वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और यूक्रेन के लिए 'शांति और चल रहे मानवीय समर्थन के संदेश' के लिए उनकी सराहना की. बता दें, पीएम मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन के दौरे पर थे और उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से युद्ध को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि भारत कभी भी न्यूट्रल नहीं रहा है. वह हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है. वह हमेशा से शांति चाहता है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने रूस की यात्रा की थी, जिसे लेकर बाइडेन प्रशासन समेत कुछ पश्चिमी देशों ने नाराजगी भी जाहिर की थी.
Prime Minister Narendra Modi received a telephone call today from the President of the USA Joseph R. Biden. PM conveyed his appreciation for President Biden’s deep commitment to the India-US Comprehensive Global Strategic Partnership, which is based on shared values of democracy,… pic.twitter.com/z93CcM3Hei
— ANI (@ANI) August 26, 2024
यूक्रेन में पीएम मोदी ने जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन और रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए एक साथ बैठना चाहिए और भारत शांति बहाल करने में 'सक्रिय भूमिका' निभाने के लिए तैयार है. सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बाइडेन ने लिखा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से पोलैंड और यूक्रेन की उनकी हालिया यात्रा पर चर्चा की और यूक्रेन के लिए शांति और चल रहे मानवीय समर्थन के उनकी और उनके संदेश की सराहना करता हूं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता की की है.
बता दें, पीएम मोदी की रूस, पोलैंड और यूक्रेन यात्रा और बांग्लादेश में हाल के घटनाक्रम के बाद दोनों नेताओं की यह पहली बातचीत है. व्हाइट हाउस ने बातचीत को लेकर कहा कि दोनों नेताओं ने मोदी की हाल की पोलैंड और यूक्रेन यात्रा के साथ-साथ सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों पर चर्चा की. बाइडेन और मोदी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने निरंतर समर्थन की पुष्टि की है.
व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए कहा कि दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए क्वाड जैसे क्षेत्रीय समूहों के माध्यम से मिलकर काम करने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया. व्हाइट हाउस के बयान में बांग्लादेश का कोई उल्लेख नहीं था, जिसका प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्सट पोस्ट में जिक्र किया था.