवल एक धर्म, एक समुदाय, एक जाति, एक राज्य या एक भाषा बोलने वालों के प्रति ही प्रेम हो. भारत के निर्माण में लगे हर व्यक्ति के प्रति सम्मान, न केवल सबसे शक्तिशाली, बल्कि सबसे कमजोर व्यक्ति के प्रति भी, और दूसरों के प्रति नहीं, बल्कि खुद के प्रति विनम्रता. मुझे लगता है कि मैं अपनी भूमिका को इसी तरह देखता हूं.'

हाल के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोग संविधान पर हमले से बचाने के लिए एकजुट हुए थे और नतीजों के बाद डर का माहौल खत्म हो गया है. यह लड़ाई चुनाव में तब स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों को यह स्पष्ट रूप से समझ में आ गया कि भारत के प्रधानमंत्री भारत के संविधान पर हमला कर रहे हैं.

लोग कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा, हमारी भाषा आदि पर हमला कर रही है. उन्होंने जो समझा वह यह था कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है. हमने देखा कि चुनाव परिणाम आने के कुछ ही मिनटों के भीतर भारत में कोई भी भाजपा या प्रधानमंत्री से नहीं डरता था. ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं. ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, जिन्होंने महसूस किया कि हम अपने संविधान, अपने धर्म पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं.' गांधी ने यह भी कहा, 'आरएसएस का मानना ​​है कि भारत एक विचार है. हमारा मानना ​​है कि भारत विचारों की बहुलता है.

ये भी पढ़ें- राहुल गांधी पप्पू नहीं हैं, वह रणनीतिकार हैं: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा

वर्जीनिया: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीयों से मिल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों को संबोधित किया. इस बीच राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया.

राहुल गांधी ने कहा, 'चुनावों के बाद कुछ बदल गया है. कुछ लोगों ने कहा 'डर नहीं लगता अब, डर निकल गया अब'. मेरे लिए यह दिलचस्प है कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने इतना डर ​​फैलाया और छोटे व्यवसायों पर एजेंसियों का दबाव, सब कुछ सेकंड में गायब हो गया. उन्हें यह डर फैलाने में सालों लग गए और कुछ सेकंड में गायब हो गया. संसद में, मैं प्रधानमंत्री को सामने देखता हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि मोदी का विचार, 56 इंच का सीना, भगवान से सीधा संबंध, यह सब अब खत्म हो गया है, यह सब अब इतिहास है.'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान टेक्सास में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में सभी के लिए सम्मान और विनम्रता भरना है. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी कहा कि आम चुनाव के नतीजों ने लोगों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ताधारी प्रतिष्ठान के प्रति 'डर' को खत्म कर दिया है.

गांधी ने कथित तौर पर इस कार्यक्रम में कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी राजनीतिक व्यवस्थाओं और सभी दलों में प्रेम, सम्मान और विनम्रता की कमी है. सभी मनुष्यों के प्रति प्रेम, जरूरी नहीं कि केवल एक धर्म, एक समुदाय, एक जाति, एक राज्य या एक भाषा बोलने वालों के प्रति ही प्रेम हो. भारत के निर्माण में लगे हर व्यक्ति के प्रति सम्मान, न केवल सबसे शक्तिशाली, बल्कि सबसे कमजोर व्यक्ति के प्रति भी, और दूसरों के प्रति नहीं, बल्कि खुद के प्रति विनम्रता. मुझे लगता है कि मैं अपनी भूमिका को इसी तरह देखता हूं.'

हाल के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोग संविधान पर हमले से बचाने के लिए एकजुट हुए थे और नतीजों के बाद डर का माहौल खत्म हो गया है. यह लड़ाई चुनाव में तब स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों को यह स्पष्ट रूप से समझ में आ गया कि भारत के प्रधानमंत्री भारत के संविधान पर हमला कर रहे हैं.

लोग कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा, हमारी भाषा आदि पर हमला कर रही है. उन्होंने जो समझा वह यह था कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है. हमने देखा कि चुनाव परिणाम आने के कुछ ही मिनटों के भीतर भारत में कोई भी भाजपा या प्रधानमंत्री से नहीं डरता था. ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं. ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, जिन्होंने महसूस किया कि हम अपने संविधान, अपने धर्म पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं.' गांधी ने यह भी कहा, 'आरएसएस का मानना ​​है कि भारत एक विचार है. हमारा मानना ​​है कि भारत विचारों की बहुलता है.

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Last Updated : Sep 10, 2024, 7:31 PM IST
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