पटना: चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है और इसका असर आमजन के स्वास्थ्य पर देखने को मिल रहा है. लोग सर्दी-खांसी और बुखार जैसी परेशानी हो रही है. इन दिनों लोगों में सर्दी जुकाम के मामले काफी बढ़ गए हैं. वहीं बच्चों में उल्टी और दस्त की शिकायत भी बढ़ गई है. इन सब का प्रमुख कारण हीट स्ट्रोक है.
क्यों हो रहे लोग बीमार: पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार ने बताया कि चिलचिलाती गर्मी में धूप से लोग अचानक एसी कमरे में चले जा रहे हैं. इसके अलावा प्यास लगने पर धूप में चिल्ड वाटर का सेवन कर रहे हैं. इसके कारण सर्दी-जुकाम की शिकायत हो रही है. डॉ मनोज कुमार ने बताया कि लोगों के लिए जरूरी है कि एसी कार से सीधे धूप में बाहर एक्सपोज ना हो. बॉडी टेंपरेचर को एडजस्ट करने के लिए गंतव्य पर पहुंचने से पहले कार का एसी बंद कर दें. जब बॉडी टेंपरेचर एडजस्ट हो तब धूप में बाहर निकले.
हीट स्ट्रोक से कैसे करें बचाव: वहीं जब धूप से आ रहे हों तो कुछ समय छांव में आराम करने के बाद ही एसी कमरे में जाएं. धूप में तेज प्यास लगी हो तो थोड़े समय आराम करने के बाद ही पानी पिए और पानी बहुत चिल्ड नहीं होना चाहिए. नॉरमल वॉटर का सेवन ही फायदेमंद है. प्रचुर मात्रा में पानी पिए और मौसमी फलों के जूस का सेवन करें. हीट स्ट्रोक के कारण चक्कर आने जैसी शिकायत या जी मचलने की शिकायत हो रही है, तो ओआरएस के घोल का सेवन करें. जो लोग डायबिटिक हैं वह नींबू पानी अथवा नारियल पानी का सेवन करें.
बच्चों पर ज्यादा हो रहा असर: डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि अभी के समय स्कूल से लौटने के बाद बच्चे थोड़े बीमार पड़ जा रहे हैं. कारण है कि ट्रैफिक में बस और ऑटो में बच्चे हिट से एक्सपोज हो रहे हैं. बच्चों को अभिभावक प्रचुर मात्रा में पानी पीने की आदत डालें. स्कूल से निकलते समय भरपेट पानी पीकर बच्चे बाहर निकले. इसके अलावा स्कूल से लौट के बाद बच्चे सीधे स्नान के लिए बाथरुम में नहीं जाए. कुछ समय पंखे के नीचे आराम करें और उसके बाद पानी के संपर्क में जाएं.
"अभी के समय बच्चों को बाहरी चीजें कम खिलाएं. ताजा और सुपाच्य भोजन का सेवन ही अभी के समय फायदेमंद है. बच्चों को अभी के समय मैदा से बने पदार्थ का अधिक सेवन नहीं कराएं, अधिक से अधिक मौसमी फल खाने की बच्चों में आदत डालें."- डॉ. मनोज कुमार, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल