नई दिल्ली/इस्लामाबाद : पाकिस्तान में गुरुवार को हुए मतदान के बाद मतगणना जारी है. शुरुआती रुझानों में इमरान की पार्टी द्वारा समर्थित उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं. दूसरे स्थान पर नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टों का गठबंधन है. चुनाव परिणाम में हो रही देरी को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठने लगे हैं. पाकिस्तानी मीडिया ने चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
अभी तक हमें क्या पता है : जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को कड़ी चुनौती मिल रही है. हालांकि नवाज शरीफ एक लाख से अधिक वोट से अपना चुनाव जीत गये हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने राष्ट्रीय चुनाव में अपनी सीट जीत ली है.
जियो न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने राष्ट्रीय चुनाव में अपनी सीट जीत ली है. पाकिस्तानी चैनलों पर चल रही खबरों के मुताबिक पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार 155 से अधिक सीटों में आगे चल रहे हैं. यहां सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 133 है.
चुनाव आयोग परिणामों की घोषणा में देरी क्यों कर रहा : पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, गुरुवार को हुए मतदान की गिनती गुरुवार रात 10 बजे तक पूरी हो जानी चाहिए थी. लेकिन 10-12 घंटे बाद भी चुनाव आयोग उस तेजी से परिणामों की घोषणा नहीं कर रहा है. पाकिस्तानी मीडिया मानता है कि चूंकि शुरुआती रुझानों में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तानी तहरिक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित उम्मीदवार जीतते रहे थे. इसलिए चुनाव आयोग ने परिणामों की घोषणा रोक दी.
क्या है कांस्पीरेसी थ्योरी : चुनाव परिणामों को लेकर पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर चल रही बहस गर्म है. चर्चा यह है कि पाकिस्तान की सेना पहले से ही इमरान खान से नाराज है. बहस के दौरान उसमें भाग लेने वाले वहां के विशेषज्ञ मान रहे हैं कि सेना किसी भी तरह से नहीं चाहती है कि किसी भी तरह से पीटीआई की सरकार बने. इसलिए सेना निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क कर के उन्हें इस बात पर राजी करने की तैयारी कर रही है कि वह नवाज या बिलावल की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाये. चैनलों पर लगातार यह चर्चा हो रही है कि निर्दलीय उम्मीदवारों को बहुमत मिल भी जाये तो भी उन्हें सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाया जायेगा.
वरीष्ठ पत्रकार की अपील: पाकिस्तानी टीवी चैनल पर एक पैनल का हिस्सा रहे पाकिस्तान के मशहूर पत्रकार हामीद मीर ने कहा कि इस समय कुछ भी हो सकता है. लेकिन हमें फिलहाल इस तरह का अंदेशा व्यक्त करके दुनिया में पाकिस्तान की छवी को खराब नहीं करनी चाहिए.
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ (पीटीआई) ने नई सरकार के लिए वोटों की गिनती के दौरान 'अभूतपूर्व चुनाव पूर्व धांधली और उत्पीड़न' का आरोप लगाया. इमरान खान की पार्टी का यह आरोप तब आया है जब पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे असामान्य देरी के बाद शुक्रवार को आने शुरू हो गए हैं. वोटों की गिनती में अत्यधिक देरी के बारे में पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने कहा कि यह देरी 'कनेक्टिविटी की कमी' के कारण हो रही है.
नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है. लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद वहां मतदान स्थगित कर दिया गया था. अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 सीट अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं, और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं. नयी सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी.