वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय 'व्हाइट हाउस' ने पाकिस्तान में पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा है कि पाकिस्तानी लोगों की इच्छा का सम्मान किए जाने की आवश्यकता है. 'व्हाइट हाउस' की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति को इसकी जानकारी है. पिछले सप्ताह लाखों पाकिस्तानियों ने मतदान किया जिनमें रिकॉर्ड संख्या में महिलाएं, धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यक समूहों के सदस्य और युवा मतदाता थे.
पियरे ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमें समान विचारधारा वाले लोकतंत्रों के साथ खड़े होने पर गर्व है. हम पाकिस्तानी सरकार और पाकिस्तानी राजनीतिक हस्तियों से सार्वजनिक और निजी तौर पर स्पष्ट रूप से लगातार कहते रहे हैं कि पाकिस्तानी लोगों की इच्छा का सम्मान करना और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करना जरूरी है. अमेरिकी सीनेट के सदस्य क्रिस मर्फी ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों ने पिछले सप्ताह अपनी इच्छा बता दी.
मर्फी ने कहा कि मैं स्वतंत्र प्रेस पर हमले और इंटरनेट तक पहुंच पर प्रतिबंध समेत अनियमितताओं और कथित हस्तक्षेप की खबरों से चिंतित हूं और मैं इन आरोपों की गहन जांच करने के बाइडेन प्रशासन के आह्वान का समर्थन करता हूं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्रालय पाकिस्तान की स्थिति पर नजर रखे हुए है.
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने रविवार को आम चुनाव के अंतिम परिणाम घोषित किए, जिसमें जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं, तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 75 सीट जीतकर संसद में तकनीकी रूप से सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.
बिलावल जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 54 सीट मिलीं, जबकि विभाजन के दौरान भारत से आए उर्दू भाषी लोगों की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) को 17 सीट मिली हैं. सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी को प्रत्यक्ष मतदान से निर्वाचित 133 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी.