हैदराबाद: आज के समय में मोटापा ज्यादातर लोगों के लिए परेशानी का सबब है. अपना वजन कम करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या जतन करते हैं. हाल ही में एक मामला कोस्टा रिका में सामने आया, जहां एक युवक ने वाटर फास्टिंग यानी जल उपवास करके अपना वजन कम किया. सिर्फ 21 दिनों में इस युवक ने अपना वजन कम किया और सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें भी शेयर कीं.
इस युवक का नाम एडिस मिलर है, जिसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बताया कि उसने वाटर फास्ट (न भोजन, न नमक) की मदद से सिर्फ 21 दिनों में ही 13 किलोग्राम वजन कम किया. युवक ने कहा कि 'यह एक्सपीरिएंस वास्तव में मेरे लिए जीवन बदलने वाला था, और मैं अपनी यात्रा के कुछ अनमोल क्षणों को साझा करने के लिए उत्साहित हूं.' लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या वाटर फास्ट सभी के लिए फायदेमंद है?
क्या है जल उपवास?
विशेषज्ञों की माने तो वाटर फास्ट में किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से लेकर कई दिनों या हफ़्तों तक की पूर्व निर्धारित अवधि के लिए केवल पानी पीना होता है. इसके अलावा वह व्यक्ति कोई अन्य तरल पदार्थ या खाद्य पदार्थ नहीं लेता है. विशेषज्ञों का कहना है कि जहां जल उपवास के कुछ स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे डीटॉक्सिफिकेशन, बेहतर पाचन और मानसिक स्पष्टता में वृद्धि, तो वहीं कुछ अध्ययनों में सामने आया है कि यह वजन घटाने और इंसुलिन संवेदनशीलता में भी मदद कर सकता है. हालांकि इसके कई स्वास्थ्य नुकसान भी हैं.
शरीर में पोषक तत्वों की कमी: जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक भोजन का सेवन नहीं करता है, तो उसके शरीर में विटामिन, खनिज और इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. इससे उसे कमज़ोरी, चक्कर आना या और भी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
डीहाइड्रेशन का खतरा: शरीर को हाइड्रेट करने के लिए पानी सबसे ज्यादा जरूरी है, लेकिन इलेक्ट्रोलाइट संतुलन के बिना अत्यधिक पानी का सेवन इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और डीहाइड्रेशन का कारण बन सकता है.
चयापचय पर बुरा असर: अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक वाटर फास्ट रखता है, तो उसका चयापचय धीमा हो जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि शरीर ऊर्जा संरक्षण के लिए समायोजन करता है, इससे जब आप वाटर फास्ट खत्म करते हैं, तो आपका वजन संभावित रूप से बढ़ सकता है.