ढाका: बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद देश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की दुनिया भर में निंदा हो रही है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने भी हिंदू समुदाय पर हमलों को घृणित कृत्य बताया है. यूनुस ने शनिवार को छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था कि हिंदू भी इस देश के हैं और हमारे भाई हैं. क्या आप उन परिवारों की रक्षा नहीं कर सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लक्षित हमलों के विरोध में हिंदू समुदाय के सदस्यों ने भी बड़ी संख्य में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और सरकार से सुरक्षा व न्याय की मांग की. रिपोर्ट में कहा गया है कि राजधानी ढाका, चटगांव, कुरीग्राम, बारीसाल, तंगेल जैसे प्रमुख शहरों में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और अपना विरोध दर्ज कराया. देश के कई हिस्सों में घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमलों के विरोध में हिंदू समुदाय के लोगों ने ढाका में शाहबाग चौराहे पर भी बड़ा प्रदर्शन किया. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान लोगों ने 'हिंदुओं को बचाओ', 'हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें' जैसे नारे लगाए.
हिंदू संगठन बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अनुसार, 5 अगस्त को शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद देश भर में 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हमलों की 200 से अधिक घटनाएं हुई हैं. जिसकी वजह बांग्लादेशी हिंदू पड़ोसी देश भारत भागने की कोशिश कर रहे हैं.
This video of a #BSF officer calmly explaining to Bangladeshis why they can't enter India illegally is heartbreaking, inspirational & reassuring all at once.
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) August 11, 2024
Heartbreaking to see the desperation; inspirational to witness the officer’s calm composure; reassuring to know the… pic.twitter.com/oOxqF7oTid
बांग्लादेशी शरणार्थी भारत की सीमा पर जमा हुए...
वहीं, बांग्लादेश में हिंसा से बचने के लिए सैकड़ों बांग्लादेशी शरणार्थी भारत की सीमा पर जमा हो गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिवसेना नेता मिलिंद देवड़ा ने सीमा पर जमा हुए शरणार्थियों का एक वीडियो एक्स पर पोस्ट किया है, जिसमें बीएसएफ अधिकारी पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के सीमावर्ती इलाके में शरणार्थियों के एक समूह से बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं. अधिकारी कह रहा है, "हम सभी जानते हैं कि आप किन समस्याओं का सामना कर रहे हैं. आप यहां आए हैं, लेकिन बातचीत की जरूरत है. इस तरीके से समस्या का समाधान नहीं हो सकता. हम चाहकर भी आपको अंदर नहीं आने दे सकते."
द इंडियन एक्सप्रेस के इस वीडियो में प्रदर्शन कर रहे शरणार्थियों से अधिकारी ने कहा, "कृपया मेरी बात सुनिए, चिल्लाने से कुछ नहीं होगा. पूरी दुनिया आपकी समस्या जानती है. लेकिन चर्चा की जरूरत है. एक बार चर्चा हो जाने के बाद, हम देखेंगे कि हम आपकी सुरक्षा कैसे कर सकते हैं. आप देख सकते हैं, वरिष्ठ अधिकारी यहां हैं. लेकिन अगर आप कहते हैं कि हमें आपको भारत में प्रवेश की फौरन अनुमति दी जाए, तो क्या यह संभव है? मैं अपने देश की ओर से आपसे अनुरोध करता हूं. आपकी समस्याओं का समाधान चर्चा के माध्यम से किया जाएगा. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप वापस जाएं, एक या दो घंटे में समाधान नहीं निकल सकता."
वे हमारे घर जला देंगे, हम अत्याचार सहेंगे...
वीडियो में बीएसएफ कर्मियों से विनती कर रही भीड़ की आवाजें सुनाई देती हैं. जिसमें वह कह रहे हैं, "वे हमारे घर जला देंगे, हम अत्याचार सहेंगे." देवड़ा ने पोस्ट में लिखा कि बीएसएफ अधिकारी द्वारा बांग्लादेशियों को शांतिपूर्वक यह समझाना कि वे भारत में अवैध रूप से प्रवेश क्यों नहीं कर सकते, यह वीडियो दिल दहला देने वाला है और प्रेरणादायक भी है.
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