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पैरों में दर्द व सूजन से हैं परेशान तो इस पोजीशन में करें आराम, क्या है वेरीकोज वेन्स का कारण व लक्षण - Varicose veins problems

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By ETV Bharat Health Team

Published : Sep 5, 2024, 1:57 PM IST

Updated : Sep 5, 2024, 7:35 PM IST

Varicose veins : वेरीकोज वेन्स नसों से जुड़ी एक समस्या है जो पीड़ित के जीवन के लिए दर्द व परेशानियों का कारण बन सकती है. चिकित्सकों के अनुसार Varicose veins की समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और सही समय पर इसका इलाज करना चाहिए.

VARICOSE VEINS PROBLEMS SYMPTOMS and VARICOSE VEINS TREATMENT PRECAUTIONS
वेरीकोज वेन्स - कॉन्सेप्ट इमेज (IANS - Getty Images)

Varicose veins : नसों के फूलने से जुड़ी वेरीकोज वेन्स की समस्या एक आम समस्या है. जिसमें नसें फूलकर मोटी और उभरी हुई दिखने लगती हैं. ज्यादातर मामलों में Varicose veins की समस्या पैरों में देखने में आती हैं और पीड़ित के लिए पैरों में दर्द व परेशानी का कारण बनती है. हालांकि सामान्य तौर पर इसे गंभीर समस्या नहीं माना जाता है लेकिन कभी-कभी इसके गंभीर प्रभाव भी नजर आ सकते हैं. इसलिए चिकित्सक सलाह देते हैं कि इसे नजरअंदाज करने की बजाय इसका जल्द से जल्द इलाज करवाया जाय.

क्या है वेरीकोज वेन्स : नई दिल्ली के जनरल सर्जन डॉ प्रकाश दीप सिंह बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स, जिसे हिंदी में 'विकृत शिराएं' भी कहा जाता है मुख्यतः रक्त परिसंचरण में बाधा के कारण होती है. दरअसल नसों में मौजूद वाल्व्स यदि कमजोर हो जाते हैं या सही ढंग से काम नहीं करते, तो नसों में रक्त संचारित होने की बजाय जमा होने लगता है. इसके कारण नसें फूलकर मोटी, उभरी हुई और कई बार नीले या बैंगनी रंग की दिखाई देने लगती हैं. यह समस्या अधिकतर पैरों के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देती हैं.

VARICOSE VEINS PROBLEMS SYMPTOMS AND PRECAUTIONS DURING VARICOSE VEINS TREATMENT
पैरों में दर्द व सूजन - कॉन्सेप्ट इमेज (Getty Images)

वह बताते हैं कि हालांकि सामान्य तौर पर इसे गंभीर रोग की श्रेणी में नहीं रखा जाता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी सही नहीं है क्योंकि कभी-कभी इस समस्या के गंभीर प्रभाव देखने में आ सकते हैं. जैसे इसमें खून के थक्के बनने का खतरा रहता है, जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) कहा जाता है.

वेरीकोज वेन्स से ना केवल शारीरिक असुविधा होती है, बल्कि यह आत्मविश्वास पर भी प्रभाव डाल सकती है क्योंकि उभरी हुई नसें देखने में भी असामान्य लगती हैं. वहीं कई लोगों में इसे लेकर भ्रम भी देखा जाता है कि वेरीकोज वेन्स की समस्या सिर्फ महिलाओं में होती है. यह समस्या पुरुषों में भी नजर आ सकती है लेकिन यह सही है कि इसके ज्यादातर मामले महिलाओं में ही देखने को मिलते है.

VARICOSE VEINS TREATMENT PRECAUTIONS and VARICOSE VEINS PROBLEMS SYMPTOMS
वेरीकोज वेन्स - नसें फूलकर मोटी और नीले या बैंगनी रंग की दिखाई देती हैं (IANS)

कारण

  • Dr. Prakash Deep Singh बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
  • लंबे समय तक खड़े रहने या बैठने से नसों में रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे वेरिकोज वेन्स की समस्या हो सकती है.
  • यदि परिवार में किसी को वेरिकोज वेन्स की समस्या रही है, तो भी इस समस्या के होने की आशंका रहती है.
  • वजन के ज्यादा होने से भी नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे यह समस्या हो सकती है.
  • गर्भावस्था के दौरान भी यह समस्या हो सकती है. दरअसल शरीर में हार्मोनल परिवर्तन और वजन बढ़ने से नसों पर दबाव बढ़ता है.
  • बढ़ती उम्र में इस समस्या के होने की आशंका रहती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है नसों के वाल्व कमजोर होने लगते हैं, जिससे वेरिकोज वेन्स होने की आशंका हो सकती है.

लक्षण

Dr. Prakash Deep Singh बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स की समस्या होने पर जो सामान्य लक्षण नजर आते हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं.

  • नसों का फूलना, उभरना, उनका रंग बदलना
  • पैरों में दर्द व भारीपन
  • थकान महसूस होना
  • पैरों में सूजन और खुजली
  • रात में पैरों में ऐंठन या मरोड़ आना
  • वेरिकोज वेन्स का प्रबंधन और उपचार

वह बताते हैं कि Varicose veins की समस्या का यदि सही समय पर इलाज हो जाये तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है. इस समस्या का उपचार उसकी गंभीरता के आधार पर निर्भर करता है. जैसे कम या हल्की गंभीर अवस्था में दवाओं व व्यायाम से लाभ मिल जाता है. लेकिन यदि समस्या के प्रभाव गंभीर होने लगे तो डॉक्टर आवश्यक होने पर स्क्लेरोथेरेपी, लेजर ट्रीटमेंट, या सर्जरी जैसे उपचारों की सलाह दे सकते हैं. इसके अलावा इस समस्या से राहत पाने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना भी बेहद आवश्यक है.

इलाज व दवाओं के अलावा जो बातें तथा सावधानियां वेरीकोज वेन्स के प्रबंधन व उपचार में लाभकारी हो सकती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं.

  • पैर ऊपर उठाकर आराम करें: दिन में कुछ समय के लिए पैरों को ऊपर उठाकर आराम करें. इससे नसों में जमा रक्त नीचे की ओर बहता है और सूजन में कमी आती है.
  • जीवनशैली में बदलाव: Varicose veins को मैनेज करने के लिए सबसे पहले जीवनशैली में बदलाव करना जरूरी है. लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने से बचें. अगर आपका काम ऐसा है जिसमें आपको लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है, तो बीच-बीच में थोड़ी देर बैठ जाएं. इसी तरह, अगर आप लंबे समय तक बैठते हैं, तो बीच-बीच में चलें-फिरें.
  • वजन नियंत्रित रखें: वजन घटाने से पैरों पर दबाव कम होता है, जिससे वेरिकोज वेन्स की समस्या में राहत मिलती है. संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.
  • व्यायाम करें: नियमित व्यायाम जैसे पैदल चलना, तैराकी, और साइकिल चलाना नसों में रक्त प्रवाह को सुधारता है. इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और वेरिकोज वेन्स की समस्या में राहत मिलती है.
  • संपीड़न मोजे पहनें: संपीड़न मोजे विशेष प्रकार के मोजे होते हैं जो नसों पर दबाव डालते हैं और रक्त प्रवाह को सुधारते हैं. इन्हें पहनने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है.

डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं,बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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Varicose veins : नसों के फूलने से जुड़ी वेरीकोज वेन्स की समस्या एक आम समस्या है. जिसमें नसें फूलकर मोटी और उभरी हुई दिखने लगती हैं. ज्यादातर मामलों में Varicose veins की समस्या पैरों में देखने में आती हैं और पीड़ित के लिए पैरों में दर्द व परेशानी का कारण बनती है. हालांकि सामान्य तौर पर इसे गंभीर समस्या नहीं माना जाता है लेकिन कभी-कभी इसके गंभीर प्रभाव भी नजर आ सकते हैं. इसलिए चिकित्सक सलाह देते हैं कि इसे नजरअंदाज करने की बजाय इसका जल्द से जल्द इलाज करवाया जाय.

क्या है वेरीकोज वेन्स : नई दिल्ली के जनरल सर्जन डॉ प्रकाश दीप सिंह बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स, जिसे हिंदी में 'विकृत शिराएं' भी कहा जाता है मुख्यतः रक्त परिसंचरण में बाधा के कारण होती है. दरअसल नसों में मौजूद वाल्व्स यदि कमजोर हो जाते हैं या सही ढंग से काम नहीं करते, तो नसों में रक्त संचारित होने की बजाय जमा होने लगता है. इसके कारण नसें फूलकर मोटी, उभरी हुई और कई बार नीले या बैंगनी रंग की दिखाई देने लगती हैं. यह समस्या अधिकतर पैरों के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देती हैं.

VARICOSE VEINS PROBLEMS SYMPTOMS AND PRECAUTIONS DURING VARICOSE VEINS TREATMENT
पैरों में दर्द व सूजन - कॉन्सेप्ट इमेज (Getty Images)

वह बताते हैं कि हालांकि सामान्य तौर पर इसे गंभीर रोग की श्रेणी में नहीं रखा जाता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी सही नहीं है क्योंकि कभी-कभी इस समस्या के गंभीर प्रभाव देखने में आ सकते हैं. जैसे इसमें खून के थक्के बनने का खतरा रहता है, जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) कहा जाता है.

वेरीकोज वेन्स से ना केवल शारीरिक असुविधा होती है, बल्कि यह आत्मविश्वास पर भी प्रभाव डाल सकती है क्योंकि उभरी हुई नसें देखने में भी असामान्य लगती हैं. वहीं कई लोगों में इसे लेकर भ्रम भी देखा जाता है कि वेरीकोज वेन्स की समस्या सिर्फ महिलाओं में होती है. यह समस्या पुरुषों में भी नजर आ सकती है लेकिन यह सही है कि इसके ज्यादातर मामले महिलाओं में ही देखने को मिलते है.

VARICOSE VEINS TREATMENT PRECAUTIONS and VARICOSE VEINS PROBLEMS SYMPTOMS
वेरीकोज वेन्स - नसें फूलकर मोटी और नीले या बैंगनी रंग की दिखाई देती हैं (IANS)

कारण

  • Dr. Prakash Deep Singh बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
  • लंबे समय तक खड़े रहने या बैठने से नसों में रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे वेरिकोज वेन्स की समस्या हो सकती है.
  • यदि परिवार में किसी को वेरिकोज वेन्स की समस्या रही है, तो भी इस समस्या के होने की आशंका रहती है.
  • वजन के ज्यादा होने से भी नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे यह समस्या हो सकती है.
  • गर्भावस्था के दौरान भी यह समस्या हो सकती है. दरअसल शरीर में हार्मोनल परिवर्तन और वजन बढ़ने से नसों पर दबाव बढ़ता है.
  • बढ़ती उम्र में इस समस्या के होने की आशंका रहती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है नसों के वाल्व कमजोर होने लगते हैं, जिससे वेरिकोज वेन्स होने की आशंका हो सकती है.

लक्षण

Dr. Prakash Deep Singh बताते हैं कि वेरिकोज वेन्स की समस्या होने पर जो सामान्य लक्षण नजर आते हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं.

  • नसों का फूलना, उभरना, उनका रंग बदलना
  • पैरों में दर्द व भारीपन
  • थकान महसूस होना
  • पैरों में सूजन और खुजली
  • रात में पैरों में ऐंठन या मरोड़ आना
  • वेरिकोज वेन्स का प्रबंधन और उपचार

वह बताते हैं कि Varicose veins की समस्या का यदि सही समय पर इलाज हो जाये तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है. इस समस्या का उपचार उसकी गंभीरता के आधार पर निर्भर करता है. जैसे कम या हल्की गंभीर अवस्था में दवाओं व व्यायाम से लाभ मिल जाता है. लेकिन यदि समस्या के प्रभाव गंभीर होने लगे तो डॉक्टर आवश्यक होने पर स्क्लेरोथेरेपी, लेजर ट्रीटमेंट, या सर्जरी जैसे उपचारों की सलाह दे सकते हैं. इसके अलावा इस समस्या से राहत पाने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना भी बेहद आवश्यक है.

इलाज व दवाओं के अलावा जो बातें तथा सावधानियां वेरीकोज वेन्स के प्रबंधन व उपचार में लाभकारी हो सकती हैं उनमें से कुछ इस प्रकार हैं.

  • पैर ऊपर उठाकर आराम करें: दिन में कुछ समय के लिए पैरों को ऊपर उठाकर आराम करें. इससे नसों में जमा रक्त नीचे की ओर बहता है और सूजन में कमी आती है.
  • जीवनशैली में बदलाव: Varicose veins को मैनेज करने के लिए सबसे पहले जीवनशैली में बदलाव करना जरूरी है. लंबे समय तक खड़े या बैठे रहने से बचें. अगर आपका काम ऐसा है जिसमें आपको लंबे समय तक खड़े रहना पड़ता है, तो बीच-बीच में थोड़ी देर बैठ जाएं. इसी तरह, अगर आप लंबे समय तक बैठते हैं, तो बीच-बीच में चलें-फिरें.
  • वजन नियंत्रित रखें: वजन घटाने से पैरों पर दबाव कम होता है, जिससे वेरिकोज वेन्स की समस्या में राहत मिलती है. संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.
  • व्यायाम करें: नियमित व्यायाम जैसे पैदल चलना, तैराकी, और साइकिल चलाना नसों में रक्त प्रवाह को सुधारता है. इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और वेरिकोज वेन्स की समस्या में राहत मिलती है.
  • संपीड़न मोजे पहनें: संपीड़न मोजे विशेष प्रकार के मोजे होते हैं जो नसों पर दबाव डालते हैं और रक्त प्रवाह को सुधारते हैं. इन्हें पहनने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है.

डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं,बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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Last Updated : Sep 5, 2024, 7:35 PM IST
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