इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कट्टरपंथियों की भीड़ का आतंक सामने आया है. इतना ही नहीं ईशनिंदा के निर्णय से नाराज सैकड़ों कट्टरपंथी सुप्रीम कोर्ट में ही घुसने लगे. इसके अलावा इनके द्वारा पाकिस्तान मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा के सिर पर ही 1 करोड़ रुपए का इनाम रख दिया गया.
Radical Islamists attacking #Pakistan #SupremeCourt as part of protest against Chief Justice #Qazi Faez Isa who has been accused of #blasphemy. These were the scenes a few hours back. It threatens to worsen. A reward of Rs 1 cr (Pakistani) has been announced for killing him. pic.twitter.com/gV0wh2D9N7
— Ajay Kaul (@AjayKauljourno) August 19, 2024
बता दें कि न्यायाधीश ने एक अहमदिया व्यक्ति सानी को ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था, इसको लेकर कट्टरपंथियों में आक्रोश था. कट्टरपंथियों ने मुख्य न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग की. हालांकि हालात को देखते हुए पानी की बौछार किए जाने के साथ उनपर लाठीचार्ज किया.
पिछले साल पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए काजी फैज ईसा ने फरवरी 2024 में सजा पर लगा दी थी. इसके बाद इसी मामले की सुनवाई करते हुए 29 मई को फैसला सुरक्षित रख लिया था. हालांकि उनकी पीठ में न्यायाधीश इरफान सआदत खान और न्यायाधीश नईम अख्तर अफगान भी शामिल थे.
पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन इस वजह से और ज्यादा तेज हो गए, जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब सरकार की याचिका को स्वीकार कर लिया. इस पर इस्लामी संगठनों ने भी याचिका दायर करते हुए सुप्रीम कोर्ट से अपने निर्णय की समीक्षा करने की मांग की थी.
Mubarak Sani - ahmediya muslim of pakistan - was arrested for blasphemy. His crime - distributing pamphlets propagating ahmediya islam.
— Akshat Deora (@tigerAkD) August 19, 2024
supreme court of pak today said non-muslims (like ahemdiya muslims!!) have the right to do so.
Zombies attack pak sc. pic.twitter.com/QKRgK1xal3
इसको लेकर कट्टरपंथियों में आक्रोश इतना ज्यादा था कि वह इस्लामाबाद के सबसे सुरक्षित माने जाने नाले रेड जोन की सुरक्षा को भी तोड़ दिया. इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर हमला कर दिया. पाकिस्तान के कट्टरपंथी इस्लामी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के द्वारा पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश ईसा के सिर पर एक करोड़ का इनाम घोषित किया गया है. इस बारे में टीएलपी नेता पीर जहीरुल हसन शाह ने ये ईनाम घोषित किया. उसने अपने बयान में कहा कि टीएलपी को छोड़िए, एक मोमिन और प्रोफेट मोहम्मद का गुलाम होने के तौर पर, मैं अपनी हैसियत से घोषणा करता हूं कि जो फैज ईसा का सिर कलम करेगा, उसे मैं एक करोड़ रुपए दूंगा.
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