हैदराबाद: मानसून का मौसम जहां खुशनुमा बौछारों को लेकर आता है, वहीं अपने साथ तरह-तरह की बीमारियां भी लेकर आता है. ऐसे में इन बीमारियों से बचने के लिए और इनसे लड़ने के लिए आपको जरूरत होती है, एक मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी सिस्टम की. ध्यान देने वाली बात यह है कि बरसात के मौसम में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है.
ऐसे में आपको जरूरत होती है, कुछ ऐसे इम्यूनिटी बूस्टर्स की, जो आपको अंदर से मजबूत बनाएं और बरसात के मौसम में होने वाली छोटी-मोटी बीमारियों से आपको बचाएं. यहां हम आपको ऐसे ही कुछ प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर औषधियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके घर में आसानी से मिल जाएंगे. तो चलिए जानते हैं कि इन इम्यूनिटी बूस्टर्स के क्या फायदे हैं.
- तुलसी: सबसे पहले आती है तुलसी, जिसका पौधा लगभग हर घर में देखने को मिल जाता है. वैसे तो इसकी पूजा की जाती है, लेकिन इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं. तुलसी में एंटीवायरल, एटीबैक्टीरियल और इम्यून-मॉड्यूलेटिंग तत्व पाए जाते हैं. ये तत्व मानसून में होने वाली बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करते हैं.
- नीम: आयुर्वेद में नीम के औषधीय गुणों का वर्णन विस्तार किया गया है. नीम के पेड़ का हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरा होता है. नीम की पत्तियों में रक्त को साफ करने या प्यूरिफाई करने वाले गुण होते हैं. यह आपके खून से अशुद्धियों और टॉक्सिन्स को दूर करती हैं, जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
- हल्दी: इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में हीलिंग पावर को बढ़ाने के लिए किया जाता है. हल्दी में एक सक्रिय तत्व, करक्यूमिन होता है. यह तत्व एंटी-इंफ्लामेंटरी (सूजनरोधी) और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. ये तत्व शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का काम करते हैं.
- अश्वगंधा: आयुर्वेद की माने तो अश्वगंधा भी कई औषधीय गुणों के साथ आता है. इसमें प्रतिरक्षा-नियंत्रणकारी गुण होते हैं, जो एंटी-इंफ्लामेंटरी और रोगों से लड़ने वाले इम्यून सेल्स के लिए फायदेमंद होते हैं. यह आपको रोगों से बचाने के साथ-साथ तनाव मुक्त भी करता है.
- आंवला: इसके औषधीय गुणों की बात करें तो आंवला में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है. इससे यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत ही सशक्त माना जाता है.
(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)