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इजरायल के खिलाफ नरसंहार मामला, ICJ कल अंतरिम फैसला सुनाएगा - इजरायल खिलाफ नरसंहार मामले फैसला

ICJ genocide case against Israel: दक्षिण अफ्रीका द्वारा इजरायल पर लगाए गए नरसंहार के आरोपों के मामले में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय शुक्रवार को अंतरिम फैसला सुनाएगा.

Genocide case against Israel ICJ to deliver interim ruling on Friday
इजरायल के खिलाफ नरसंहार मामले में ICJ कल अंतरिम फैसला सुनाएगा
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By ANI

Published : Jan 25, 2024, 6:53 AM IST

हेग: अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) शुक्रवार को फैसला सुनाएगा कि दक्षिण अफ्रीका के आरोपों के बाद कि गाजा में इजरायली सैन्य अभियान एक राष्ट्र के नेतृत्व वाला नरसंहार है. इजरायल के खिलाफ आपातकालीन उपाय दिए जाएं या नहीं. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि शुक्रवार को दोपहर एक बजे हेग के पीस पैलेस में एक सार्वजनिक बैठक होगी. इस दौरान न्यायाधीश जोन ई. डोनोग्यू अदालत का आदेश पढ़ेंगे.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि शुक्रवार 26 जनवरी 2024 को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय गाजा पट्टी में नरसंहार के अपराध की रोकथाम और सजा पर कन्वेंशन के आवेदन से संबंधित मामले में दक्षिण अफ्रीका द्वारा पेश अनंतिम उपायों के संकेत के अनुरोध पर अपना आदेश सुनाएगा. दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर दबाव डालने के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में एक तत्काल अपील दर्ज की है गाजा पट्टी में अपने सैन्य अभियानों को तत्काल रोका जाए.

दक्षिण अफ्रीका ने अपने आरोपों में दो मुख्य आधार रखे हैं. इनमें पूरे युद्ध के दौरान इजराइल द्वारा की गई कार्रवाइयों और गाजा में फिलिस्तीनियों के बारे में इजरायली अधिकारियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों और उनके साथ कैसे व्यवहार किया जाना चाहिए इसे शामिल किया है. इस बीच सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में हमास को खत्म करने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता की घोषणा करते हुए कहा कि हमें कोई नहीं रोकेगा.

एक प्रेस ब्रीफिंग में नेतन्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) और अन्य संस्थाओं के संभावित हस्तक्षेप को खारिज कर दिया. नेतन्याहू ने आईसीजे में इजराइल के खिलाफ लगाए गए नरसंहार के आरोपों को खारिज करते हुए जोरदार ढंग से कहा, 'कोई भी हमें नहीं रोकेगा - न हेग, न बुराई की धुरी, और न ही कोई और.'

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने इन दावों को यहूदी लोगों के खिलाफ एक और नरसंहार करने की कोशिश करने वालों द्वारा किया गया पाखंडी हमला बताया. स्थिति को राष्ट्रों के इतिहास में नैतिक निम्न बिंदु बताते हुए नेतन्याहू ने हमास-नियंत्रित क्षेत्रों में खोजे गए यहूदी विरोधी भावना के कथित उदाहरणों पर प्रकाश डाला.

उन्होंने दावा किया कि गाजा में हमास की सुरंगों में एडोल्फ हिटलर की 'मीन काम्फ' की प्रतियों सहित यहूदी विरोधी सामग्री पाई गई थी. इसके अतिरिक्त नेतन्याहू ने दावा किया कि गाजा के एक घर में हिटलर की तस्वीर वाले स्क्रीनसेवर वाला एक बच्चे का टैबलेट मिला था. यहूदी विरोधी भावना की दृढ़ता को स्वीकार करने के बावजूद, नेतन्याहू ने यहूदी लोगों के लचीलेपन को रेखांकित किया और अंत तक लड़ाई जारी रखने की कसम खाई.

ये भी पढ़ें- इजरायल-हमास के बीच संघर्ष विराम के लिए तीन देशों में बातचीत जारी

हेग: अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) शुक्रवार को फैसला सुनाएगा कि दक्षिण अफ्रीका के आरोपों के बाद कि गाजा में इजरायली सैन्य अभियान एक राष्ट्र के नेतृत्व वाला नरसंहार है. इजरायल के खिलाफ आपातकालीन उपाय दिए जाएं या नहीं. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि शुक्रवार को दोपहर एक बजे हेग के पीस पैलेस में एक सार्वजनिक बैठक होगी. इस दौरान न्यायाधीश जोन ई. डोनोग्यू अदालत का आदेश पढ़ेंगे.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि शुक्रवार 26 जनवरी 2024 को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय गाजा पट्टी में नरसंहार के अपराध की रोकथाम और सजा पर कन्वेंशन के आवेदन से संबंधित मामले में दक्षिण अफ्रीका द्वारा पेश अनंतिम उपायों के संकेत के अनुरोध पर अपना आदेश सुनाएगा. दक्षिण अफ्रीका ने इजरायल पर दबाव डालने के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में एक तत्काल अपील दर्ज की है गाजा पट्टी में अपने सैन्य अभियानों को तत्काल रोका जाए.

दक्षिण अफ्रीका ने अपने आरोपों में दो मुख्य आधार रखे हैं. इनमें पूरे युद्ध के दौरान इजराइल द्वारा की गई कार्रवाइयों और गाजा में फिलिस्तीनियों के बारे में इजरायली अधिकारियों द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों और उनके साथ कैसे व्यवहार किया जाना चाहिए इसे शामिल किया है. इस बीच सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में हमास को खत्म करने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता की घोषणा करते हुए कहा कि हमें कोई नहीं रोकेगा.

एक प्रेस ब्रीफिंग में नेतन्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) और अन्य संस्थाओं के संभावित हस्तक्षेप को खारिज कर दिया. नेतन्याहू ने आईसीजे में इजराइल के खिलाफ लगाए गए नरसंहार के आरोपों को खारिज करते हुए जोरदार ढंग से कहा, 'कोई भी हमें नहीं रोकेगा - न हेग, न बुराई की धुरी, और न ही कोई और.'

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने इन दावों को यहूदी लोगों के खिलाफ एक और नरसंहार करने की कोशिश करने वालों द्वारा किया गया पाखंडी हमला बताया. स्थिति को राष्ट्रों के इतिहास में नैतिक निम्न बिंदु बताते हुए नेतन्याहू ने हमास-नियंत्रित क्षेत्रों में खोजे गए यहूदी विरोधी भावना के कथित उदाहरणों पर प्रकाश डाला.

उन्होंने दावा किया कि गाजा में हमास की सुरंगों में एडोल्फ हिटलर की 'मीन काम्फ' की प्रतियों सहित यहूदी विरोधी सामग्री पाई गई थी. इसके अतिरिक्त नेतन्याहू ने दावा किया कि गाजा के एक घर में हिटलर की तस्वीर वाले स्क्रीनसेवर वाला एक बच्चे का टैबलेट मिला था. यहूदी विरोधी भावना की दृढ़ता को स्वीकार करने के बावजूद, नेतन्याहू ने यहूदी लोगों के लचीलेपन को रेखांकित किया और अंत तक लड़ाई जारी रखने की कसम खाई.

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