तेल अवीव: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विश्वास की कमी का हवाला देते हुए अपने रक्षा मंत्री योआव गैलेंट को बर्खास्त कर दिया. उनकी जगह इजराइल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज लेंगे. वहीं, काट्ज की जगह बिना पोर्टफोलियो वाले मंत्री गिदोन सा'आर लेंगे. टाइम्स ऑफ इजराइल ने इसकी जानकारी दी है.
रिपोर्ट के अनुसार इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि रक्षा मंत्री योआव गैलेंट का कार्यकाल 48 घंटे के भीतर समाप्त हो जाएगा. इस संबंध में नेतन्याहू की ओर से रक्षा मंत्री के नाम एक पत्र भी जारी किया गया है.
ביטחון מדינת ישראל היה ותמיד יישאר משימת חיי 🇮🇱🇮🇱
— יואב גלנט - Yoav Gallant (@yoavgallant) November 5, 2024
पत्र के अंत में कहा गया है कि रक्षा मंत्री के रूप में आपकी सेवा के लिए मैं आपको धन्यवाद देना चाहता हूं. रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा कि दुर्भाग्य से हालांकि युद्ध के पहले महीनों में विश्वास था और बहुत फलदायी कार्य हुआ था लेकिन अंतिम महीनों के दौरान यह विश्वास मेरे और रक्षा मंत्री के बीच टूट गया.
उन्होंने कहा कि वे युद्ध के प्रबंधन पर असहमत थे और आरोप लगाया कि गैलेंट ने ऐसे बयान दिए और ऐसी कार्रवाई की जो कैबिनेट के निर्णयों के विपरीत है. नेतन्याहू ने गैलेंट पर इजरायल के दुश्मनों की अप्रत्यक्ष रूप से सहायता करने का भी आरोप लगाया. मीडिया रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया कि नेतन्याहू ने इन मतभेदों को दूर करने के कई प्रयास किए, लेकिन वे बढ़ते ही गए.
रिपोर्ट में नेतन्याहू के हवाले से आगे कहा गया कि योआव गैलेंट जनता के सामने एक अस्वीकार्य तरीके से आए. यही नहीं वे दुश्मन के सामने आए. दुश्मनों ने इसका बहुत लाभ उठाया. नेतन्याहू ने कहा कि रक्षा मंत्री के साथ विश्वास का संकट सैन्य अभियान को प्रभावित करता है. रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू ने कहा कि कई कैबिनेट और सरकार के सदस्य उनके फैसले से सहमत हुए. ऐसे में उन्होंने रक्षा मंत्री का कार्यकाल समाप्त करने का निर्णय लिया.
बर्खास्तगी के बाद गैलेंट ने ये दी प्रतिक्रिया
बर्खास्तगी के बाद गैलेंट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इजरायल की सुरक्षा हमेशा उनके जीवन का मिशन रहेगा. गैलेंट ने बाद में विस्तार से बताया कि उनकी बर्खास्तगी के तीन कारण थे. हरेदी लोगों को आईडीएफ में शामिल करने की आवश्यकता, गाजा से बंधकों को वापस लाने की अनिवार्यता और 7 अक्टूबर के हमास आतंक और उसके परिणामस्वरूप संघर्ष की जांच के लिए एक राज्य आयोग की आवश्यकता.
गैलेंट ने कहा कि गठबंधन में शामिल अति-रूढ़िवादी हरेदी पार्टियों ने धमकी दी है कि अगर कानून पारित नहीं किया गया तो वे गठबंधन को गिरा देंगे. इस कानून में हरेदी पुरुषों को युद्ध में भाग लेने से छूट दी गई है. गैलेंट ने कहा कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 101 इजरायली बंधकों को गाजा लाया जाना चाहिए, भले ही इसका मतलब हमास को पट्टी में रहने देना हो. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गैलेंट ने 7 अक्टूबर को हुए हमास आतंकवादी हमले की भी सरकार से जांच कराने की मांग की, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे.